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मॉरिशस में भारत से गए गिरमिटिया बन गए गवर्नमेंट
'एटलस' नाम का जहाज भारतीय मजदूरों को लेकर दो नवंबर 1834 को मॉरीशस पहुंचा था. इन लोगों में ज्यादातर बिहार और उत्तर प्रदेश के थे. भारत से मजदूरी करने मॉरीशस गए इन लोगों को गिरमिटिया कहा जाता है.
- नवंबर 02, 2025 13:22 pm IST
- मनोज भावुक
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महेन्दर मिसिर: भोजपुरी का वह गीतकार, जिसे जेल से छुड़ाने के लिए तवायफों ने वॉयसराय को भेजा था ब्लैंक चेक
भोजपुरी गीतों के 'बेताज बादशाह' और भिखारी ठाकुर के गुरु माने जाने वाले महेंद्र मिसिर की आज पुण्यतिथि है. 26 अक्टूबर, 1946 को उन्होंने इस नश्वर संसार को अलविदा कह दिया था.
- अक्टूबर 26, 2025 15:28 pm IST
- मनोज भावुक
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आरा से अमेरिका तक फैली छठ की महिमा
लोक आस्था का पर्व छठ कैसे यूपी-बिहार के गांवों से निकलकर आज ग्लोबल हो चुकी है, बता रहे हैं भोजपुरी भाषा के ग्लोबल प्रमोटर मनोज भावुक.
- अक्टूबर 25, 2025 20:30 pm IST
- मनोज भावुक
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अमिताभ बच्चन को भोजपुरी फिल्मों में कौन लाया था, दिलचस्प है ये कहानी
अमिताभ बच्चन ने पहली बार 1984 में आई भोजपुरी फिल्म 'पान खाए सइयां हमार' में काम किया था. भोजपुरी फिल्मों में उनके योगादन को याद कर रहे हैं मनोज भावुक.
- अक्टूबर 10, 2025 22:49 pm IST
- मनोज भावुक
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जब लता मंगेशकर से राष्ट्रपति ने की भोजपुरी गाना गाने की सिफारिश, इस फिल्म में गाया था पहला भोजपुरी गीत
स्वर कोकिला के नाम से मशहूर 'भारत रत्न' लता मंगेशकर की आज जयंती है. इस असवर पर भोजपुरी सिनेमा और संगीत में दिए उनके योगदान को याद कर रहे हैं गीतकार मनोज भावुक.
- सितंबर 27, 2025 22:46 pm IST
- मनोज भावुक
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बॉलीवुड का वह भोजपुरिया गीतकार, जिसने अमिताभ को पहचान दिलाई
अंजान ने अपने गीतों से ऐसी पहचान बनाई कि वे हिन्दी गीत-संगीतप्रेमियों के लिए कभी अंजान नहीं रहे. साथ ही, वे भोजपुरी में भी अपनी चुहलबाजी वाले गीतों से श्रोताओं का मन मोहते रहे. हालांकि उन्होंने जीवन-दर्शन के गीत भी लिखे और प्यार के रस से भरे रोमांटिक गीत भी.
- सितंबर 04, 2025 00:34 am IST
- मनोज भावुक
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भोजपुरी सिनेमा का पहला गीत लिखने वाले शैलेंद्र
हिंदी फिल्मों में करीब 900 गाने लिखने वाले शैलेंद्र ने भोजपुरी फिल्मों के लिए भी गीत लिखे थे. भोजपुरी का पहला फिल्मी गीत लिखने का श्रेय भी शैलेंद्र को ही जाता है. कैसा था उनका रचना संसार बता रहे हैं मनोज भावुक.
- अगस्त 30, 2025 00:03 am IST
- मनोज भावुक
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भोजपुरी के लोक जीवन में बसे महात्मा गांधी
चंपारण के निलहा किसानों के बुलावे पर महात्मा गांधी बिहार पहुंचे थे. उन्होंने वहां चंपारण सत्याग्रह किया था. इसके बाद महात्मा गांधी को भोजपुरी समाज ने किस तरह से अपनी कविताओं और गीतों के जरिए याद किया बता रहे हैं मनोज भावुक.
- अगस्त 21, 2025 12:36 pm IST
- मनोज भावुक
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भिखारी ठाकुर एक नारा नहीं, एक विचार हैं
भिखारी ठाकुर जैसा होना दुर्लभ है. रंगमंच के क्षेत्र में भी वैसा कोई दूसरा नहीं हुआ. वह कंप्लीट पैकेज थे- एक साथ नाटककार, गीतकार, संगीतकार, निर्देशक, रिसर्चर, अभिनेता, सूत्रधार और इवेंट मैनेजर, टीम लीडर सब कुछ.
- जुलाई 10, 2025 22:55 pm IST
- मनोज भावुक