रक्षामंत्री मनोहर पर्रिकर ने वोट डाला
पणजी: गोवा विधानसभा की 40 सीटों के लिए मतदान समाप्त हो गया है. यहां कुल 83 फीसदी मतदाताओं ने वोट डाले जो पिछले चुनाव की तुलना में थोड़ा अधिक है. मतदन की शुरुआत सुबह 7 बजे हुई. इन चुनावों में 250 उम्मीदवारों की राजनीतिक किस्मत का फैसला ईवीएम मशीनों में बंद हो गया है. राज्य में 1,642 मतदाता केन्द्रों में 11 लाख से ज्यादा लोगों को वोट डालने थे. इस चुनाव में मुख्य मुकाबला भाजपा, कांग्रेस, आप और एमजीपी के नेतृत्व वाले गठबंधन के बीच है. इस बार बड़ी संख्या में नए चेहरे चुनावी मैदान में हैं. साथ ही गोवा के पांच पूर्व मुख्यमंत्री चर्चिल अलेमाओ, प्रतापसिंह राणे, रवि नाइक, दिगंबर कामत और लुईझिन्हो फलेरियो के अलावा मौजूदा मुख्यमंत्री लक्ष्मीकांत पार्सेकर के राजनीतिक भविष्य का भी फैसला होगा.
चुनाव आयोग के सूत्रों के मुताबिक, शाम पांच बजे के बाद भी राज्य में कई मतदान केन्द्रों पर मतदाताओं की लंबी कतारों को देखते हुए मतदान का प्रतिशत बढ़ सकता है. खनन पट्टी संखलिम, बिचोलिम और चचरेरेम में भारी मतदान देखा गया. उन्होंने कहा कि 40 विधानसभा सीटों के लिए यह चुनाव शांतिपूर्ण ढंग से हुआ और इस तटीय राज्य में कहीं से भी किसी अप्रिय घटना की रिपोर्ट नहीं आई. हालांकि कुछ इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों में खराबी और एक मतदान केन्द्र में मतदान निरस्त किए जाने की रिपोर्ट है.
पणजी शहर में एक मतदान केन्द्र के बाहर 78 वर्षीय एक महिला की मृत्यु हो गई. लेसिले सलदान्हा मतदान केन्द्र के बाहर अपनी बारी आने का इंतजार कर रही थीं और अचानक गिर पड़ीं और उनकी मृत्यु हो गई. विभिन्न मतदान केन्द्रों से चुनाव आयोग के आंकड़ों के मुताबिक, 11.10 लाख मतदाताओं में से 83 प्रतिशत से अधिक ने अपने मताधिकारों का प्रयोग किया. वर्ष 2012 के विधानसभा चुनावों में 83 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया था. रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर, केन्द्रीय मंत्री श्रीपद नाईक और मुख्यमंत्री लक्ष्मीकांत परसेकर ने शुरआत में ही मतदान किया. इस चुनाव में कुल 250 उम्मीदवार खड़े हैं जिसमें कई निर्दलीय उम्मीदवार भी शामिल हैं.
यह चुनाव गोवा के पांच पूर्व मुख्यमंत्रियों- चर्चिल एलेमाओ, प्रतापसिंह राणे, रवि नाईक, दिगंबर कामत और लुइजिन्हो फलेरियो एवं मौजूदा मुख्यमंत्री परसेकर के भाग्य का फैसला करेगा. भाजपा ने 36 उम्मीदवार खड़े किए हैं, जबकि कांग्रेस ने 37 और आप ने 39 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे हैं. वर्ष 2012 में चुनाव पूर्व गठबंधन करने वाली भाजपा इस बार अकेले चुनाव लड़ रही है क्योंकि उसकी सहयोगी रही एमजीपी ने आरएसएस के बागी नेता सुभाष वेलिंगकर द्वारा स्थापित गोवा सुरक्षा मंच और शिवसेना के साथ एक मोर्चा बना लिया है. इन चुनावों में डाले गए मतों की गणना 11 मार्च को होगी.
पूरी तरह से महिला दल वाले कई मतदाता केन्द्र बनाने के अलावा राज्य में पहली बार इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) के साथ वोटर-वेरिफाइड पेपर ऑडिट ट्रायल (वीवीपीएटी) मशीन भी लगायी गयी हैं. वीवीपीएटी मशीन से मतदाता ने जिस उम्मीदवार के लिए वोट दिया है, उसे उसकी पुष्टि हो जाएगी. इससे ईवीएम की प्रमाणिकता को लेकर कोई संशय नहीं रहेगा. निर्वाचन आयोग के अधिकारियों ने अपने कर्मियों को वीवीपीएटी मशीनों के इस्तेमाल करने के तरीके के बारे प्रशिक्षण दिया है. रक्षामंत्री मनोहर पर्रिकर सुबह 7 बजे ही मतदान के लिए पोलिंग स्टेशन पहुंच गए और अपना वोट डाला.
@3.00 दोपहर : 67 प्रतिशत मतदान दर्ज
@1:15 दोपहर : गोवा चुनाव आयोग की यह पहल जारी है. वोट डालो, टेडी पाओ
@1:00 दोपहर : दोपहर एक बजे तक 53 प्रतिशत मतदान दर्ज
@11.00am तक 34 फीसदी मतदान दर्ज किया गया है. साउथ गोवा में 32 और नॉर्थ गोवा में 35 प्रतिशत मतदान होने की सूचना है.
@9.46 सुबह : आम आदमी पार्टी के अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट किया कि आज गोवा और पंजाब इतिहास रचने वाला है.
@9.00 सुबह : 15 प्रतिशत वोटिंग दर्ज
@8:20 सुबह : गोवा के मुख्यमंत्री लक्ष्मीकांत पर्सेकर ने वोट डाला
@8.15 सुबह मतदान के बाद रक्षामंत्री मनोहर पर्रिकर
वोटिंग के बाद पर्रिकर ने कहा कि यह अच्छी बात है कि इतनी संख्या में लोग वोटिंग के लिए निकले हैं. गोवा हमेशा ने वोटिंग को लेकर जागरूक रहा है और लोग काफी उत्साही है.
@ 8.03 बजे पर्रिकर ने चुनाव अधिकारी के सामने अपनी पर्ची दी.
@ 7.25 उन्होंने कहा कि उम्मीद है कि इस बार वोटिंग प्रतिशत 85 प्रतिशत से पार चली जाए. उन्होंने दावा किया कि बीजेपी 2/3 बहुमत से जीतेगी.
गोवा चुनाव में पांच पूर्व मुख्यमंत्रियों और मौजूदा मुख्यमंत्री लक्ष्मीकांत पारसेकर के भविष्य का फैसला होने वाला है. यहां 250 उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे हैं. दक्षिणी गोवा से कुल 131 उम्मीदवार और उत्तरी गोवा से 119 उम्मीदवार मैदान में हैं. वोटों की गणना 11 मार्च को होगी.
पंजाब और गोवा में एक ही चरण में 4 फरवरी को मतदान होने के बाद उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड और मणिपुर में भी विधानसभा चुनाव होने हैं. इन पांच राज्यों में हो रहे विधानसभा चुनावों को नोटबंदी के बाद भाजपा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए बड़ी परीक्षा के रूप में देखा जा रहा है.
उल्लेखनीय है कि गोवा का चुनाव इस बार काफी खास है. दिल्ली में कामयाबी के बाद आम आदमी पार्टी ने यहां पर चुनाव जीतने के लिए पूरी ताकत झोंक दी है.