पश्चिम बंगाल में एक बार फिर ममता बनर्जी सरकार!

पश्चिम बंगाल में एक बार फिर ममता बनर्जी सरकार!

पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी (फाइल फोटो)

नई दिल्ली:

पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनावों के लिए प्रचार का काम शुरू हो चुका है। हर राजनीतिक दल अपने प्रत्याशियों की सूची जारी कर रहा है। मुख्य मुकाबला सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस और वामपंथी दल व कांग्रेस के नए गठबंधन के बीच होगा।

बीजेपी जिसने लोकसभा चुनावों में काफी अच्छा प्रदर्शन किया था इस बार मुकाबले में अपनी अंतर्कलह के कारण कहीं पीछे छूट गई है। जीत किसकी होगी इस पर बंगाल की राजनीति के जानकारों की मानें तो कोई संदेह नहीं कि बंगाल में एक बार फिर ममता बनर्जी के नेतृत्व में तृणमूल कांग्रेस की सरकार बनेगी।

बंगाल में इन दिनों अगर आप घूमने निकलेंगे और लोगों से बात करेंगे तो वे भी मानते हैं कि अगर कांग्रेस और वामपंथी दलों ने समय पर समझौता किया होता तो शायद तृणमूल पर बढ़त मिल सकती थी। निश्चित रूप से इन दोनों दलों के कार्यकर्ता निराश हैं जबकि तृणमूल के नेता और कार्यकर्ता जीत को लेकर आश्वस्त दिखते हैं।

वामपंथी नेता मानते हैं कि कांग्रेस पार्टी के साथ समझौते के लिए इनके केंद्रीय नेतृत्व ने कुछ कारणों से न कभी उत्साह दिखाया और न सही समय पर प्रयास किए गए। अनमने ढंग से किए गए किसी राजनीतिक समझौते पर वोटरों के लिए विश्वास करना आसान नहीं होता।

वहीं तृणमूल कांग्रेस भी फूंक-फूंक कर कदम रख रही है। हाल ही में बीजेपी और केंद्र सरकार पर पार्टी ने जमकर हमला बोला और साफ कर दिया कि वह फिलहाल किसी दल के साथ हाथ नहीं मिलाना चाहती।

इन सब बातों के अलावा तृणमूल का सबसे बड़ा मुद्दा खुद ममता बनर्जी हैं। सच है कि इनके रूप मतदाता को एक ठोस विकल्प दिख रहा है। एक जमाने में ज्योति बसु होते थे तब वामपंथी दलों के पास भी एक ऐसा नेता होता था, जिनकी टक्कर का नेता विपक्ष में नहीं दिखता था। इसलिए पश्चिम बंगाल में रिजल्ट साफ है कि एक बार फिर ममता बनर्जी सरकार।

(मनीष कुमार एनडीटीवी इंडिया में एक्जीक्यूटिव एडिटर हैं)

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