नई दिल्ली:
उत्तर प्रदेश में चुनावी पराजय के बाद कांग्रेस के नेतृत्व में बदलाव की अटकलों के बीच राज्य की पार्टी प्रमुख रीता बहुगुणा जोशी ने पार्टी के खराब प्रदर्शन की पूरी जिम्मेदारी लेते हुए सोनिया गांधी को इस्तीफा सौंप दिया।
सोनिया गांधी से 10 जनपथ पर मुलाकात के बाद जोशी ने संवाददाताओं से कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष को उनके इस्तीफे पर फैसला लेना है।
पार्टी प्रवक्ता मनीष तिवारी ने कहा, ‘रीता बहुगुणा जोशी ने जिम्मेदारी ली है। इस विषय पर कांग्रेस अध्यक्ष को निर्णय करना है। जब इस मामले में कोई निर्णय लिया जाएगा तब आपको इसकी जानकारी दी जाएगी।’
यह पूछे जाने पर कि कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह को भी इस्तीफा देना चाहिए, उन्होंने कहा, ‘हम कोई व्यक्तिगत टिप्पणी नहीं करते।’ उन्होंने कहा कि प्रत्येक राज्य के चुनाव के नतीजों की व्यापक समीक्षा की जाएगी।
उत्तर प्रदेश कांग्रेस समिति की अध्यक्ष रीता बहुगुणा जोशी ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात की और विधानसभा चुनावों में कांग्रेस के फीके प्रदर्शन के लिए नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए इस्तीफे की पेशकश की।
चुनाव परिणामों की घोषणा के बाद सोनिया से रीता की यह पहली मुलाकात थी। मुलाकात के बाद रीता ने कहा कि उन्होंने हार की नैतिक जिम्मेदारी ली और इस्तीफे की पेशकश की।
विधानसभा चुनावों में पार्टी की करारी हार के कारण पूछने पर रीता ने कहा कि इसके कई कारण हैं और पार्टी नेता एकसाथ बैठकर इन पर चर्चा करेंगे।
सोनिया गांधी से 10 जनपथ पर मुलाकात के बाद जोशी ने संवाददाताओं से कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष को उनके इस्तीफे पर फैसला लेना है।
पार्टी प्रवक्ता मनीष तिवारी ने कहा, ‘रीता बहुगुणा जोशी ने जिम्मेदारी ली है। इस विषय पर कांग्रेस अध्यक्ष को निर्णय करना है। जब इस मामले में कोई निर्णय लिया जाएगा तब आपको इसकी जानकारी दी जाएगी।’
यह पूछे जाने पर कि कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह को भी इस्तीफा देना चाहिए, उन्होंने कहा, ‘हम कोई व्यक्तिगत टिप्पणी नहीं करते।’ उन्होंने कहा कि प्रत्येक राज्य के चुनाव के नतीजों की व्यापक समीक्षा की जाएगी।
उत्तर प्रदेश कांग्रेस समिति की अध्यक्ष रीता बहुगुणा जोशी ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात की और विधानसभा चुनावों में कांग्रेस के फीके प्रदर्शन के लिए नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए इस्तीफे की पेशकश की।
चुनाव परिणामों की घोषणा के बाद सोनिया से रीता की यह पहली मुलाकात थी। मुलाकात के बाद रीता ने कहा कि उन्होंने हार की नैतिक जिम्मेदारी ली और इस्तीफे की पेशकश की।
विधानसभा चुनावों में पार्टी की करारी हार के कारण पूछने पर रीता ने कहा कि इसके कई कारण हैं और पार्टी नेता एकसाथ बैठकर इन पर चर्चा करेंगे।
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