खास बातें
- उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के तीसरे चरण में किस्मत आजमा रहे प्रत्याशियों में से 121 उम्मीदवारों के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं।
लखनऊ: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के तीसरे चरण में किस्मत आजमा रहे प्रत्याशियों में से 121 उम्मीदवारों के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं। इस दौर के लिए पर्चा दाखिल करने वाले 317 उम्मीदवारों के रिकार्ड खंगालने के बाद आई नेशनल इलेक्शन वाच की रिपोर्ट में यह दावा किया गया है।
संगठन द्वारा जारी ताजा आंकड़ों के मुताबिक उसने राज्य में सात चरणों में होने वाले विधानसभा चुनाव के तीसरे दौर के लिए नामांकन दाखिल करने वाले उम्मीदवारों में से 317 के दस्तावेजों का अध्ययन करने के बाद पाया है कि उनमें से 121 यानी 38 प्रतिशत के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं।
चंदौली की सैय्यद राजा सीट से प्रगतिशील मानव समाज पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ रहे बृजेश सिंह पर सबसे ज्यादा 39 मुकदमे दर्ज हैं जिनमें भारतीय दंड विधान के 57 मामले शामिल हैं। उसके बाद इलाहाबाद पश्चिमी सीट से खड़े अपना दल के प्रत्याशी अतीक अहमद की बारी आती है। उस पर 44 मुकदमे दर्ज हैं जिनमें भारतीय दंड विधान के 26 मामले शामिल हैं। इसके अलावा लम्भुआ सीट से पीस पार्टी के प्रत्याशी अजय प्रकाश सिंह पर 21 मुकदमे दर्ज हैं।
वैसे, सभी राजनीतिक पार्टियों ने आपराधिक रिकार्ड वाले उम्मीदवारों को टिकट दिए हैं। सपा ने 56 में से 30, बसपा ने 56 में से 21, भाजपा ने 55 में से 25, कांग्रेस ने 52 में से 16, पीस पार्टी ने सात में से चार तथा जनता दल यूनाइटेड ने 34 में से चार आपराधिक इतिहास वाले लोगों को टिकट दिए हैं।
हत्या, कत्ल की कोशिश, अपहरण, लूट तथा धमकी देने जैसे गम्भीर मामलों में आरोपी लोगों को टिकट देने के मामले में भाजपा सबसे आगे हैं। इस पार्टी ने ऐसे 11 उम्मीदवारों को टिकट दिया है।