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खास बातें
- विधानसभा चुनाव से पहले हरियाणा कांग्रेस में बगावत
- अशोक तंवर का चुनाव समितियों के सभी पदों से इस्तीफा
- कहा- सामान्य कार्यकर्ता की तरह पार्टी की सेवा करता रहूंगा
नई दिल्ली: हरियाणा (Haryana) में टिकट वितरण में अपने समर्थकों की अनदेखी से नाराज कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अशोक तंवर (Ashok Tanwar) ने गुरुवार को विधानसभा चुनाव के लिए बनी विभिन्न समितियों से इस्तीफा दे दिया. अशोक तंवर ने आरोप लगाया कि हरियाणा कांग्रेस अब 'हुड्डा कांग्रेस' बनती जा रही है. तंवर ने संवाददाताओं से कहा कि उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) को पत्र लिखकर कहा कि उन्हें समितियों से मुक्त किया जाए और वह सामान्य कार्यकर्ता की तरह पार्टी के लिए काम करते रहेंगे. वह चुनाव के लिए बनी प्रदेश चुनाव समिति सहित कई समितियों में शामिल थे. उन्होंने कहा, 'आप सभी जानते हैं कि हरियाणा में विधानसभा चुनाव है. पिछले पांच साल का घटनाक्रम सबके सामने है. पार्टी के अंदर ऐसी ताकतें हैं जिन्होंने पार्टी को लगातार कमजोर किया. जमीन से जुड़े नेताओं को काम करने से रोका.'
तंवर ने हुड्डा पर तंज कसते हुए कहा, 'देश में लोकतंत्र है, लेकिन हरियाणा में बड़े-बड़े राजघराने हैं. कुछ हमारी पार्टी में हैं और कुछ लोग दूसरी पार्टी में हैं. मेरे खिलाफ असहयोग आंदोलन चलाया, लेकिन लोकसभा चुनाव में छह फीसदी वोट बढ़ा.' उन्होंने यह भी दावा किया कि हरियाणा कांग्रेस अब 'हुड्डा कांग्रेस' बनती जा रही है. तंवर ने टिकट वितरण में मेहनती कार्यकर्ताओं की अनदेखी का आरोप लगाते हुए कहा कि यह बताया जाए कि किन मापदंडों के आधार पर टिकट दिए गए हैं.
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उन्होंने दावा किया, 'जिन्होंने पांच साल तक खून पसीना बहाया उनकी टिकट वितरण में अनदेखी. नेतृत्व चाहता था लेकिन कुछ लोगों ने नहीं होने दिया. जो कार्यकर्ता अच्छी स्थिति में थे वे गुटबाजी की भेंट चढ़ गए.' टिकट वितरण में भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए तंवर ने यह भी कहा कि वह जरूरत पड़ने पर इसके सबूत सोनिया गांधी को सौंपेंगे. राज्य की सभी 90 विधानसभा सीटों के लिए 21 अक्टूबर को मतदान और 24 अक्टूबर को मतगणना होगी.