भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी ने शनिवार को कांग्रेस से पिछले 10 वर्ष का हिसाब मांगा। मोदी ने कहा कि गुजरात की जनता को पिछले वर्ष ही मैंने अपना हिसाब दे दिया है और वहां के लोगों ने मुझे 2012 में विशेष योग्यता का अंक देकर पास घोषित कर दिया है। अब 2014 के चुनाव में कांग्रेस को पिछले 10 वर्ष का हिसाब पूरे देश की जनता को देना चाहिए।
उत्तर प्रदेश की औद्योगिक नगरी कानपुर में एक रैली को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा कि कांग्रेस देश की जनता को गुमराह न करे क्योंकि जनता जनार्दन है और उसने इन्हें पिछले 10 वर्ष से देश की बागडोर सौंपी है। इसलिए उसको जवाब मांगने का हक है और इन्हें भी चाहिए कि वह पाई-पाई का हिसाब जनता को दें।
कांग्रेस नेतृत्व वाली केंद्र सरकार की चुटकी लेते हुए गुजरात के मुख्यमंत्री ने कहा कि आज लोकसभा चुनाव के पहले जब हिन्दुस्तान महंगाई और भ्रष्टाचार का जवाब मांग रहा है तो ये कहते हैं कि मैंने कानून बना दिया है। मोदी ने सवालिया लहजे में कहा कि क्या संविधान कानून नहीं है।
महंगाई :
मोदी ने कहा कि पिछले लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने अपने चुनावी घोषणा पत्र में कहा था कि सरकार बनते ही वह 100 दिन के भीतर महंगाई कम कर देगी लेकिन उसने क्या किया। मोदी ने जनता से कहा कि अब आपको उनका हिसाब चुकता करना है।
मंहगाई के मुद्दे पर उन्होंने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और उपाध्यक्ष राहुल गांधी पर कटाक्ष करते हुए कहा कि इन लोगों ने महंगाई कम न होने पर एक शब्द भी नहीं बोला और न ही दुख प्रकट किया। इन्होंने देश की जनता के सामने यह भी स्पष्टीकरण नहीं दिया कि हमने बहुत प्रयास किया लेकिन विफल रहे। उन्होंने कहा कि इससे स्पष्ट होता है कि कांग्रेस अपने अहंकार में जी रही है, उसे जनता जनार्दन की परवाह नहीं है।
भ्रष्टाचार :
मोदी ने कहा कि जब भारत सरकार का एक अधिकारी यह कहे कि यदि मैं आरोपी हूं तो मुझसे पहले प्रधानमंत्री आरोपी हैं। यही नहीं भ्रष्टाचार के मुद्दे पर केंद्र सरकार सर्वोच्च न्यायालय को भी गुमराह कर रही है और अदालत को यह बताती है कि फाइलें गुम हो गई हैं।
मोदी ने कोयला घोटाले की चर्चा करते हुए बगैर नाम लिए चुटकी ली कि दिल्ली के कोयले की राख कानपुर के ऊपर भी छायी हुई है। उनका इशारा कानपुर के सांसद और केंद्र सरकार में कोयला मंत्री श्रीप्रकाश जायसवाल की तरफ था।
गरीबी :
मोदी ने आरोप लगाया कि देश के गरीब और किसान कांग्रेस के लिए मजाक बन गए हैं। राहुल गांधी को शहजादे की पदवी देते हुए मोदी ने कहा कि वह कहते हैं कि गरीबी-वरीबी कुछ नहीं होती है। यह तो सिर्फ मन की अवस्था है।
राहुल के इस वक्तव्य का परिहास करते हुए मोदी ने कहा, जो सोने का चम्मच लेकर पैदा हुए हैं, उन्हें क्या मालूम गरीबी क्या होती है।
अपराध :
मोदी ने केंद्र सरकार को समर्थन दे रही उप्र की सत्तारूढ़ समाजवादी पार्टी (सपा) और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) पर भी जमकर निशाना साधा और कहा कि उप्र में पिछले एक वर्ष में 5000 निर्दोष लोगों की हत्याएं हुई है। यही नहीं उप्र की सपा सरकार वोट के खातिर आतंकवादियों को भी जेल से छोड़ने की बात कर रही है। क्या यह देश की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ नहीं है।
मोदी ने 1857 के प्रथम स्वतंत्रता आंदोलन की याद दिलाते हुए उप्र की जनता से अपील की कि जिस तरह प्रथम स्वतंत्रता आंदोलन की आवाज कानपुर से उठी थी, उसी तरह आज कांग्रेस मुक्त भारत की आवाज यहीं से उठनी चाहिए। उन्होंने कहा कि यह सुराज की लड़ाई है और देश पिछले 60 वषरें से सुराज की तरफ निहार रहा है।
मोदी ने दावा किया कि 2014 में परिवर्तन निश्चित है और लोकसभा चुनाव में भाजपा की जीत सुनिश्चित है।
मोदी से पहले भाजपा अध्यक्ष राजनाथ सिंह, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष लक्ष्मीकांत वाजपेयी, उप्र के पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह और कलराज मिश्र सहित कई नेताओं ने सभा को सम्बोधित किया।
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