पत्थरबाज से कश्मीर महिला क्रिकेट टीम की कप्तान पर अब बायोपिक बनने जा रही है.
नई दिल्ली:
कुछ वक्त पहले एक फोटो वायरल हुई थी जिसमें कश्मीर की एक लड़की पत्थर फेंकती नजर आ रही है. ये फोटो काफी वायरल हुई थी. जैसे ही इस फोटो में लड़की की हकीकत सामने आई तो सभी चौंक पड़े क्योंकि वो पत्थरबाज पहले फुटबॉल खेला करती थी. लेकिन इस वायरल फोटो की बदौलत आज वो कश्मीर की महिला फुटबॉल टीम की कप्तान है. अफ्शां के संघर्ष की कहानी बड़ी ही दिलचस्प है. जिसे देखते हुए गृहमंत्री राजनाथ सिंह भी काफी प्रभावित हुए और अफ्शां से मुलाकात की. यही नहीं अब खबर आ रही है कि उनके ऊपर एक बायोपिक भी बनने वाली है. उनकी फुटबॉल कप्तान बनने की कहानी काफी दिलचस्प है क्योंकि उनको यहां तक पहुंचने के लिए काफी संघर्ष करना पड़ा.
पढ़ें- एक फुटबॉल खिलाड़ी से कैसे पत्थरबाज बन गई अफ्शां आशिक
मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने की थी मुलाकात
जैसे ही मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती को पता चला कि महिला फुटबॉल प्लेयर सेना पर पत्थर फेंक रही है तो उन्होंने अफ्शां से मुकाकात करना की इच्छा जाहिर की. मुलाकात के वक्त अफ्शां ने महबूबा मुफ्ती से खिलाड़ियों विशेषकर लड़कियों को बेहतर सुविधाएं मुहैया सुनिश्चित करने का आग्रह किया.
उन्होंने उस वक्त कहा था- ‘‘उस दुर्भाग्यपूर्ण दिन मैंने जो किया था उसे लेकर मुझे कोई पछतावा नहीं है. उस क्षण जो परिस्थिति उत्पन्न हुई उस हिसाब से यह मेरी प्रतिक्रिया थी.’’
पढ़ें- गर्लफ्रेंड सोनम संग भारतीय फुटबॉल कप्तान सुनील छेत्री ने की नई पारी की शुरुआत
अब खेलना चाहती है महिला फुटबॉल लीग
वो अब महिला कश्मीर टीम की कप्तान बन चुकी हैं. उन्हें अब वो फेम मिलने लगा है जिसकी वो पहले से मांग कर रही थीं. उन्होंने गृहमंत्री राजनाथ सिंह से कश्मीर के स्पोर्ट्स इंफ्रास्ट्रक्चर को लेकर बातचीत की. जहां उन्होंने कश्मीर के स्पोर्ट्स इंफ्रास्ट्रक्चर की कई खामियां गिनाईं.
Deccan Chronicle से अफ्शां आशिक ने कहा- ''जैसे ही हमने खामियां बताईं तो राजनाथ सिंह ने तुरंत मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती को कॉल कर हमारी मदद करने को कहा.'' अब देखना होगा कि मुफ्ती सरकार में कश्मीर के स्पोर्ट्स इंफ्रास्ट्रक्चर में कितना सुधार होता है. लेकिन अफ्शां के संघर्ष ने उनको तो सही मुकाम पर पहुंचा दिया.
देखें वीडियो: कश्मीर की अफशां की कहानी पर बनेगी फिल्म
पढ़ें- एक फुटबॉल खिलाड़ी से कैसे पत्थरबाज बन गई अफ्शां आशिक
मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने की थी मुलाकात
जैसे ही मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती को पता चला कि महिला फुटबॉल प्लेयर सेना पर पत्थर फेंक रही है तो उन्होंने अफ्शां से मुकाकात करना की इच्छा जाहिर की. मुलाकात के वक्त अफ्शां ने महबूबा मुफ्ती से खिलाड़ियों विशेषकर लड़कियों को बेहतर सुविधाएं मुहैया सुनिश्चित करने का आग्रह किया.
उन्होंने उस वक्त कहा था- ‘‘उस दुर्भाग्यपूर्ण दिन मैंने जो किया था उसे लेकर मुझे कोई पछतावा नहीं है. उस क्षण जो परिस्थिति उत्पन्न हुई उस हिसाब से यह मेरी प्रतिक्रिया थी.’’
पढ़ें- गर्लफ्रेंड सोनम संग भारतीय फुटबॉल कप्तान सुनील छेत्री ने की नई पारी की शुरुआत
अब खेलना चाहती है महिला फुटबॉल लीग
वो अब महिला कश्मीर टीम की कप्तान बन चुकी हैं. उन्हें अब वो फेम मिलने लगा है जिसकी वो पहले से मांग कर रही थीं. उन्होंने गृहमंत्री राजनाथ सिंह से कश्मीर के स्पोर्ट्स इंफ्रास्ट्रक्चर को लेकर बातचीत की. जहां उन्होंने कश्मीर के स्पोर्ट्स इंफ्रास्ट्रक्चर की कई खामियां गिनाईं.
Deccan Chronicle से अफ्शां आशिक ने कहा- ''जैसे ही हमने खामियां बताईं तो राजनाथ सिंह ने तुरंत मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती को कॉल कर हमारी मदद करने को कहा.'' अब देखना होगा कि मुफ्ती सरकार में कश्मीर के स्पोर्ट्स इंफ्रास्ट्रक्चर में कितना सुधार होता है. लेकिन अफ्शां के संघर्ष ने उनको तो सही मुकाम पर पहुंचा दिया.
देखें वीडियो: कश्मीर की अफशां की कहानी पर बनेगी फिल्म
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं