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This Article is From Nov 02, 2017

भारत, भूटान के बीच सामान्य संबंध विकसित होते देखना चाहता है : चीन

भूटान नरेश जिग्मे खेसर नामग्याल वांगचुक की भारत यात्रा पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए चीनी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता हुआ चुनयिंग ने मीडिया ब्रीफिंग में कहा कि भारत और भूटान दोनों चीन के करीबी पड़ोसी हैं.

भारत, भूटान के बीच सामान्य संबंध विकसित होते देखना चाहता है : चीन
(फाइल फोटो)
बीजिंग: राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के डोकलाम गतिरोध के दौरान समर्थन के लिए भूटान की तारीफ करने पर सतर्कता पूर्वक प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए चीन ने गुरुवार को कहा कि वह भारत और भूटान के बीच ‘सामान्य संबंध’ विकसित होते देखना चाहता है. भूटान नरेश जिग्मे खेसर नामग्याल वांगचुक की भारत यात्रा पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए चीनी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता हुआ चुनयिंग ने मीडिया ब्रीफिंग में कहा कि भारत और भूटान दोनों चीन के करीबी पड़ोसी हैं. उन्होंने कहा, ‘हम इन दोनों देशों के साथ मित्रतापूर्ण संबंध बनाने के लिए प्रतिबद्ध है और हम भारत तथा भूटान के बीच सामान्य संबंधों को भी विकसित होते देखना चाहेंगे.’

कोविंद द्वारा डोकलाम मुद्दे के समाधान के लिए भूटान का समर्थन उसकी सराहना किए जाने के बारे में पूछे जाने पर हुआ ने कहा, ‘आपको जून से अगस्त के बीच भारतीय सीमा पर सैनिकों की घुसपैठ की घटना के बारे में बताया गया था.

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इससे पहले भी हमने कई बार अपने रुख के बारे में बात की है. मेरा मानना है कि इस संबंध में हमारा रुख स्पष्ट है.’ उन्होंने कहा, ‘हमारा मानना है कि चीन और भारत ने कूटनीतिक ढंग से इस मुद्दे को समुचित रूप से सुलझा लिया है. हमारे साझा हितों पर कायम रहते हुए हमे उम्मीद है कि भारत ऐतिहासिक समझौते का पालन करेगा और सीमा क्षेत्र में शांति सुनिश्चित करने के लिए चीन के साथ मिलकर काम करेगा.’

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भूटान नरेश वांगचुक के साथ अपनी बैठक के दौरान कोविंद ने डोकलाम में चीन के साथ हाल में हुए विवाद को सुलझाने के लिए भूटान के समर्थन के लिए उसकी सराहना की थी. उल्लेखनीय है कि सिक्किम के निकट चीन-भारत और भूटान सीमा के बीच त्रिस्तरीय जंक्शन, डोकलाम में 73 दिन तक दोनों पड़ोसी देशों के बीच गत 16 जून से गतिरोध शुरू हुआ था. भारतीय सेना के जवानों ने क्षेत्र में चीनी सेना को एक सड़क को बनाने से रोका था जिसके बाद यह विवाद शुरू हुआ था. दोनों पक्षों के बीच सीमा पर जवानों को जल्द हटाने जाने की सहमति बनने के बाद 28 अगस्त को यह गतिरोध समाप्त हुआ था.

(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)

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