प्रतीकात्मक फोटो
काठमांडू:
भारतीय राज्य हिमाचल प्रदेश की एक जेल में कैद 44 नेपाली श्रमिकों के संबंधियों ने राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) से आग्रह किया है कि वे उनकी रिहाई के लिए पहल करें. काठमांडू पोस्ट की रपट के मुताबिक, शुक्लाफांटा नगरनिगम-4 की धना भंडारी ने एनएचआरसी के अध्यक्ष अनूप राज शर्मा से बुधवार को कहा, "हमारे संबंधी निर्दोष हैं. देश को उनकी तत्काल रिहाई के लिए पहल करनी चाहिए."
भंडारी के पति बहादुर को 44 अन्य नेपालियों के साथ अपनी मांगों को लेकर विरोध प्रदर्शन करने पर गिरफ्तार किया गया. इन सभी को एक जल विद्युत कंपनी ने काम पर रखा था. भंडारी ने कहा कि भारतीय अधिकारियों ने इस मामले में कैद भारतीय श्रमिकों को पहले ही रिहा कर दिया.
उन्होंने कहा, "भारतीय अधिकारियों ने हमारे संबंधियों से किसी तरह से संपर्क करने पर रोक लगा दी है. हमने स्थानीय प्रशासन और प्रधानमंत्री कार्यालय को हालात के बारे में सूचना दी है, लेकिन अब तक वहां से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है." एनएचआरसी अध्यक्ष ने मामले को देखने और जरूरी कार्रवाई करने का भरोसा दिया है.
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
भंडारी के पति बहादुर को 44 अन्य नेपालियों के साथ अपनी मांगों को लेकर विरोध प्रदर्शन करने पर गिरफ्तार किया गया. इन सभी को एक जल विद्युत कंपनी ने काम पर रखा था. भंडारी ने कहा कि भारतीय अधिकारियों ने इस मामले में कैद भारतीय श्रमिकों को पहले ही रिहा कर दिया.
उन्होंने कहा, "भारतीय अधिकारियों ने हमारे संबंधियों से किसी तरह से संपर्क करने पर रोक लगा दी है. हमने स्थानीय प्रशासन और प्रधानमंत्री कार्यालय को हालात के बारे में सूचना दी है, लेकिन अब तक वहां से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है." एनएचआरसी अध्यक्ष ने मामले को देखने और जरूरी कार्रवाई करने का भरोसा दिया है.
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