सिओल:
दक्षिण कोरिया ने गुरुवार को गतिरोधों को सुलझाने के लिए उत्तर कोरिया को बातचीत के लिए आमंत्रित किया।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार एकीकरण मंत्री रियू कीहल-जे ने एक औपचारिक वक्तव्य में कहा, "दोनों कोरियाई देशों के बीच सामंजस्य एवं सहयोग की पहचान केसांग औद्योगिक क्षेत्र में कार्य बंद करने से हमारे देश के भविष्य को कोई फायदा नहीं पहुंचने वाला।"
रीयू ने कहा, "केसांग औद्योगिक क्षेत्र में गतिविधियों का सामान्यीकरण बातचीत के जरिये किया जाना चाहिए।" रीयू ने उत्तर कोरिया से बातचीत करने और अपनी बात रखने का अनुरोध किया।
पत्रकारों ने रियू से पूछा कि क्या यह उत्तर कोरिया को बातचीत का निमंत्रण देने के लिए एक औपचारिक प्रस्ताव है। इस पर रियू ने कहा कि इसे सरकार की तरफ से बातचीत के लिए जारी औपचारिक सुझाव की तरह नहीं देखना चाहिए।
रियू ने आगे कहा कि इसे यह सुनिश्चित करने के लिए की गई घोषणा की तरह समझना चाहिए कि केसांग औद्योगिक क्षेत्र से सम्बंधित सारी अड़चनों एवं उत्तर कोरिया द्वारा दी जा रही धमकियों को बातचीत के जरिये हल किया जाना चाहिए।
रियू ने उत्तर कोरिया द्वारा लगातार दी जा रही धमकियों पर दुख व्यक्त किया और उत्तर कोरिया से कोरियाई प्रायद्वीप में तनाव कम करने की अपील की।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार एकीकरण मंत्री रियू कीहल-जे ने एक औपचारिक वक्तव्य में कहा, "दोनों कोरियाई देशों के बीच सामंजस्य एवं सहयोग की पहचान केसांग औद्योगिक क्षेत्र में कार्य बंद करने से हमारे देश के भविष्य को कोई फायदा नहीं पहुंचने वाला।"
रीयू ने कहा, "केसांग औद्योगिक क्षेत्र में गतिविधियों का सामान्यीकरण बातचीत के जरिये किया जाना चाहिए।" रीयू ने उत्तर कोरिया से बातचीत करने और अपनी बात रखने का अनुरोध किया।
पत्रकारों ने रियू से पूछा कि क्या यह उत्तर कोरिया को बातचीत का निमंत्रण देने के लिए एक औपचारिक प्रस्ताव है। इस पर रियू ने कहा कि इसे सरकार की तरफ से बातचीत के लिए जारी औपचारिक सुझाव की तरह नहीं देखना चाहिए।
रियू ने आगे कहा कि इसे यह सुनिश्चित करने के लिए की गई घोषणा की तरह समझना चाहिए कि केसांग औद्योगिक क्षेत्र से सम्बंधित सारी अड़चनों एवं उत्तर कोरिया द्वारा दी जा रही धमकियों को बातचीत के जरिये हल किया जाना चाहिए।
रियू ने उत्तर कोरिया द्वारा लगातार दी जा रही धमकियों पर दुख व्यक्त किया और उत्तर कोरिया से कोरियाई प्रायद्वीप में तनाव कम करने की अपील की।
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