प्रतीकात्मक तस्वीर
न्यूयॉर्क:
अमेरिका स्थित एक सिख मानवाधिकार समूह ने भारत में उसके पेज को कथित रूप से भारत सरकार के कहने पर प्रतिबंधित करने के लिए फेसबुक के खिलाफ मुकदमा दायर किया है।
सिख फॉर जस्टिस ने कैलिफोर्निया अमेरिकी जिला अदालत में मुकदमा दायर किया है और कहा है कि फेसबुक को भारत में एसएफजे ( सिख फॉर जस्टिस) के पेज पर रोक को हटाना चाहिए।
संगठन ने साथ ही अदालत से यह आदेश देने की अपील की है कि फेसबुक को उसके पेज के संबंध में भारत सरकार के साथ हुए सभी प्रकार के पत्र व्यवहार को पेश करना चाहिए।
साथ ही एसएफजे ने कहा है कि अदालत फेसबुक को भविष्य में समूह के पेज को प्रतिबंधित करने से रोकने का भी आदेश दे। एसएफजे के मुकदमे के संबंध में फेसबुक के पास अपना जवाब दाखिल करने के लिए 15 दिन का समय है।
एसएफजे ने आरोप लगाया है कि ईसाई, मुस्लिम और सिख समुदाय के लोगों का जबरन हिंदू धर्म में धर्मांतरण कराने के खिलाफ चलाए गए उसके अभियान पर बदले की कार्रवाई के तहत भारत में उसके फेसबुक पेज को प्रतिबंधित किया गया है।
एसएफजे ने पिछले महीने कहा था कि भारत में 85 हजार से अधिक उसके समर्थक और इंटरनेट उपभोक्ता उसके फेसबुक पेज को नहीं देख पा रहे हैं।
सिख फॉर जस्टिस ने कैलिफोर्निया अमेरिकी जिला अदालत में मुकदमा दायर किया है और कहा है कि फेसबुक को भारत में एसएफजे ( सिख फॉर जस्टिस) के पेज पर रोक को हटाना चाहिए।
संगठन ने साथ ही अदालत से यह आदेश देने की अपील की है कि फेसबुक को उसके पेज के संबंध में भारत सरकार के साथ हुए सभी प्रकार के पत्र व्यवहार को पेश करना चाहिए।
साथ ही एसएफजे ने कहा है कि अदालत फेसबुक को भविष्य में समूह के पेज को प्रतिबंधित करने से रोकने का भी आदेश दे। एसएफजे के मुकदमे के संबंध में फेसबुक के पास अपना जवाब दाखिल करने के लिए 15 दिन का समय है।
एसएफजे ने आरोप लगाया है कि ईसाई, मुस्लिम और सिख समुदाय के लोगों का जबरन हिंदू धर्म में धर्मांतरण कराने के खिलाफ चलाए गए उसके अभियान पर बदले की कार्रवाई के तहत भारत में उसके फेसबुक पेज को प्रतिबंधित किया गया है।
एसएफजे ने पिछले महीने कहा था कि भारत में 85 हजार से अधिक उसके समर्थक और इंटरनेट उपभोक्ता उसके फेसबुक पेज को नहीं देख पा रहे हैं।
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