काराकास:
वेनेजुएला के कार्यकारी राष्ट्रपति निकोलस मदुरो ने रविवार को हुए राष्ट्रपति चुनाव में मामूली अंतर से जीत दर्ज कराई है।
आधिकारिक आंकड़े के मुताबिक उन्हें चुनाव में 50.66 फीसदी मत प्राप्त हुए हैं। लेकिन उनके प्रतिद्वंद्वी हेनरिक कैप्रिलेस ने इस चुनाव परिणाम को मानने से इनकार कर दिया है।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, नेशनल इलेक्टोरल काउंसिल (सीएनई) की अध्यक्ष तिबिसे लुसेना ने कहा कि 99.2 फीसदी मतों की हुई गिनती में मदुरो ने कैप्रिलेस को दो फीसदी के भी कम अंतर से पराजित किया है। कैप्रिलेस को 49.07 फीसदी मत मिले हैं।
लुसेना के मुताबिक अन्य उम्मीदवारों को 0.26 फीसदी मत मिले और कुल 78.71 फीसदी मतदान हुआ था।
लुसेना ने कहा, "कांटे की टक्कर वाले इस चुनाव के मद्देनजर हमने सभी उम्मीदवारों से बात की है।" उन्होंने कहा कि चुनाव परिणाम को बदला नहीं जा सकता है।
दोनों उम्मीदवारों के बीच बेहद कम अंतर रहने के मद्देनजर सीएनई के विपक्षी रेक्टर विसेंटे डायज ने मतगणना की छानबीन कराने की मांग की है।
जीत के बाद राष्ट्र को संबोधित करते हुए मदुरो ने कहा कि वह मतगणना की छानबीन के लिए तैयार हैं, और इसके साथ ही उन्होंने शांति की अपील की। उन्होंने कहा, "हम हिंसा नहीं चाहते। हम शांति चाहते हैं। विपक्ष परीक्षण चाहता है। हम इसका स्वागत करते हैं। मैं एनईसी से इस छानबीन के लिए औपचारिक अनुरोध करता हूं।" मतगणना के बाद उन्होंने कैप्रिलेस से फोन पर बात भी की है।
सत्तारूढ़ यूनाइटेड सोशलिस्ट पार्टी के उम्मीदवार मदुरो, दिवंगत राष्ट्रपति ह्यूगो शावेज के छह वर्ष के कार्यकाल के बाकी बचे हिस्से को पूरा करेंगे। शावेज का कार्यकाल जनवरी से शुरू हुआ था।
इस चुनाव परिणाम ने कइयों को चकित कर दिया है, क्योंकि चुनाव पूर्व कराए गए सर्वेक्षण में मदुरो को कैप्रिलेस पर लगभग 10 बिंदु आगे बताया गया था। लेकिन, क्रैप्रिलेस ने चुनाव परिणाम को स्वीकारने से इंकार करते हुए दोबारा मतगणना कराए जाने की मांग की है।
कैप्रिलेस ने एक प्रेस वार्ता के दौरान कहा कि जबतक दोबारा मतगणना नहीं कराई जाती, तबतक विपक्ष चुनाव परिणाम स्वीकार नहीं करेगा। उन्होंने कहा, "मैं झूठ और भ्रष्टाचार के साथ समझौता नहीं करता।"
कैप्रिलेस ने कहा, "हम कई राज्यों में जीते हैं। सरकार पराजित हुई है। हमारे दिलों में हमारे लोगों की जीत की जो भावनाएं भरी हैं, वे देर-सबेर वास्तविकता में तब्दील होकर रहेगी।"
आधिकारिक आंकड़े के मुताबिक उन्हें चुनाव में 50.66 फीसदी मत प्राप्त हुए हैं। लेकिन उनके प्रतिद्वंद्वी हेनरिक कैप्रिलेस ने इस चुनाव परिणाम को मानने से इनकार कर दिया है।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, नेशनल इलेक्टोरल काउंसिल (सीएनई) की अध्यक्ष तिबिसे लुसेना ने कहा कि 99.2 फीसदी मतों की हुई गिनती में मदुरो ने कैप्रिलेस को दो फीसदी के भी कम अंतर से पराजित किया है। कैप्रिलेस को 49.07 फीसदी मत मिले हैं।
लुसेना के मुताबिक अन्य उम्मीदवारों को 0.26 फीसदी मत मिले और कुल 78.71 फीसदी मतदान हुआ था।
लुसेना ने कहा, "कांटे की टक्कर वाले इस चुनाव के मद्देनजर हमने सभी उम्मीदवारों से बात की है।" उन्होंने कहा कि चुनाव परिणाम को बदला नहीं जा सकता है।
दोनों उम्मीदवारों के बीच बेहद कम अंतर रहने के मद्देनजर सीएनई के विपक्षी रेक्टर विसेंटे डायज ने मतगणना की छानबीन कराने की मांग की है।
जीत के बाद राष्ट्र को संबोधित करते हुए मदुरो ने कहा कि वह मतगणना की छानबीन के लिए तैयार हैं, और इसके साथ ही उन्होंने शांति की अपील की। उन्होंने कहा, "हम हिंसा नहीं चाहते। हम शांति चाहते हैं। विपक्ष परीक्षण चाहता है। हम इसका स्वागत करते हैं। मैं एनईसी से इस छानबीन के लिए औपचारिक अनुरोध करता हूं।" मतगणना के बाद उन्होंने कैप्रिलेस से फोन पर बात भी की है।
सत्तारूढ़ यूनाइटेड सोशलिस्ट पार्टी के उम्मीदवार मदुरो, दिवंगत राष्ट्रपति ह्यूगो शावेज के छह वर्ष के कार्यकाल के बाकी बचे हिस्से को पूरा करेंगे। शावेज का कार्यकाल जनवरी से शुरू हुआ था।
इस चुनाव परिणाम ने कइयों को चकित कर दिया है, क्योंकि चुनाव पूर्व कराए गए सर्वेक्षण में मदुरो को कैप्रिलेस पर लगभग 10 बिंदु आगे बताया गया था। लेकिन, क्रैप्रिलेस ने चुनाव परिणाम को स्वीकारने से इंकार करते हुए दोबारा मतगणना कराए जाने की मांग की है।
कैप्रिलेस ने एक प्रेस वार्ता के दौरान कहा कि जबतक दोबारा मतगणना नहीं कराई जाती, तबतक विपक्ष चुनाव परिणाम स्वीकार नहीं करेगा। उन्होंने कहा, "मैं झूठ और भ्रष्टाचार के साथ समझौता नहीं करता।"
कैप्रिलेस ने कहा, "हम कई राज्यों में जीते हैं। सरकार पराजित हुई है। हमारे दिलों में हमारे लोगों की जीत की जो भावनाएं भरी हैं, वे देर-सबेर वास्तविकता में तब्दील होकर रहेगी।"
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