काहिरा:
मिस्र के अपदस्थ राष्ट्रपति होस्नी मुबारक और उनके दो पूर्व मंत्रियों को नौ करोड़ डॉलर जुर्माना अदा करने का आदेश दिया गया। उन पर देश में बगावत के दौरान टेलीफोन और इंटरनेट को बंद कर अर्थव्यवस्था को नुकसान पहुंचाने का आरोप है। इस वर्ष 11 फरवरी को सत्ता से बाहर होने के बाद मुबारक के खिलाफ अदालत का यह पहला फैसला है, लेकिन वह और गंभीर आरोपों का सामना कर रहे हैं, जिसमें प्रदर्शनकारियों की हत्या करने का आदेश देना भी शामिल है। इसके लिए उन्हें मौत की भी सजा हो सकती है। मिस्र के एक न्यायाधीश ने मुबारक और दो अन्य पूर्व अधिकारियों पूर्व प्रधानमंत्री अहमद नाजिफ और पूर्व गृह मंत्री हबीब अल अदली पर नौ करोड़ डॉलर का जुर्माना किया है। मुख्यत: ऑनलाइन कार्यकर्ताओं द्वारा शुरू किए बगावत के दौरान सरकार द्वारा दूरसंचार को बाधित करने के लिए उन पर जुर्माना किया गया है। सत्ता के खिलाफ लाखों लोग जनवरी में जब सड़कों पर उतर आए, तो इंटरनेट और मोबाइल सेवाएं कई दिनों के लिए काट दी गई थीं।
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