इराक में बहुत बड़े आक्रमण की तैयारी में जुटे आतंकवादियों ने बुधवार को देश की सबसे बड़े तेल रिफाइनरी पर हमला कर दिया। प्रधानमंत्री ने शीर्ष कमांडरों को बर्खास्त कर दिया है और उन्होंने राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों से संपर्क किया है।
आतंकवादियों के खिलाफ हवाई हमले पर विचार कर रहे अमेरिका ने कहा कि उसका मानना है कि बगदाद के सुरक्षाबल हमले का मुकाबला कर रहे हैं।
उधर, ईरान ने ठान लिया है कि वह इराक में सुन्नी अरब आतंकवदियों के हाथों में शिया धर्मस्थलों को नहीं जाने देगा। अमेरिका ने बगदाद में अपने दूतावास के कर्मियों की रक्षा के लिए 275 सैनिक तैनात किए हैं। पहली बार उसने मिशन की सुरक्षा सार्वजनिक रूप से संभाल ली है। अन्य देश भी अपने नागरिकों और राजनयिकों को वहां से निकालने के प्रयास में जुट गए हैं।
इस संकट से हजारों इराकी विस्थापित हो गए हैं और देश के विभाजित हो जाने का खतरा पैदा हो गया। बैजी तेल रिफाइनरी पर हमले से अंतरराष्ट्रीय बाजार में तेल महंगा होगा। एक वरिष्ठ अधिकारी और रिफाइनरी के एक कर्मचारी ने बताया कि भारतीय समयानुसार सुबह साढ़े चार बजे बगदाद के उत्तर में सलाहेद्दीन प्रांत की इस रिफाइनरी में संघर्ष छिड़ गया। देश की इस सबसे बड़ी रिफाइनरी में हमले के दौरान तेल उत्पादों के कुछ गोदामों में आग लग गई।
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