
ट्रम्प ने ईरान के सर्वोच्च नेता की हत्या की इजरायल की योजना को वीटो कर दिया
- इजरायल-ईरान संघर्ष: दोनों पक्ष एक-दूसरे पर मिसाइलों की बौछार कर रहे हैं, यहां तक कि नागरिकों को भी निशाना बना रहे हैं. नेतन्याहू ने दावा किया कि हमने ईरानी न्यूक्लियर प्रोग्राम को काफी पीछे धकेल दिया है. आतंकवाद को बढ़ावा देने वाली सरकार के साथ बातचीत स्पष्ट रूप से कहीं नहीं जा रही है.
- प्रधानमंत्री नेतन्याहू की यह टिप्पणी ऐसे समय में आई है जब इजरायल-ईरान संघर्ष का चौथा दिन है. दोनों पक्ष एक-दूसरे पर मिसाइलों की बौछार कर रहे हैं, यहां तक कि नागरिकों को भी निशाना बना रहे हैं. स्थिति नियंत्रण से बाहर हो गई है और दोनों देशों ने अपने नागरिकों से कहा है कि वे लंबे समय तक संघर्ष के लिए तैयार रहें.
- नेतन्याहू ने एबीसी न्यूज को दिए साक्षात्कार में कहा कि इससे संघर्ष बढ़ेगा नहीं, बल्कि संघर्ष समाप्त होगा. उनसे उन रिपोर्टों के बारे में पूछा गया था जिनमें कहा गया था कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने सर्वोच्च नेता की हत्या की इजरायली योजना को इस चिंता के कारण वीटो कर दिया कि इससे ईरान-इजराइल टकराव बढ़ेगा.
- नेतन्याहू ने कहा कि ईरान 'हमेशा के लिए युद्ध' चाहता है और वे हमें परमाणु युद्ध के कगार पर ला रहे हैं. उन्होंने आगे कहा कि वास्तव में, इजरायल जो कर रहा है, वह इसे रोक रहा है. इस आक्रामकता को समाप्त कर रहा है, और हम ऐसा केवल बुरी ताकतों के सामने खड़े होकर ही कर सकते हैं.
- रिपोर्टों से पता चला है कि ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई और उनके पूरे परिवार को सुरक्षित स्थान पर ले जाया गया है , ईरान के एक अज्ञात क्षेत्र में एक बंकर. ईरान के इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स सर्वोच्च नेता की सुरक्षा कर रहे हैं और सोमवार रात तक, वह सुरक्षित हैं और घटनाक्रम की निगरानी कर रहे हैं और सेना को आदेश दे रहे हैं.
- रविवार को, इजरायली सेना ने ईरानी सैन्य ठिकानों पर बड़ा हमला करने की पुष्टि की है, जिसमें ईरानी रक्षा मंत्रालय का मुख्यालय और एसपीएनडी, एक प्रमुख न्यूक्लियर रिसर्च फैसिलिटी शामिल है. इजरायल डिफेंस फोर्स (आईडीएफ) के अनुसार, इस ऑपरेशन में उस जगह को भी निशाना बनाया गया, जहां ईरान ने कथित तौर पर अपने न्यूक्लियर परिसंपत्तियों को छिपाया था.
- इजरायली राष्ट्रपति ने यह भी खुलासा किया कि वह खुद ईरानी आक्रमण के निशाने पर थे. नेतन्याहू ने दावा किया कि यह हमला तेहरान के न्यूक्लियर प्रोग्राम का विरोध करने वाले नेताओं के खिलाफ व्यापक अभियान का हिस्सा था.
- ईरानी राष्ट्रपति पेजेशकियान ने कहा कि हम दुश्मन के हमलों का पूरी ताकत से जवाब देंगे और हम उन हमलों का उसी स्तर पर जवाब देंगे, जिस स्तर पर वे हमारे खिलाफ किए गए थे. हम युद्ध का विस्तार नहीं करना चाहते हैं, लेकिन ईरान के खिलाफ किसी भी आक्रमण का ऐसा जवाब दिया जाएगा कि हमलावर को पछताना पड़ेगा
- ईरान की तरफ से, नागरिकों की मौत का आंकड़ा लगातार बढ़ रहा है. ईरान के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, इजरायली हवाई हमलों की लगातार चार रातों के बाद कम से कम 230 लोग मारे गए हैं, जिनमें से लगभग 90 प्रतिशत नागरिक बताए जा रहे हैं.
- इजरायल ने ईरान के महत्वपूर्ण सैन्य और परमाणु बुनियादी ढांचे को निशाना बनाने में पर्याप्त सफलता का दावा किया है. इजरायली अधिकारियों का दावा है कि हाल के हमलों में कई उच्च पदस्थ ईरानी सैन्य कमांडर और परमाणु वैज्ञानिक मारे गए हैं. इजरायली सेना ने तेहरान में 80 से अधिक ठिकानों पर हमला किया, और अपने हमलों को परमाणु और सैन्य प्रतिष्ठानों से आगे बढ़ाते हुए महत्वपूर्ण तेल डिपो और सरकारी सुविधाओं को भी निशाना बनाया.
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