वाशिंगटन:
कुशल कर्मचारी के रूप में अमेरिका में स्थायी रूप से रहने के लिए आवेदन करने वाले भारतीयों के वास्ते प्रतीक्षा सूची 12 साल की है. इसे ग्रीन कार्ड भी कहा जाता है. एक ताजा रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है. भारत उन प्रमुख देशों में से है, जिनके सबसे ज्यादा नागरिकों को हर साल ग्रीन कार्ड मिलता है.
प्यू रिसर्च की रिपोर्ट में कहा गया है कि वर्ष 2015 में 36,318 भारतीयों को स्थायी निवास का दर्जा मिला. वहीं 27,798 को कानूनी रूप से रहने का अधिकार यानी ग्रीन कार्ड मिला.
रिपोर्ट में कहा गया है कि रोजगार से संबंधित श्रेणी में कुशल कर्मचारी के रूप में स्थानीय निवासी के लिए आवेदन करने वाले भारतीयों की प्रतीक्षा सूची 12 वर्ष की है. दूसरे शब्दों में कहा जाए तो सरकार अभी उन आवेदनों की जांच कर रही है जो मई, 2005 में दायर किए गए हैं.
प्यू ने कहा कि वित्त वर्ष 2010 से 2014 के दौरान 36 प्रतिशत रोजगार आधारित ग्रीन कार्ड एच-1बी वीजा धारकों को दिए गए. संख्या के हिसाब से यह आंकड़ा 2,22,000 बैठता है.
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
प्यू रिसर्च की रिपोर्ट में कहा गया है कि वर्ष 2015 में 36,318 भारतीयों को स्थायी निवास का दर्जा मिला. वहीं 27,798 को कानूनी रूप से रहने का अधिकार यानी ग्रीन कार्ड मिला.
रिपोर्ट में कहा गया है कि रोजगार से संबंधित श्रेणी में कुशल कर्मचारी के रूप में स्थानीय निवासी के लिए आवेदन करने वाले भारतीयों की प्रतीक्षा सूची 12 वर्ष की है. दूसरे शब्दों में कहा जाए तो सरकार अभी उन आवेदनों की जांच कर रही है जो मई, 2005 में दायर किए गए हैं.
प्यू ने कहा कि वित्त वर्ष 2010 से 2014 के दौरान 36 प्रतिशत रोजगार आधारित ग्रीन कार्ड एच-1बी वीजा धारकों को दिए गए. संख्या के हिसाब से यह आंकड़ा 2,22,000 बैठता है.
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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