लंदन:
आइसलैंड में ज्वालामुखी फटने से फैली राख की वजह से यूरोप में 250 से अधिक उड़ानों को रद्द करना पड़ा है। इसकी वजह से हजारों लोगों को यात्रा करने में मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। यूरोप की वायु यातायात एजेंसी यूरोकंट्रोल ने बताया कि यूरोप में 252 उड़ानों को रद्द किया गया है। समाचार पत्र 'डेली मेल' के मुताबिक सोमवार रात से स्कॉटलैंड एवं आयरलैंड के ऊपर राख, धुएं एवं वाष्प की चादर फैलने से उड़ानें बाधित हुई हैं। ब्रिटिश एयरवेज और अन्य हवाई कम्पनियों को सोमवार रात से लंदन एवं स्कॉटलैंड के बीच सभी उड़ानों को रद्द करना पड़ा है। वायु यातायात नियंत्रण कम्पनी नैट्स ने कहा कि राख हीथ्रो, लंदनडेरी, ग्लासगो, एडिनबर्ग, प्रेस्टविक, न्यूकैसल, कर्लाए, डरहम सहित ब्रिटेन के हवाई अड्डों को प्रभावित कर सकता है। वहीं, मौसम विज्ञान विभाग के प्रवक्ता ने कहा, "अगले कुछ दिनों तक मौसम में अनिश्चितित बनी रह सकती है। मौसम के मिजाज में बहुत थोड़ा परिवर्तन राख हटाने में बड़ी भूमिका निभा सकता है।" उल्लेखनीय है कि स्कॉटलैंड में सोमवार एवं मंगलवार को कम से कम 36 उड़ानें रद्द हुईं जबकि इस आपदा के बाद ब्रिटेन के सभी हवाई अड्डों को प्रतीक्षा करने और तैयार रहने के लिए कहा गया। लंदन स्थित ज्वालामुखीय राख सलाहकार केंद्र के मुताबिक आयरलैंड की वायुसीमा बंद नहीं की जाएगी। समाचार पत्र के अनुसार अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा अपनी यात्रा में किसी तरह का व्यवधान न पड़े इसे सुनिश्चित करने के लिए वह एक दिन पहले सोमवार रात आयरलैंड से लंदन के लिए रवाना हो गए। उल्लेखनीय है कि आयरलैंड स्थित ग्रिमसवोत्न ज्वालामुखी शनिवार को फट गया। इससे 9000 उड़ानों के करीब 500,000 यात्री प्रभावित हुए हैं।
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