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ब्रिटेन के पीटर हिग्स और बेल्जियम के फ्रांसवा एंगलर्ट को ‘गॉड पार्टिकल’ हिग्स बोसॅन की खोज के लिए इस वर्ष भौतिकशास्त्र के क्षेत्र में नोबेल से सम्मानित किया जाएगा। हिग्स बोसॅन की खोज ने द्रव्यमान की उपस्थिति की गुत्थी सुलझाने में मदद की है।
ज्यूरी ने कहा कि उप-परमाणुविक कणों में द्रव्यमान की उपस्थिति को समझने में मदद करने वाली प्रक्रिया के सैद्धांतिक विकास के लिए इस जोड़ी को सम्मानित किया जा रहा है । हाल ही में उनके सिद्धांत को प्रयोगशाला में सिद्ध किया जा चुका है।
इस काल्पनिक बोसॅन के संबंध में हिग्स ने 1964 में सैद्धांतिक विचार दिया था। उन्होंने कहा था कि बिग-बैंग के बाद ब्रह्मांड के ठंडा होने पर इसी कण के कारण पदार्थ में द्रव्यमान की मौजूदगी है।
हिग्स, एंगलर्ट और अन्य वैज्ञानिकों के सैद्धांतिक काम से प्रेरणा लेकर तीन वर्ष तक सैकड़ों वैज्ञानिकों ने सर्न की प्रयोगशाला में लार्ज हैड्रोन कोलाइडर की मदद से लगातार बोसॅन की तलाश की।
पिछले वर्ष चार जुलाई को भौतिकविदों ने हिग्स बोसॅन का पता लगाने की पुष्टि की घोषणा की। विज्ञान के क्षेत्र में यह मील का पत्थर है।
परंपरा के अनुसार दोनों वैज्ञानिकों को 10 दिसंबर को स्टॉकहोम में आयोजित समारोह में सम्मानित किया जाएगा।
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