
चीन ने शुक्रवार को कहा कि राजधानी बीजिंग में कोरोना के 3 नए मामले सामने आने के बाद राजधानी में प्राइमरी कक्षाओं के छात्रों की स्कूल वापसी में अभी देरी होगी. बीजिंग के कोरोनामुक्त हो जाने के दावे के दो महीने बाद ये मामले सामने आए हैं. ऐसा दावा किया जा रहा था कि चीन ने लगभग कोरोनावायरस संक्रमण पर काबू पा लिया है. चीन के मुताबिक बीते कुछ महीनों में भी जो मामले सामने आए ,वे उन लोगों के हैं जो विदेश से चीन लौटे हैं. हालांकि स्थानीय अथॉरिटी ने गुरुवार को राजधानी बीजिंग से बाहर बिना विदेश की ट्रेवल हिस्टरी के एक व्यक्ति के कोरोना संक्रमित होने की घोषणा की और शुक्रवार को कोरोना के दो नए मामले आए हैं.
जो दो नए मामले आए हैं वे चीन मीट रिसर्च सेंटर के कर्मचारी हैं. इनमें से एक ने हाल ही में पूर्वी चीन की यात्रा की थी. फिलहाल डिसइंफेक्शन के लिए बीजिंग में मीट होलसेल मार्केट और सी फूड मार्केट को शुक्रवार को बंद रखा गया और सैंपल इकट्ठा किए गए क्योंकि मरीज हाल ही में यहां गए थे.
बीजिंग के शिक्षा आयोग ने शुक्रवार को कहा कि उन्होंने पहली, दूसरी और तीसरी कक्षा के छात्रों की स्कूल वापसी को रद्द कर दिया है. आयोग ने कहा कि जो छात्र स्कूल आना शुरू कर चुके हैं, वे पहले की तरह स्कूल आएंगे लेकिन सुरक्षा की दृष्टि से महामारी रोधी मानकों का पालन किया जाएगा. बता दें कि अप्रैल के अंत से स्कूलों को छात्रों के लिए खोल दिया गया था.
इससे पहले बीजिंग में कोरोना का आखिरी मामला अप्रैल में आया था. बीजिंग में कोरोना के 597 मामले रहे , जिनमें से 174 विदेशों से आए थे, 9 स्थानीय लोगों की कोरोना से मौत हुई. अब नई घोषणा के बाद से कोरोना की दूसरी वेव को लेकर सोशल मीडिया पर चर्चा गर्म है.
दरअसल चीन ने यह मान लिया था कि बड़े स्तर पर टेस्टिंग के बाद कोरोना के मामले सामने न आने के बाद महामारी से निजात मिल गया है लेकिन ऐसा नजर नहीं आ रहा है. फिलहाल ,राजधानी बीजिंग के बचाव के लिए एहतियातन चीन अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को देश के दूसरे शहरों में लैंड करवा रहा है जहां यात्रियों का क्वारंटीन किया जा रहा है और जाने देने से पहले उनका टेस्ट किया जा रहा है.
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