संयुक्त राष्ट्र (यूएन) महासचिव बान की-मून ने कहा है कि जानलेवा इबोला वायरस पर वर्ष 2015 के मध्य तक काबू पाया जा सकता है। बान ने शुक्रवार को कहा कि इबोला महामारी के खिलाफ वैश्विक लड़ाई को तेज करके इस पर नियंत्रण पाया जा सकता है।
समाचार एजेंसी 'शिन्हुआ' के मुताबिक, विश्व बैंक के मुख्यालय में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में बान ने कहा कि परिणाम अब भी विषम हैं। उन्होंने कहा कि संगठन के शीर्ष स्वास्थ्य अधिकारी माली जाएंगे, जहां स्थिति अब भी चिंताजनक बनी हुई है।
बान ने कहा, कई स्थानों पर वायरस के प्रसार और संक्रमण की दर में वृद्धि जारी है। उन्होंने कहा, हमें अंतरराष्ट्रीय सहयोगियों, खास तौर से दूरवर्ती जिलों में प्रशिक्षित चिकित्सा टीमों और स्वयंसेवी स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं की जरूरत है। माली में 20 नवंबर तक इबोला के छह मामले सामने आ चुके हैं, जिनमें से सभी की मौत हो चुकी है।
विश्व बैंक के अध्यक्ष जिम यांग किम ने शुक्रवार को कहा कि इबोला को जड़ से मिटाना मुश्किल होगा, क्योंकि यह ऐसी बीमारी नहीं है, जिसमें कुछ मामलों को छोड़कर कह दिया जाए कि पर्याप्त काम हो चुका है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के मुताबिक, मार्च से लेकर अब तक लाइबेरिया, सिएरा लियोन और गिनी में 5,400 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है।
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं