लंदन:
एक वैज्ञानिक ने पृथ्वी के मूल्य की गणना के लिए एक समीकरण विकसित किया है, जिसके मुताबिक इस ग्रह की कीमत 30 लाख अरब पाउंड निकाली गई है। खगोल विज्ञानी ग्रेग लाफलिन ने पृथ्वी की उम्र, उसके आकार, तापमान, द्रव्यमान और अन्य महत्वपूर्ण सांख्यिकीय आंकड़ों के आधार पर यह गणना की है। गणना के मुताबिक पृथ्वी सबसे महंगा ग्रह है। मंगल ग्रह की कीमत केवल 10,000 पाउंड आंकी गई है जबकि शुक्र ग्रह की कीमत एक आने से भी कम निकली है। ब्रह्मांड में 1,235 अन्य ग्रह अस्तित्व में हैं लेकिन वहां की दुर्गम जलवायु के कारण उनकी कीमत अधिक नहीं हो सकती। समाचार पत्र 'डेली मेल' के मुताबिक अमेरिका के कैलीफोर्निया विश्वविद्यालय के लाफलिन ने नासा के 60 करोड़ पाउंड के केपलर अंतरिक्ष यान द्वारा की गई खोजों के आकलन के लिए यह समीकरण विकसित किया था। कैलीफोर्निया विश्वविद्यालय द्वारा जारी किए गए वक्तव्य के मुताबिक ग्रहों की खोज करने वाला यह अंतरिक्ष यान दो साल पहले कक्षा में चला गया था। इसके एक साल बाद लाफलिन ने केपलर द्वारा खोजे जाने वाले स्थलीय ग्रहों का मूल्य आंकने का निर्णय लिया। ऐसे समय में जब वैज्ञानिक सौर मंडल से बाहर स्थित ग्लिसी 581 सी ग्रह को पृथ्वी से सबसे ज्यादा मिलता-जुलता ग्रह मानते हैं तब इस समीकरण के मुताबिक इसकी कीमत सिर्फ 100 पाउंड निकाली गई है जबकि केओआई 326.01 की कीमत 150,000 पाउंड बताई गई है।