
ढाका:
चक्रवात रोआनू ने शनिवार को बांग्लादेश के दक्षिण तट पर भयंकर तबाही मचाई, जिससे कम से कम 24 लोगों की जान चली गई और 100 से अधिक घायल हो गए। प्रशासन ने पांच लाख लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया है।
88 किलोमीटर प्रतिघंटा की तेज हवा के साथ आए इस चक्रवात ने बारीसाल-चटगांव क्षेत्र पर बहुत बुरा असर डाला है और अन्य हिस्से भी प्रभावित हुए हैं। देश में शनिवार तड़के से ही ज्यादातर जगहों पर बारिश हुई और गरज के साथ बौछारें पड़ीं। आंधी और तेज हवा भी चली।
बांग्लादेश के आपदा प्रबंधन विभाग के महानिदेशक मोहम्मद रियाज अहमद ने कहा, 'अबतक हमें 20 लोगों की मौत का पता चला है, उनकी संख्या बढ़ सकती है।' दोपहर बाद यह उष्णकटिबंधीय चक्रवात क्रमिक रूप से ढीला पड़ गया।
उत्तर-पश्चिम चटगांव पर सबसे बुरा प्रभाव
अहमद के अनुसार ऐसा जान पड़ता है कि उत्तर-पश्चिम चटगांव पर चक्रवात का सबसे बुरा असर पड़ा। यह 80 किलोमीटर की रफ्तार से तटीय रेखा पर पहुंचा और केवल इस बंदरगाह शहर में नौ लोगों की मौत हो गई। भोला, नोआखाली और कोक्स बाजार तटीय जिलों में तीन-तीन मौत हो गईं।
उन्होंने कहा, 'बुनियादी ढांचे और अन्य नुकसान के मायने से चटगांव सबसे अधिक प्रभावित हुआ। चक्रवात ने 40,000 घरों एवं व्यावसायिक मकानों को नुकसान पहुंचाया।'
5 लाख लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया
बांग्लादेश के आपदा प्रबंधन मंत्रालय के एक प्रवक्ता ने बताया कि अबतक पांच लाख लोगों को उनके घरों से निकालकर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। अधिकारियों एवं खबरों के अनुसार रोआनू की वजह से तेज आंधी तूफान से सैकडों झोपड़ियां नष्ट हो गई।
आपदा के स्थलों से जिला प्रशासन ने कहा कि उसे हताहतों की संख्या बढ़ने की खबरें मिल रही हैं और अकेले ग्रेटर चटगांव में ही सबसे अधिक 10 लोगों की मौत हो गई।
इस बंदरगाह शहर के एक पुलिस अधिकारी ने फोन पर कहा, '(चटगांव के) बांसखाली थाने के प्रभारी अधिकारी ने वहां सात लोगों के मरने की रिपोर्ट दी है। वे डूबकर या भूस्खलन की चपेट में आने से मर गए।' ऐसा जान पड़ता है कि भोला में एक नाबालिग और एक महिला चक्रवात के पहले शिकार बने। चक्रवात दक्षिण-पश्चिम दिशा से तटीय रेखा की ओर तेजी से बढ़ा।
समुद्री लहर से रंगाबाली में बांध टूटा
पटुआखाली में 300 परिवार बाढ की चपेट में आ गए हैं, क्योंकि तेज समुद्री लहर से रंगाबाली में बांध टूट गया। तेज हवा से पेड़ उखड जाने से रास्ते भी बंद हो गए हैं।
चटगांव के शाह अमानत इंटरनेशनल हवाई अड्डे ने रोआनू के चलते अपना उड़ान परिचालन निलंबित कर दिया है। मौसम विभाग के बुलेटिन में ढाका, खुलना, बारीसाल, चटगांव और सिलहट में बहुत अधिक बारिश होने का अनुमान लगाया गया है।
राहत एवं आपदा प्रबंधन मंत्री मोफज्जल हुसैन चौधरी माया ने कहा, 'रोआनू जो स्थिति पैदा कर सकता है, उसका मुकाबला करने के लिए हमने सभी तैयारियां की हैं।'
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है)
88 किलोमीटर प्रतिघंटा की तेज हवा के साथ आए इस चक्रवात ने बारीसाल-चटगांव क्षेत्र पर बहुत बुरा असर डाला है और अन्य हिस्से भी प्रभावित हुए हैं। देश में शनिवार तड़के से ही ज्यादातर जगहों पर बारिश हुई और गरज के साथ बौछारें पड़ीं। आंधी और तेज हवा भी चली।
बांग्लादेश के आपदा प्रबंधन विभाग के महानिदेशक मोहम्मद रियाज अहमद ने कहा, 'अबतक हमें 20 लोगों की मौत का पता चला है, उनकी संख्या बढ़ सकती है।' दोपहर बाद यह उष्णकटिबंधीय चक्रवात क्रमिक रूप से ढीला पड़ गया।
उत्तर-पश्चिम चटगांव पर सबसे बुरा प्रभाव
अहमद के अनुसार ऐसा जान पड़ता है कि उत्तर-पश्चिम चटगांव पर चक्रवात का सबसे बुरा असर पड़ा। यह 80 किलोमीटर की रफ्तार से तटीय रेखा पर पहुंचा और केवल इस बंदरगाह शहर में नौ लोगों की मौत हो गई। भोला, नोआखाली और कोक्स बाजार तटीय जिलों में तीन-तीन मौत हो गईं।
उन्होंने कहा, 'बुनियादी ढांचे और अन्य नुकसान के मायने से चटगांव सबसे अधिक प्रभावित हुआ। चक्रवात ने 40,000 घरों एवं व्यावसायिक मकानों को नुकसान पहुंचाया।'
5 लाख लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया
बांग्लादेश के आपदा प्रबंधन मंत्रालय के एक प्रवक्ता ने बताया कि अबतक पांच लाख लोगों को उनके घरों से निकालकर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। अधिकारियों एवं खबरों के अनुसार रोआनू की वजह से तेज आंधी तूफान से सैकडों झोपड़ियां नष्ट हो गई।
आपदा के स्थलों से जिला प्रशासन ने कहा कि उसे हताहतों की संख्या बढ़ने की खबरें मिल रही हैं और अकेले ग्रेटर चटगांव में ही सबसे अधिक 10 लोगों की मौत हो गई।
इस बंदरगाह शहर के एक पुलिस अधिकारी ने फोन पर कहा, '(चटगांव के) बांसखाली थाने के प्रभारी अधिकारी ने वहां सात लोगों के मरने की रिपोर्ट दी है। वे डूबकर या भूस्खलन की चपेट में आने से मर गए।' ऐसा जान पड़ता है कि भोला में एक नाबालिग और एक महिला चक्रवात के पहले शिकार बने। चक्रवात दक्षिण-पश्चिम दिशा से तटीय रेखा की ओर तेजी से बढ़ा।
समुद्री लहर से रंगाबाली में बांध टूटा
पटुआखाली में 300 परिवार बाढ की चपेट में आ गए हैं, क्योंकि तेज समुद्री लहर से रंगाबाली में बांध टूट गया। तेज हवा से पेड़ उखड जाने से रास्ते भी बंद हो गए हैं।
चटगांव के शाह अमानत इंटरनेशनल हवाई अड्डे ने रोआनू के चलते अपना उड़ान परिचालन निलंबित कर दिया है। मौसम विभाग के बुलेटिन में ढाका, खुलना, बारीसाल, चटगांव और सिलहट में बहुत अधिक बारिश होने का अनुमान लगाया गया है।
राहत एवं आपदा प्रबंधन मंत्री मोफज्जल हुसैन चौधरी माया ने कहा, 'रोआनू जो स्थिति पैदा कर सकता है, उसका मुकाबला करने के लिए हमने सभी तैयारियां की हैं।'
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है)
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