
प्रतीकात्मक फोटो
इस्लामाबाद:
पाकिस्तान ने कराची-पेशावर रेल लाइन के लिए एशियन डेवलपमेंट बैंक (एडीबी) के वित्तपोषण में हिस्सेदार बनने से इनकार कर दिया है. अब चीन को अकेले ही इस परियोजना का खर्च उठाना पड़ेगा. 'डॉन न्यूज' ने पाकिस्तान के योजना व विकास मंत्री अहसान इकबाल के हवाले से शुक्रवार को बताया, "चीन ने दृढ़ता से तर्क दिया कि दो-स्रोत वाले वित्तपोषण से समस्याएं पैदा हो जाएंगी और परियोजना को नुकसान होगा."
रिपोर्ट के अनुसार, मंत्री ने कहा कि 8 अरब डॉलर की परियोजना को मूल रूप से मनीला स्थित एडीबी द्वारा आंशिक रूप से वित्तपोषित किए जाने की योजना बनाई गई थी, अब इसका खर्च चीन उठाएगा.
पाकिस्तान और चीन द्वारा इस संबंध में अगले महीने एक औपचारिक समझौते पर हस्ताक्षर किए जाने की संभावना है. एडीबी को देश की रसद की रीढ़ की हड्डी मानी जाने वाली 1,700 किलोमीटर कराची-पेशावर लाइन के लिए 3.5 अरब डॉलर प्रदान करना था. यह पाकिस्तान की चार मुख्य रेलवे लाइनों में से एक है.
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
रिपोर्ट के अनुसार, मंत्री ने कहा कि 8 अरब डॉलर की परियोजना को मूल रूप से मनीला स्थित एडीबी द्वारा आंशिक रूप से वित्तपोषित किए जाने की योजना बनाई गई थी, अब इसका खर्च चीन उठाएगा.
पाकिस्तान और चीन द्वारा इस संबंध में अगले महीने एक औपचारिक समझौते पर हस्ताक्षर किए जाने की संभावना है. एडीबी को देश की रसद की रीढ़ की हड्डी मानी जाने वाली 1,700 किलोमीटर कराची-पेशावर लाइन के लिए 3.5 अरब डॉलर प्रदान करना था. यह पाकिस्तान की चार मुख्य रेलवे लाइनों में से एक है.
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