पेंटागन रिपोर्ट के मुताबिक चीन ने भारतीय सीमा पर सेना बढ़ाई है
बीजिंग:
चीन का अमेरिका पर आरोप है कि उसने आपसी विश्वास को ‘भारी नुकसान’पहुंचाया है। चीन ने यह बात पेंटागन द्वारा चीनी सैन्य क्षमताओं को लेकर ‘बढ़ा चढ़ाकर पेश की गई' रिपोर्ट के जवाब में कही है। उसका कहना है कि पेंटागन की यह रिपोर्ट ‘जानबूझकर’उसकी रक्षा नीतियों को ‘तोड़-मरोड़कर’पेश करती हैं। चीन ने इस वाषिर्क रिपोर्ट पर गहरी असंतुष्टि दिखाई और कड़ा विरोध दर्ज किया है।
ज्यादा सैनिकों की तैनाती
गौरतलब है कि शुक्रवार को अमेरिकी रक्षा मंत्रालय पेंटागन ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि उसने भारतीय सीमा पर अपनी रक्षा क्षमताओं में इज़ाफा किया है और ज्यादा सैनिक तैनात किए हैं। अमेरिका ने इसकी वजह दुनिया के विभिन्न हिस्सों में, खास कर पाकिस्तान में चीन की बढ़ती सैन्य उपस्थिति को बताया है। पूर्वी एशिया के उप रक्षामंत्री अब्राहम एम. डेनमार्क ने जानकारी देते हुए कहा कि 'हमने भारत की सीमा के निकट के इलाकों में चीनी सेना की ओर से क्षमता और बल मुद्रा में इज़ाफा पाया है।' यह संवाददाता सम्मेलन ‘चीनी जनवादी गणराज्य की सेना और सुरक्षा घटनाक्रम’ पर अमेरिकी कांग्रेस में पेंटागन की ओर से वाषिर्क 2016 रिपोर्ट पेश किए जाने के बाद आयोजित किया गया था। हालांकि डेनमार्क ने साफ किया है कि यह तय करना मुश्किल है कि इसके पीछे वास्तविक मंशा क्या है।
जवाबी हमला
चीन की ओर से जवाब में रक्षा प्रवक्ता कर्नल यांग युजुन ने आरोप लगाया कि पेंटागन की वाषिर्क रिपोर्ट में चीन के सैन्य विकास को गलत तरह से पेश किया गया है और यह ‘चीन के सैन्य खतरे को बढ़ा-चढ़ाकर पेश करता है। गौरतलब है कि पेंटागन रिपोर्ट ऐसे समय पर आई है जब चीन के कई एशियाई देशों के साथ नौसैनिक सीमा विवाद तनावपूर्ण हो रहे हैं।
अमेरिका ने आरोप लगाया था कि चीन ने दक्षिण चीन सागर में सैन्य गतिविधियां बढ़ाई हैं जबकि चीन ने यह आरोप लगाया कि अमेरिका एशिया में नौसैनिक गतिविधियां और सैन्याभ्यास कर रहा है। अमरिकी रिपोर्ट ने अपने उन आरोपों को दोहराया है कि चीन ने खुफिया जानकारी हासिल करने के लिए अमरिकी कम्प्यूटरों पर साइबर हमले किए हैं हालाकि चीन इससे इंकार करता रहा है।
ज्यादा सैनिकों की तैनाती
गौरतलब है कि शुक्रवार को अमेरिकी रक्षा मंत्रालय पेंटागन ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि उसने भारतीय सीमा पर अपनी रक्षा क्षमताओं में इज़ाफा किया है और ज्यादा सैनिक तैनात किए हैं। अमेरिका ने इसकी वजह दुनिया के विभिन्न हिस्सों में, खास कर पाकिस्तान में चीन की बढ़ती सैन्य उपस्थिति को बताया है। पूर्वी एशिया के उप रक्षामंत्री अब्राहम एम. डेनमार्क ने जानकारी देते हुए कहा कि 'हमने भारत की सीमा के निकट के इलाकों में चीनी सेना की ओर से क्षमता और बल मुद्रा में इज़ाफा पाया है।' यह संवाददाता सम्मेलन ‘चीनी जनवादी गणराज्य की सेना और सुरक्षा घटनाक्रम’ पर अमेरिकी कांग्रेस में पेंटागन की ओर से वाषिर्क 2016 रिपोर्ट पेश किए जाने के बाद आयोजित किया गया था। हालांकि डेनमार्क ने साफ किया है कि यह तय करना मुश्किल है कि इसके पीछे वास्तविक मंशा क्या है।
जवाबी हमला
चीन की ओर से जवाब में रक्षा प्रवक्ता कर्नल यांग युजुन ने आरोप लगाया कि पेंटागन की वाषिर्क रिपोर्ट में चीन के सैन्य विकास को गलत तरह से पेश किया गया है और यह ‘चीन के सैन्य खतरे को बढ़ा-चढ़ाकर पेश करता है। गौरतलब है कि पेंटागन रिपोर्ट ऐसे समय पर आई है जब चीन के कई एशियाई देशों के साथ नौसैनिक सीमा विवाद तनावपूर्ण हो रहे हैं।
अमेरिका ने आरोप लगाया था कि चीन ने दक्षिण चीन सागर में सैन्य गतिविधियां बढ़ाई हैं जबकि चीन ने यह आरोप लगाया कि अमेरिका एशिया में नौसैनिक गतिविधियां और सैन्याभ्यास कर रहा है। अमरिकी रिपोर्ट ने अपने उन आरोपों को दोहराया है कि चीन ने खुफिया जानकारी हासिल करने के लिए अमरिकी कम्प्यूटरों पर साइबर हमले किए हैं हालाकि चीन इससे इंकार करता रहा है।
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