प्रतीकात्मक चित्र
बीजिंग:
सिक्किम के करीब डोकलाम में भारत और चीन के बीच जारी विवाद के बाद अब लद्दाख में भी चीनी सेना के घुसपैठ की खबरें आ रही हैं. वहीं, चीन ने कहा कि उसे लद्दाख में पेंगोंग झील के किनारे भारतीय क्षेत्र में पीएलए के जवानों के घुसने संबंधी रिपोर्टों की कोई जानकारी नहीं है और वह सीमा पर शांति बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध है. भारतीय सुरक्षा बलों ने लद्दाख में भारतीय क्षेत्र में घुसने की चीनी सैनिकों की कोशिश को कल नाकाम कर दिया था जिसके बाद पथराव हुआ और उसमें दोनों तरफ के लोगों को मामूली चोटें आईं.
चीन की विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता हुआ चुनयिंग से जब इस घटना के संबंध में टिप्पणी करने को कहा गया तो उन्होंने कहा, ‘‘मुझे इसकी जानकारी नहीं है. में आपको बता सकता हूं कि चीनी सीमा बल भारत-चीन सीमा पर शांति बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध है.’’ उन्होंने कहा, ‘‘हम वास्तविक नियंत्रण रेखा के चीनी हिस्से के पास हमेशा गश्त करते हैं. हम भारतीय पक्ष से अपील करते हैं कि वह एलएसी और दोनों पक्षों के बीच प्रासंगिक संधियों का पालन करे.’’
यह भी पढ़ें : Independence Day: पीएम नरेंद्र मोदी ने बिना नाम लिए लालकिले से चीन-पाकिस्तान को चेताया
इससे पहले भी जब अतीत में इस तरह की घुसपैठ हुई, चीन ने हमेशा कहा कि उसके बल सीमा के चीनी हिस्से में गश्त कर रहे थे. वह हमेशा यह कहता रहा कि दोनों देशों के बीच सीमा रेखांकित नहीं है और सीमा विवाद के हल करने की प्रक्रिया जारी है. चीन और भारत के विशेष प्रतिनिधि सीमा मुद्दा हल करने के लिए 19 दौर की वार्ता कर चुके हैं.
यह भी पढ़ें : चीन के उपप्रधानमंत्री वांग यांग बोले - हमारी और पाकिस्तान की दोस्ती स्टील से भी अधिक मजबूत
हुआ से जब पूछा गया कि सिक्किम खंड में डोकलाम इलाके का गतिरोध हल करने के प्रयास ने कोई प्रगति की है तो उन्होंने चीन का रूख दोहराया कि भारतीय सैनिकों ने चीनी सरजमीन में अवैध रूप से प्रवेश किया है और उन्हें बिना शर्त वापस जाना चाहिए.
VIDEO : अरुण जेटली ने संसद में दिया बयान
उन्होंने कहा, ‘‘यह दोनों पक्षों के बीच किसी सार्थक वार्ता के लिए पूर्व शर्त है.’’ बहरहाल, चीन मानता रहा है कि इस मुद्दे पर चर्चा के कूटनीतिक चैनलों से वार्ता हो रही है. (आईएएनएस की रिपोर्ट)
चीन की विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता हुआ चुनयिंग से जब इस घटना के संबंध में टिप्पणी करने को कहा गया तो उन्होंने कहा, ‘‘मुझे इसकी जानकारी नहीं है. में आपको बता सकता हूं कि चीनी सीमा बल भारत-चीन सीमा पर शांति बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध है.’’ उन्होंने कहा, ‘‘हम वास्तविक नियंत्रण रेखा के चीनी हिस्से के पास हमेशा गश्त करते हैं. हम भारतीय पक्ष से अपील करते हैं कि वह एलएसी और दोनों पक्षों के बीच प्रासंगिक संधियों का पालन करे.’’
यह भी पढ़ें : Independence Day: पीएम नरेंद्र मोदी ने बिना नाम लिए लालकिले से चीन-पाकिस्तान को चेताया
इससे पहले भी जब अतीत में इस तरह की घुसपैठ हुई, चीन ने हमेशा कहा कि उसके बल सीमा के चीनी हिस्से में गश्त कर रहे थे. वह हमेशा यह कहता रहा कि दोनों देशों के बीच सीमा रेखांकित नहीं है और सीमा विवाद के हल करने की प्रक्रिया जारी है. चीन और भारत के विशेष प्रतिनिधि सीमा मुद्दा हल करने के लिए 19 दौर की वार्ता कर चुके हैं.
यह भी पढ़ें : चीन के उपप्रधानमंत्री वांग यांग बोले - हमारी और पाकिस्तान की दोस्ती स्टील से भी अधिक मजबूत
हुआ से जब पूछा गया कि सिक्किम खंड में डोकलाम इलाके का गतिरोध हल करने के प्रयास ने कोई प्रगति की है तो उन्होंने चीन का रूख दोहराया कि भारतीय सैनिकों ने चीनी सरजमीन में अवैध रूप से प्रवेश किया है और उन्हें बिना शर्त वापस जाना चाहिए.
VIDEO : अरुण जेटली ने संसद में दिया बयान
उन्होंने कहा, ‘‘यह दोनों पक्षों के बीच किसी सार्थक वार्ता के लिए पूर्व शर्त है.’’ बहरहाल, चीन मानता रहा है कि इस मुद्दे पर चर्चा के कूटनीतिक चैनलों से वार्ता हो रही है. (आईएएनएस की रिपोर्ट)
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं