अलोप्पो शहर (फाइल फोटो)
अलेप्पो:
बिगड़ते हालात की वजह से हज़ारों सीरियाई नागरिकों ने युद्ध प्रभावित अलेप्पो शहर छोड़ दिया है. वहीं संयुक्त राष्ट्र ने वहां पर्यवेक्षक तैनात किए जाने के पक्ष में मतदान किया और कहा कि उसने फरवरी में जिनेवा में नए सिरे से शांति वार्ता की योजना बनाई है.
संयुक्त राष्ट्र के दूत स्टीफन डी मिस्तूरा ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र का इरादा 8 फरवरी, 2017 को जिनेवा में वार्ता आयोजित करने का है. अलेप्पो में रूस की मदद से लोगों को शहर छोड़ने के अभियान की निगरानी के लिए फ्रांस द्वारा तैयार एक प्रस्ताव को सुरक्षा परिषद ने सर्वसम्मति से स्वीकार कर लिया है.
हालांकि एक पुलिसकर्मी द्वारा तुर्की में रूस के राजदूत आंद्रेई कालरेव की गोली मारकर हत्या किए जाने के बाद मॉस्को में रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहा कि इससे सीरिया में शांति प्रक्रिया में व्यवधान पैदा हो सकता है और साथ ही तुर्की-रूस संबंधों को नुकसान पहुंच सकता है.
रेडक्रॉस सोसायटी के मुताबिक सेना द्वारा संघर्ष विराम की घोषणा के बाद बीते हफ्ते में 25 हज़ार से ज्यादा लोग शहर छोड़ चुके हैं. संयुक्त राष्ट्र के विशेष दूत ने बताया कि बीते गुरुवार को करीब 40 हज़ार आम नागरिक और करीब 10 हज़ार विद्रोहियों का शहर में रुके होने का अनुमान है.
उधर, एक तरफ लोग बसों में भरकर शहर छोड़ रहे थे तो दूसरी तरफ सेना लाउडस्पीकरों के द्वारा जल्द ही शहर में प्रवेश करने की घोषणा कर रही थी. सेना विद्रोहियों को तत्काल शहर छोड़ने की चेतावनी दे रही है.
संयुक्त राष्ट्र के दूत स्टीफन डी मिस्तूरा ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र का इरादा 8 फरवरी, 2017 को जिनेवा में वार्ता आयोजित करने का है. अलेप्पो में रूस की मदद से लोगों को शहर छोड़ने के अभियान की निगरानी के लिए फ्रांस द्वारा तैयार एक प्रस्ताव को सुरक्षा परिषद ने सर्वसम्मति से स्वीकार कर लिया है.
हालांकि एक पुलिसकर्मी द्वारा तुर्की में रूस के राजदूत आंद्रेई कालरेव की गोली मारकर हत्या किए जाने के बाद मॉस्को में रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहा कि इससे सीरिया में शांति प्रक्रिया में व्यवधान पैदा हो सकता है और साथ ही तुर्की-रूस संबंधों को नुकसान पहुंच सकता है.
रेडक्रॉस सोसायटी के मुताबिक सेना द्वारा संघर्ष विराम की घोषणा के बाद बीते हफ्ते में 25 हज़ार से ज्यादा लोग शहर छोड़ चुके हैं. संयुक्त राष्ट्र के विशेष दूत ने बताया कि बीते गुरुवार को करीब 40 हज़ार आम नागरिक और करीब 10 हज़ार विद्रोहियों का शहर में रुके होने का अनुमान है.
उधर, एक तरफ लोग बसों में भरकर शहर छोड़ रहे थे तो दूसरी तरफ सेना लाउडस्पीकरों के द्वारा जल्द ही शहर में प्रवेश करने की घोषणा कर रही थी. सेना विद्रोहियों को तत्काल शहर छोड़ने की चेतावनी दे रही है.
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