
रूस में प्रति व्यक्ति शराब का सेवन 15 लीटर सालाना से घटकर 10 लीटर रह गया है
बिहार में शराबबंदी के समर्थन में मानव श्रृंखला ने सभी का ध्यान खींचा. 3 करोड़ से अधिक लोगों ने एक-दूसरे का हाथ थामकर शराब के इस्तेमाल के खिलाफ अपनी एकजुटता दिखाई. शराब के खिलाफ भारत में ही नहीं विदेशों में भी मुहिम चलाई जा रही हैं और रूस में तो इस मुहिम का असर दिखने भी लगा है. यहां प्रति व्यक्ति शराब के सेवन में 30 फीसदी तक की गिरावट आई है.
साल 2009 में रूस में प्रति व्यक्ति शराब का सेवन 15 लीटर था जो कि घटकर अब 10 लीटर रह गया है. उपभोक्ता अधिकार संरक्षण पर काम करने वाली रूस की संघीय सेवा 'रेस्पोट्रेब्नोदजोर' (Rospotrebnadzor) के मुताबिक शराब के विज्ञापनों पर रोक लगने और शराब के न्यूनतम मूल्य तय करने जैसे उठाए गए सकारात्मक कदमों से शराब के इस्तेमाल में यह कमी दर्ज की गई है. इनके अलावा रूस में शराब के सेवन की न्यूनतम आयु भी तय की गई है और इसकी फुटकर बिक्री पर रोक लगाई गई है.
रेस्पोट्रेब्नोदजोर की रिपोर्ट के मुताबिक, यहां शराब पीकर होने वाले बीमारों की संख्या में भी 2009 के बाद 30 फीसदी तक की गिरावट दर्ज की गई है. हालांकि 'विश्व स्वास्थ्य संगठन' का कहना है कि रूस में अभी भी शराब के सेवन खतरनाक स्तर पर है.
इस स्तर को कम करने के लिए 'रेस्पोट्रेब्नोदजोर' ने स्वस्थ्य जीवन शैली को बढ़ावा देने, शराब के खुदरा कारोबार पर कानूनी शिकंजा लगाने तथा बियर फेस्टिवल जैसे आयोजनों पर रोक लगाने की मांग की है.
रूस में दिसंबर महीने में जहरीली शराब के सेवन से 50 से अधिक लोगों की मौत हो गई थी. यहां के साइबेरियन शहर 'इर्कुत्स्क' में बॉयरीशनक (एंटीफ्रीज़र) नामक पदार्थ पीने यह घटना हई थी. हालात बिगड़ते देख सरकार को यहां आपातकालीन स्थिति घोषित करनी पड़ी.
एक अन्य सर्वे में सामने आया है कि रूस में 12 लाख से अधिक लोग नशे के लिए सस्ते एल्कोहलिक जैसे इत्र, खिड़की साफ करने का स्प्रे. दाढ़ी बनाने का स्प्रे और एंटीफ्रीज़र जैसे पदार्थों का इस्तेमाल करते हैं.
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) द्वारा 2011 में जारी रिपोर्ट के मुताबिक शराब के सबसे ज्यादा सेवन के मामले में यूरोपियन देशों में रूस चौथे स्थान पर है. यहां सालाना प्रति व्यक्ति शराब का सेवन 15.76 लीटर है. इतना ही नहीं शराब के स्थान पर पीए जाने वाले अन्य अल्कोहलिक पेय का इस्तेमाल भी रूस में चरम पर होता है.
साल 2009 में रूस में प्रति व्यक्ति शराब का सेवन 15 लीटर था जो कि घटकर अब 10 लीटर रह गया है. उपभोक्ता अधिकार संरक्षण पर काम करने वाली रूस की संघीय सेवा 'रेस्पोट्रेब्नोदजोर' (Rospotrebnadzor) के मुताबिक शराब के विज्ञापनों पर रोक लगने और शराब के न्यूनतम मूल्य तय करने जैसे उठाए गए सकारात्मक कदमों से शराब के इस्तेमाल में यह कमी दर्ज की गई है. इनके अलावा रूस में शराब के सेवन की न्यूनतम आयु भी तय की गई है और इसकी फुटकर बिक्री पर रोक लगाई गई है.
रेस्पोट्रेब्नोदजोर की रिपोर्ट के मुताबिक, यहां शराब पीकर होने वाले बीमारों की संख्या में भी 2009 के बाद 30 फीसदी तक की गिरावट दर्ज की गई है. हालांकि 'विश्व स्वास्थ्य संगठन' का कहना है कि रूस में अभी भी शराब के सेवन खतरनाक स्तर पर है.
इस स्तर को कम करने के लिए 'रेस्पोट्रेब्नोदजोर' ने स्वस्थ्य जीवन शैली को बढ़ावा देने, शराब के खुदरा कारोबार पर कानूनी शिकंजा लगाने तथा बियर फेस्टिवल जैसे आयोजनों पर रोक लगाने की मांग की है.
रूस में दिसंबर महीने में जहरीली शराब के सेवन से 50 से अधिक लोगों की मौत हो गई थी. यहां के साइबेरियन शहर 'इर्कुत्स्क' में बॉयरीशनक (एंटीफ्रीज़र) नामक पदार्थ पीने यह घटना हई थी. हालात बिगड़ते देख सरकार को यहां आपातकालीन स्थिति घोषित करनी पड़ी.
एक अन्य सर्वे में सामने आया है कि रूस में 12 लाख से अधिक लोग नशे के लिए सस्ते एल्कोहलिक जैसे इत्र, खिड़की साफ करने का स्प्रे. दाढ़ी बनाने का स्प्रे और एंटीफ्रीज़र जैसे पदार्थों का इस्तेमाल करते हैं.
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) द्वारा 2011 में जारी रिपोर्ट के मुताबिक शराब के सबसे ज्यादा सेवन के मामले में यूरोपियन देशों में रूस चौथे स्थान पर है. यहां सालाना प्रति व्यक्ति शराब का सेवन 15.76 लीटर है. इतना ही नहीं शराब के स्थान पर पीए जाने वाले अन्य अल्कोहलिक पेय का इस्तेमाल भी रूस में चरम पर होता है.
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