
देहरादून शहर में ट्रैफिक के दबाव को कम करने के लिए एक मास्टर प्लान तैयार किया गया है. इसमे शहर के बीचों बीच रिस्पना नदी और बिंदाल नदी पर फोर लेन एलिवेटेड रोड बनाई जाएगी. लोक निर्माण विभाग इस एलिवेटेड रोड के प्रस्ताव पर तेजी के साथ काम कर रही है.
राज्य गठन के बाद देहरादून को राजधानी तो बनाया गया लेकिन राजधानी बनाने की दिशा में इसमें काम नहीं किया गया. इसका अंदाजा देहरादून मे बढ़ रहे ट्रैफिक लेकिन उस हिसाब से सड़कें न होने से भी लगाया जा सकता है. यही कारण है कि देहरादून ट्रैफिक जाम की समस्याओं में घिरता जा रहा है. आए दिन ही देहरादून के लोग और बाहर से आने-जाने वाले पर्यटक ट्रैफिक की परेशानी का सामना करते हैं.
अब ऐसे में देहरादून का लोक निर्माण विभाग एक बड़े प्रोजेक्ट पर काम करने जा रहा है जो आने वाले समय में इस शहर की दशा और दिशा को बिल्कुल बदल देगा. लोक निर्माण विभाग के सचिव पंकज पांडे के मुताबिक विभाग ने आने वाले भविष्य में बढ़ते ट्रैफिक की समस्या से निपटने के लिए एक बड़ा प्रोजेक्ट शुरू किया है. इसमें देहरादून शहर के बीचों-बीच बहने वाली रिस्पना और बिंदल नदियों पर एलिवेटेड फोरलेन सड़क बनाई जाएगी. इस प्रोजेक्ट में दोनों नदियों के बीच पिलर खड़े किए जाएंगे जिन पर यह पूरा एलिवेटेड फोर लेन रोड बनाया जाएगा.
इस प्रोजेक्ट में रिस्पना नदी पर विधानसभा के पास रिस्पना पुल से नागल पुल तक 11 किलोमीटर लंबा एलिवेटेड कॉरिडोर बनाया जाएगा, जबकि बिंदाल नदी पर कारगी चौक से शुरू राजपुर रोड पर साईं मंदिर के पास तक 15 किलोमीटर कोरिडोर बनेगा. दोनों प्रोजेक्ट की लागत करीब छह हज़ार करोड़ होगी.
पीडब्ल्यूडी विभाग के सचिव पंकज कुमार पांडे का कहना है कि दोनों प्रोजेक्ट पर इसी साल काम शुरू हो जाएगा. उनके मुताबिक दोनों नदियों के किनारे बसे कुछ हिस्सों में से लोगों को विस्थापित किया जाएगा.
ये भी पढ़ें: कुणाल कामरा केस में BMC का एक्शन, हथौड़ा लेकर हैबिटेट स्टूडियो पहुंची टीम
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं