Gujarat | Reported by: राजीव पाठक |बुधवार जुलाई 5, 2017 06:07 PM IST कंसलटेंट इंजीनियर हिरेन वाघेला कहते हैं कि वो काफी कुछ दुरूस्त करना चाहते हैं, लेकिन जो चाय की दुकान थी, उसे वैसे ही रखा जाएगा, तभी उसका आकर्षण रहेगा.. प्रधानमंत्री की शुरुआती यादें रहेंगी. अगर उसे भी बदल दिया गया तो वो याद खत्म हो जाएगी.