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Ukraine Russia Ties

'Ukraine Russia Ties' - 8 News Result(s)
  • 'टेंपरेचर नीचे, दोस्ती प्लस में'! जानिए कैसे इशारों में रूस को सबकुछ समझा गए मोदी

    'टेंपरेचर नीचे, दोस्ती प्लस में'! जानिए कैसे इशारों में रूस को सबकुछ समझा गए मोदी

    तीसरी बार प्रधानमंत्री बनने के बाद नरेंद्र मोदी का यह पहला रूस दौरा है. पीएम मोदी का यह रूस दौरान ऐसे समय हो रहा है जब उसकी नजदीकियां चीन के साथ बढ़ रही हैं.यूक्रेन पर रूस के हमले के बाद से रूस चीन की दोस्ती और प्रगाढ़ हुई है.

  • Explainer: Russia-Ukraine War के बीच PM मोदी का Europe दौरा India के लिए क्यों है अहम?

    Explainer: Russia-Ukraine War के बीच PM मोदी का Europe दौरा India के लिए क्यों है अहम?

    रूस-यूक्रेन युद्ध (Russia Ukraine War) के मद्देनज़र अमेरिका (US) और यूरोप (Europe) लगातार लोकतंत्रिक देशों के एक साथ खड़े होने की ज़रूरत बता रहे हैं. इनका मकसद रूस (Russia) को वैश्विक मंच पर अलग-थलग करना है. रूस को वैश्विक व्यवस्था से काटने के लिए यूरोप चाहता है कि भारत (India) रूस (Russia) से दूरी बना ले. भारत ने काफी दबाव के बावजूद यूक्रेन पर आक्रमण के लिए रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन (Vladimir Putin) की अभी तक सीधी निंदा नहीं की है.

  • Russia "G20 का महत्वपूर्ण सदस्य", उसे निकाल नहीं सकते बाक़ी सदस्य : China

    Russia "G20 का महत्वपूर्ण सदस्य", उसे निकाल नहीं सकते बाक़ी सदस्य : China

    यूक्रेन पर हमले (Ukraine War) के बाद जहां रूस (Russia) दुनिया में अलग-थलग पड़ रहा है तो वहीं चीन (China) ने (Russia) को अहम कूटनीतिक संरक्षण दिया है. रूस की अर्थव्यवस्था प्रतिबंधों के बाद लगातार लड़खड़ा रही है.

  • Ukraine में लड़ने के लिए Russia अब सीरियाई लड़ाके कर रहा भर्ती: अमेरिका

    Ukraine में लड़ने के लिए Russia अब सीरियाई लड़ाके कर रहा भर्ती: अमेरिका

    Ukraine Crisis: रूस (Russia) के यूक्रेन (Ukraine) पर हमले  को 12 बीत चुके हैं और इस बीच लगभग 15 लाख से अधिक लोग यूक्रेन छोड़कर भाग चुके हैं. संयुक्त राष्ट्र (UN) ने इसे दूसरे विश्व युद्ध के बाद से यूरोप का सबसे तेजी से बढ़ता शरणार्थी संकट कहा है.

  • यूक्रेन संकट : रूसी सांसदों ने राष्ट्रपति पुतिन को देश से बाहर बल प्रयोग की इजाजत दी

    यूक्रेन संकट : रूसी सांसदों ने राष्ट्रपति पुतिन को देश से बाहर बल प्रयोग की इजाजत दी

    रूसी संसद के ऊपरी सदन ने राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को देश के बाहर सैन्य बल प्रयोग की अनुमति दे दी है. संसद की मंजूरी के बाद रूस के लिए यूक्रेन पर व्यापक हमले का रास्ता साफ हो गया है. पुतिन ने इस संबंध में संसद के ऊपरी सदन को एक पत्र लिखा था. पुतिन ने एक दिन पहले यूक्रेन के विद्रोहियों वाले इलाकों की स्वतंत्रता को मान्यता दी थी. इससे पहले पश्चिमी देशों के नेताओं ने कहा था कि रूस के सैनिक यूक्रेन के पूर्वी हिस्से में पहुंच गए हैं. वहीं अमेरिका ने रूस के इस कदम को आक्रमण बताया है.

  • क्या अमेरिका यूक्रेन को लेकर पुतिन से युद्ध करेगा?

    क्या अमेरिका यूक्रेन को लेकर पुतिन से युद्ध करेगा?

    यूक्रेन में तनाव है और युद्ध की आशंका ने दुनिया को अस्थिरता से घेर लिया है. युद्ध अपने साथ प्रोपेगैंडा लेकर आता है. इराक युद्ध के समय पश्चिमी देशों का प्रोपेगैंडा सच बनकर छाया हुआ था जिस पर ब्रिटेन की संसद की बनाई चिल्कॉट कमेटी ने बताया था कि इराक पर हमला करने से पहले ब्रिटेन ने अपनी जनता से झूठ बोला था कि सद्दाम हुसैन के पास रसायनिक हथियार हैं. इराक युद्ध में ब्रिटेन  की सेना भेजने वाले तबके प्रधानमंत्री टोनी ब्लेयर ने इस रिपोर्ट को खारिज कर दिया था लेकिन इस दौरान रणनीति बनाने में हुई गलतियों को लेकर माफी भी मांगी थी. इस संदर्भ में हमें यह देखना ही चाहिए कि कौन सा देश कितना सही बोल रहा है और कितना हंगामा मचा रहा है. इस हंगामे का लाभ कौन उठाने वाला है और क्या करने वाला है. लेकिन हम और आप इससे प्रभावित ज़रूर हैं. आज रायटर समाचार एजेंसी ने ट्वीट किया है कि अंतर्राष्ट्रीय बाज़ार में कच्चे तेल की कीमत सितंबर 2014 के बाद सबसे अधिक स्तर पर पहुंच गई है. सितंबर 2014 में कच्चे तेल का भाव 99.38 डॉलर प्रति बैरल हो गया था जो सोमवार के दिन 98.87 डॉलर प्रति बैरल हो गया?

  • संघर्ष रोकने का अंतिम प्रयास, फ्रांस के राष्ट्रपति और पुतिन के बीच यूक्रेन पर बातचीत

    संघर्ष रोकने का अंतिम प्रयास, फ्रांस के राष्ट्रपति और पुतिन के बीच यूक्रेन पर बातचीत

    पश्चिमी शक्तियों की ओर से यूक्रेन पर आसन्न रूसी हमले और विनाशकारी यूरोपीय युद्ध को रोकने के लिए रविवार को अंतिम राजनयिक प्रयास किए गए. फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन ने अपने रूसी समकक्ष व्लादिमीर पुतिन को युद्धविराम की कोशिश के लिए बुलाते ही यूक्रेनी कमांडरों ने पूर्वी यूक्रेन में तीव्र गोलाबारी की खबर दी. मैक्रॉन गत 7 फरवरी को पुतिन से मुलाकात के बाद से जर्मनी के चांसलर ओलाफ स्कोल्ज़ जैसे पश्चिमी देशों के साथी नेताओं के साथ पुतिन से युद्ध के कगार से पीछे हटने का आग्रह कर रहे हैं.

  • यूक्रेन और रूस:  'साझा' अतीत पर कितनी हावी अलग यादें और पहचान?

    यूक्रेन और रूस: 'साझा' अतीत पर कितनी हावी अलग यादें और पहचान?

    पिछले एक दशक में, रूस और यूक्रेन इस बात पर भी अलग-अलग हो गए हैं कि वे अपने साझा अतीत को कैसे देखते हैं. उदाहरण के लिए 2015 में, कीव ने नाज़ीवाद के साथ साम्यवाद की बराबरी करने वाला कानून पारित किया, जबकि 2014 में, रूस ने द्वितीय विश्व युद्ध में सोवियत संघ के कार्यों की आलोचना को अपराध करार देने वाला एक कानून अपनाया. आज, दोनों पक्षों के राजनेता अतीत को लेकर एक दूसरे पर जुमले उछालते रहते हैं.

'Ukraine Russia Ties' - 10 Video Result(s)
'Ukraine Russia Ties' - 8 News Result(s)
  • 'टेंपरेचर नीचे, दोस्ती प्लस में'! जानिए कैसे इशारों में रूस को सबकुछ समझा गए मोदी

    'टेंपरेचर नीचे, दोस्ती प्लस में'! जानिए कैसे इशारों में रूस को सबकुछ समझा गए मोदी

    तीसरी बार प्रधानमंत्री बनने के बाद नरेंद्र मोदी का यह पहला रूस दौरा है. पीएम मोदी का यह रूस दौरान ऐसे समय हो रहा है जब उसकी नजदीकियां चीन के साथ बढ़ रही हैं.यूक्रेन पर रूस के हमले के बाद से रूस चीन की दोस्ती और प्रगाढ़ हुई है.

  • Explainer: Russia-Ukraine War के बीच PM मोदी का Europe दौरा India के लिए क्यों है अहम?

    Explainer: Russia-Ukraine War के बीच PM मोदी का Europe दौरा India के लिए क्यों है अहम?

    रूस-यूक्रेन युद्ध (Russia Ukraine War) के मद्देनज़र अमेरिका (US) और यूरोप (Europe) लगातार लोकतंत्रिक देशों के एक साथ खड़े होने की ज़रूरत बता रहे हैं. इनका मकसद रूस (Russia) को वैश्विक मंच पर अलग-थलग करना है. रूस को वैश्विक व्यवस्था से काटने के लिए यूरोप चाहता है कि भारत (India) रूस (Russia) से दूरी बना ले. भारत ने काफी दबाव के बावजूद यूक्रेन पर आक्रमण के लिए रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन (Vladimir Putin) की अभी तक सीधी निंदा नहीं की है.

  • Russia "G20 का महत्वपूर्ण सदस्य", उसे निकाल नहीं सकते बाक़ी सदस्य : China

    Russia "G20 का महत्वपूर्ण सदस्य", उसे निकाल नहीं सकते बाक़ी सदस्य : China

    यूक्रेन पर हमले (Ukraine War) के बाद जहां रूस (Russia) दुनिया में अलग-थलग पड़ रहा है तो वहीं चीन (China) ने (Russia) को अहम कूटनीतिक संरक्षण दिया है. रूस की अर्थव्यवस्था प्रतिबंधों के बाद लगातार लड़खड़ा रही है.

  • Ukraine में लड़ने के लिए Russia अब सीरियाई लड़ाके कर रहा भर्ती: अमेरिका

    Ukraine में लड़ने के लिए Russia अब सीरियाई लड़ाके कर रहा भर्ती: अमेरिका

    Ukraine Crisis: रूस (Russia) के यूक्रेन (Ukraine) पर हमले  को 12 बीत चुके हैं और इस बीच लगभग 15 लाख से अधिक लोग यूक्रेन छोड़कर भाग चुके हैं. संयुक्त राष्ट्र (UN) ने इसे दूसरे विश्व युद्ध के बाद से यूरोप का सबसे तेजी से बढ़ता शरणार्थी संकट कहा है.

  • यूक्रेन संकट : रूसी सांसदों ने राष्ट्रपति पुतिन को देश से बाहर बल प्रयोग की इजाजत दी

    यूक्रेन संकट : रूसी सांसदों ने राष्ट्रपति पुतिन को देश से बाहर बल प्रयोग की इजाजत दी

    रूसी संसद के ऊपरी सदन ने राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को देश के बाहर सैन्य बल प्रयोग की अनुमति दे दी है. संसद की मंजूरी के बाद रूस के लिए यूक्रेन पर व्यापक हमले का रास्ता साफ हो गया है. पुतिन ने इस संबंध में संसद के ऊपरी सदन को एक पत्र लिखा था. पुतिन ने एक दिन पहले यूक्रेन के विद्रोहियों वाले इलाकों की स्वतंत्रता को मान्यता दी थी. इससे पहले पश्चिमी देशों के नेताओं ने कहा था कि रूस के सैनिक यूक्रेन के पूर्वी हिस्से में पहुंच गए हैं. वहीं अमेरिका ने रूस के इस कदम को आक्रमण बताया है.

  • क्या अमेरिका यूक्रेन को लेकर पुतिन से युद्ध करेगा?

    क्या अमेरिका यूक्रेन को लेकर पुतिन से युद्ध करेगा?

    यूक्रेन में तनाव है और युद्ध की आशंका ने दुनिया को अस्थिरता से घेर लिया है. युद्ध अपने साथ प्रोपेगैंडा लेकर आता है. इराक युद्ध के समय पश्चिमी देशों का प्रोपेगैंडा सच बनकर छाया हुआ था जिस पर ब्रिटेन की संसद की बनाई चिल्कॉट कमेटी ने बताया था कि इराक पर हमला करने से पहले ब्रिटेन ने अपनी जनता से झूठ बोला था कि सद्दाम हुसैन के पास रसायनिक हथियार हैं. इराक युद्ध में ब्रिटेन  की सेना भेजने वाले तबके प्रधानमंत्री टोनी ब्लेयर ने इस रिपोर्ट को खारिज कर दिया था लेकिन इस दौरान रणनीति बनाने में हुई गलतियों को लेकर माफी भी मांगी थी. इस संदर्भ में हमें यह देखना ही चाहिए कि कौन सा देश कितना सही बोल रहा है और कितना हंगामा मचा रहा है. इस हंगामे का लाभ कौन उठाने वाला है और क्या करने वाला है. लेकिन हम और आप इससे प्रभावित ज़रूर हैं. आज रायटर समाचार एजेंसी ने ट्वीट किया है कि अंतर्राष्ट्रीय बाज़ार में कच्चे तेल की कीमत सितंबर 2014 के बाद सबसे अधिक स्तर पर पहुंच गई है. सितंबर 2014 में कच्चे तेल का भाव 99.38 डॉलर प्रति बैरल हो गया था जो सोमवार के दिन 98.87 डॉलर प्रति बैरल हो गया?

  • संघर्ष रोकने का अंतिम प्रयास, फ्रांस के राष्ट्रपति और पुतिन के बीच यूक्रेन पर बातचीत

    संघर्ष रोकने का अंतिम प्रयास, फ्रांस के राष्ट्रपति और पुतिन के बीच यूक्रेन पर बातचीत

    पश्चिमी शक्तियों की ओर से यूक्रेन पर आसन्न रूसी हमले और विनाशकारी यूरोपीय युद्ध को रोकने के लिए रविवार को अंतिम राजनयिक प्रयास किए गए. फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन ने अपने रूसी समकक्ष व्लादिमीर पुतिन को युद्धविराम की कोशिश के लिए बुलाते ही यूक्रेनी कमांडरों ने पूर्वी यूक्रेन में तीव्र गोलाबारी की खबर दी. मैक्रॉन गत 7 फरवरी को पुतिन से मुलाकात के बाद से जर्मनी के चांसलर ओलाफ स्कोल्ज़ जैसे पश्चिमी देशों के साथी नेताओं के साथ पुतिन से युद्ध के कगार से पीछे हटने का आग्रह कर रहे हैं.

  • यूक्रेन और रूस:  'साझा' अतीत पर कितनी हावी अलग यादें और पहचान?

    यूक्रेन और रूस: 'साझा' अतीत पर कितनी हावी अलग यादें और पहचान?

    पिछले एक दशक में, रूस और यूक्रेन इस बात पर भी अलग-अलग हो गए हैं कि वे अपने साझा अतीत को कैसे देखते हैं. उदाहरण के लिए 2015 में, कीव ने नाज़ीवाद के साथ साम्यवाद की बराबरी करने वाला कानून पारित किया, जबकि 2014 में, रूस ने द्वितीय विश्व युद्ध में सोवियत संघ के कार्यों की आलोचना को अपराध करार देने वाला एक कानून अपनाया. आज, दोनों पक्षों के राजनेता अतीत को लेकर एक दूसरे पर जुमले उछालते रहते हैं.

'Ukraine Russia Ties' - 10 Video Result(s)