Tribute To Kamal Khan
- सब
- ख़बरें
- वीडियो
-
जिनकी पत्रकारिता को उनका नाम ही करता है बयां, उन कमाल खान को देश ने यूं दी पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि
- Saturday January 14, 2023
दुनिया में साधारण बातें हम भूल जाते हैं और असाधारण सालों याद रहती हैं. कमाल का नाम ही उनके पत्रकारिता जीवन को एक शब्दों में बयान करने के लिए काफी है. बेहतरीन और असाधारण रिपोर्टिंग की बात चलेगी तो जिक्र कमाल खान का जरूर आएगा.
-
ndtv.in
-
जिस पेशे को अपने पसीने से कमाल ख़ान ने सींचा वो अब उनसे वीरान हो गया...
- Saturday January 15, 2022
- Ravish Kumar
हज़ार दुखों से गुज़र रही भारत की पत्रकारिता का दुख आज हज़ार गुना गहरा लग रहा है. जिस पेश को अपने पसीने से कमाल ख़ान ने सींचा वो अब उनसे वीरान हो गया है. कमाल ख़ान हमारे बीच नहीं हैं. हम देश और दुनिया भर से आ रही श्रद्धांजलियों को भरे मन से स्वीकार कर रहे हैं. आप सबकी संवेदनाएं बता रही हैं कि आपके जीवन में कमाल ख़ान किस तरीके से रचे बचे हुए थे. कमाल साहब की पत्नी रुचि और उनके बेटे अमान इस ग़म से कभी उबर तो नहीं पाएंगे लेकिन जब कभी आपके प्यार और आपकी संवेदनाओं की तरफ उनकी नज़र जाएगी, उन्हें आगे की ज़िंदगी का सफर तय करने का हौसला देगी. उन्हें ग़म से उबरने का सहारा मिलेगा कि कमाल ख़ान ने टीवी की पत्रकारिता को कितनी शिद्दत से सींचा था. एनडीटीवी से तीस साल से जुड़े थे. एक ऐसे काबिल हमसफर साथी को अलविदा कहना थोड़ा थोड़ा ख़ुद को भी अलविदा कहना है.
-
ndtv.in
-
यादों में हमेशा रहेंगे NDTV के कमाल खान, अपने कमेंट यहां शेयर करें
- Friday January 14, 2022
कमाल अपनी विशिष्ट पत्रकारिता के लिए जाने जाते थे और अपनी सारगर्भित रिपोर्टिंग और बेहरीन भाषा शैली के कारण उन्होंने लोगों की काफी प्रशंसा हासिल की. उनका निधन NDTV परिवार और पत्रकारिता जगत की बड़ी क्षति है.
-
ndtv.in
-
जिनकी पत्रकारिता को उनका नाम ही करता है बयां, उन कमाल खान को देश ने यूं दी पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि
- Saturday January 14, 2023
दुनिया में साधारण बातें हम भूल जाते हैं और असाधारण सालों याद रहती हैं. कमाल का नाम ही उनके पत्रकारिता जीवन को एक शब्दों में बयान करने के लिए काफी है. बेहतरीन और असाधारण रिपोर्टिंग की बात चलेगी तो जिक्र कमाल खान का जरूर आएगा.
-
ndtv.in
-
जिस पेशे को अपने पसीने से कमाल ख़ान ने सींचा वो अब उनसे वीरान हो गया...
- Saturday January 15, 2022
- Ravish Kumar
हज़ार दुखों से गुज़र रही भारत की पत्रकारिता का दुख आज हज़ार गुना गहरा लग रहा है. जिस पेश को अपने पसीने से कमाल ख़ान ने सींचा वो अब उनसे वीरान हो गया है. कमाल ख़ान हमारे बीच नहीं हैं. हम देश और दुनिया भर से आ रही श्रद्धांजलियों को भरे मन से स्वीकार कर रहे हैं. आप सबकी संवेदनाएं बता रही हैं कि आपके जीवन में कमाल ख़ान किस तरीके से रचे बचे हुए थे. कमाल साहब की पत्नी रुचि और उनके बेटे अमान इस ग़म से कभी उबर तो नहीं पाएंगे लेकिन जब कभी आपके प्यार और आपकी संवेदनाओं की तरफ उनकी नज़र जाएगी, उन्हें आगे की ज़िंदगी का सफर तय करने का हौसला देगी. उन्हें ग़म से उबरने का सहारा मिलेगा कि कमाल ख़ान ने टीवी की पत्रकारिता को कितनी शिद्दत से सींचा था. एनडीटीवी से तीस साल से जुड़े थे. एक ऐसे काबिल हमसफर साथी को अलविदा कहना थोड़ा थोड़ा ख़ुद को भी अलविदा कहना है.
-
ndtv.in
-
यादों में हमेशा रहेंगे NDTV के कमाल खान, अपने कमेंट यहां शेयर करें
- Friday January 14, 2022
कमाल अपनी विशिष्ट पत्रकारिता के लिए जाने जाते थे और अपनी सारगर्भित रिपोर्टिंग और बेहरीन भाषा शैली के कारण उन्होंने लोगों की काफी प्रशंसा हासिल की. उनका निधन NDTV परिवार और पत्रकारिता जगत की बड़ी क्षति है.
-
ndtv.in