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Travelogue

'Travelogue' - 4 News Result(s)
  • शिनजियांग डायरी 1 : उइघर मुस्लिम कितने मुक्त

    शिनजियांग डायरी 1 : उइघर मुस्लिम कितने मुक्त

    मैं 16 अगस्त की शाम चीन के उइघर मुस्लिमों के सबसे बड़ी आबादी वाले प्रदेश उइघर ऑटोनोमस प्रोवंस की राजधानी उरमुची शहर पहुंची. यह खुद चीन की सरकार के आमंत्रण पर था. मकसद था पश्चिमी मीडिया में उइघरों के बारे में चीन की दमनकारी नीतियों की 'सच्चाई' दिखाना. मैं भी लगातार इस तरह की खबरें देख-सुन और पढ़ रही थी. मन में कई सवाल थे और खुद पड़ताल करने की इच्छा.

  • रोमांच से भरी यात्रा, जिंदगी के ऊंचे-नीचे रास्तों की तरह ट्रेक...

    रोमांच से भरी यात्रा, जिंदगी के ऊंचे-नीचे रास्तों की तरह ट्रेक...

    त्रीउन्ड शायद कुछ ही दूर रहा गया था. खुशी भी थी और पहुंचने का रोमांच भी. हिम्मत बांधते चल ही रहे थे कि अचानक बादलों ने घेर लिया. हल्की बारिश होने लगी और ओले पड़ने लगे. हाथों में कुछ ओलों को मैंने पकड़ा भी. बचपन याद आ गया. धीरज के कहने पर रेनकोट पहन लिया लेकिन फिर फिसलन का अहसास होने लगा. पत्थर और बड़े मिल रहे थे. रास्ता और संकरा मिल रहा था...

  • यात्रा वृतांत : बहार-ए-अरब के बाद

    यात्रा वृतांत : बहार-ए-अरब के बाद

    मिस्त्र की राजधानी काहिरा का सबसे पुराना बाजार खान ए खलीली..। यह वह अकेली जगह होगी जो घटते टूरिज्म के दौर में भी खचाखच लोगों से भरी है। यहां वक्त आज और बीते कल में लिपटा है, शीशे के धुंए में घुलता सा जो मिस्त्र में सबसे आम मंजर है।

  • रवीश कुमार की कलम से : टीवी की जगह ट्रेन से गुज़रते हुए

    ख़बरों की दुनिया में चुनावी नतीजे के दिन कवरेज करने के मौक़े को देवता का वरदान माना जाता है। मैं बहुत आराम से उस कथित वरदान से वंचित ट्रेन के दस घंटे लेट होने के बाद भी समभाव से बैठा उन तस्वीरों को देख रहा हूं, जो कभी टीवी पर नहीं आते हैं।

'Travelogue' - 4 News Result(s)
  • शिनजियांग डायरी 1 : उइघर मुस्लिम कितने मुक्त

    शिनजियांग डायरी 1 : उइघर मुस्लिम कितने मुक्त

    मैं 16 अगस्त की शाम चीन के उइघर मुस्लिमों के सबसे बड़ी आबादी वाले प्रदेश उइघर ऑटोनोमस प्रोवंस की राजधानी उरमुची शहर पहुंची. यह खुद चीन की सरकार के आमंत्रण पर था. मकसद था पश्चिमी मीडिया में उइघरों के बारे में चीन की दमनकारी नीतियों की 'सच्चाई' दिखाना. मैं भी लगातार इस तरह की खबरें देख-सुन और पढ़ रही थी. मन में कई सवाल थे और खुद पड़ताल करने की इच्छा.

  • रोमांच से भरी यात्रा, जिंदगी के ऊंचे-नीचे रास्तों की तरह ट्रेक...

    रोमांच से भरी यात्रा, जिंदगी के ऊंचे-नीचे रास्तों की तरह ट्रेक...

    त्रीउन्ड शायद कुछ ही दूर रहा गया था. खुशी भी थी और पहुंचने का रोमांच भी. हिम्मत बांधते चल ही रहे थे कि अचानक बादलों ने घेर लिया. हल्की बारिश होने लगी और ओले पड़ने लगे. हाथों में कुछ ओलों को मैंने पकड़ा भी. बचपन याद आ गया. धीरज के कहने पर रेनकोट पहन लिया लेकिन फिर फिसलन का अहसास होने लगा. पत्थर और बड़े मिल रहे थे. रास्ता और संकरा मिल रहा था...

  • यात्रा वृतांत : बहार-ए-अरब के बाद

    यात्रा वृतांत : बहार-ए-अरब के बाद

    मिस्त्र की राजधानी काहिरा का सबसे पुराना बाजार खान ए खलीली..। यह वह अकेली जगह होगी जो घटते टूरिज्म के दौर में भी खचाखच लोगों से भरी है। यहां वक्त आज और बीते कल में लिपटा है, शीशे के धुंए में घुलता सा जो मिस्त्र में सबसे आम मंजर है।

  • रवीश कुमार की कलम से : टीवी की जगह ट्रेन से गुज़रते हुए

    ख़बरों की दुनिया में चुनावी नतीजे के दिन कवरेज करने के मौक़े को देवता का वरदान माना जाता है। मैं बहुत आराम से उस कथित वरदान से वंचित ट्रेन के दस घंटे लेट होने के बाद भी समभाव से बैठा उन तस्वीरों को देख रहा हूं, जो कभी टीवी पर नहीं आते हैं।