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सबरीमाला मंदिर के कपाट खुले, 'प्रतिबंधित' उम्र की कोई भी महिला नहीं कर सकी भगवान अय्यप्पा के दर्शन
- Wednesday October 17, 2018
- ख़बर न्यूज़ डेस्क
सबरीमाला मंदिर (Sabarimala Temple) में सभी उम्र की महिलाओं को प्रवेश की इजाजत देने के सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद बुधवार को पहली बार भगवान अय्यप्पा मंदिर के दरवाजे तो खुले लेकिन 'प्रतिबंधित' उम्र समूह वाली कोई भी महिला दर्शन करने में सक्षम नहीं हो पाई. यहां प्रदर्शनकारियों और पुलिस बल के बीच हिंसक झड़प भी हुई. प्रदर्शनकारियों के गुस्से का सामना कुछ महिला पत्रकारों को करना पड़ा. बुधवार को उनके वाहनों पर भी हमले किए गए. इसके अलावा हिंदू दक्षिणपंथी कार्यकर्ताओं द्वारा किए जा रहे विरोध प्रदर्शन की वजह से बड़ी संख्या में पुलिस की तैनाती के बावजूद पड़ोसी राज्य आंध्रप्रदेश की एक महिला को बुधवार को भगवान अयप्पा स्वामी के दर्शन किए बगैर पम्बा लौटना पड़ा.
- ndtv.in
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केरल के त्रावणकोर देवास्वोम बोर्ड ने मंदिरों में आतिशबाजी पर पूर्ण प्रतिबंध से इंकार किया
- Monday April 11, 2016
- Edited by: Shyamnandan
कोल्लम मंदिर में भीषण आग की घटना के बाद केरल में मंदिरों में आतिशबाजी के प्रदर्शन पर प्रतिबंध की उठ रही मांग के बीच राज्य में 1,255 मंदिरों का प्रबंधन करने वाले त्रावणकोर देवास्वोम बोर्ड (टीडीबी) ने आज कहा है कि वह इस तरह की आतिशबाजी पर पूर्ण प्रतिबंध के पक्ष में नहीं है।
- ndtv.in
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सबरीमाला में महिलाओं के प्रवेश मसले पर जागरूकता के लिए त्रावणकोर देवस्वम बोर्ड करेगा यज्ञ
- Tuesday February 23, 2016
- Edited by: Bhasha
सबरीमाला मंदिर में सभी उम्र की महिलाओं को प्रवेश देने या नहीं देने पर चल रहे राष्ट्रव्यापी विवादों के बीच त्रावणकोर देवस्वम बोर्ड (टीडीबी) सदियों पुरानी इस परंपरा को लेकर श्रद्धालुओं के बीच समर्थन एवं जागरूकता के लिए यज्ञ करने की तैयारी में जुटा है।
- ndtv.in
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सबरीमाला मंदिर में महिलाओं के प्रवेश पर रोक जारी रखने के पक्ष में त्रावणकोर देवस्वोम बोर्ड
- Thursday January 14, 2016
- Reported by: Shyamnandan, Edited by: Bhasha
सबरीमाला में भगवान अयप्पा मंदिर में मासिक धर्म आयु वर्ग की महिलाओं के प्रवेश पर रोक को लेकर उच्चतम न्यायालय द्वारा सवाल उठाये जाने के एक दिन बाद त्रावणकोर देवस्वोम बोर्ड (टीडीबी) ने कहा कि यह रोक मंदिर की प्रथा और परंपरा का हिस्सा है और यह जारी रहनी चाहिए।
- ndtv.in
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सबरीमाला मंदिर के कपाट खुले, 'प्रतिबंधित' उम्र की कोई भी महिला नहीं कर सकी भगवान अय्यप्पा के दर्शन
- Wednesday October 17, 2018
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सबरीमाला मंदिर (Sabarimala Temple) में सभी उम्र की महिलाओं को प्रवेश की इजाजत देने के सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद बुधवार को पहली बार भगवान अय्यप्पा मंदिर के दरवाजे तो खुले लेकिन 'प्रतिबंधित' उम्र समूह वाली कोई भी महिला दर्शन करने में सक्षम नहीं हो पाई. यहां प्रदर्शनकारियों और पुलिस बल के बीच हिंसक झड़प भी हुई. प्रदर्शनकारियों के गुस्से का सामना कुछ महिला पत्रकारों को करना पड़ा. बुधवार को उनके वाहनों पर भी हमले किए गए. इसके अलावा हिंदू दक्षिणपंथी कार्यकर्ताओं द्वारा किए जा रहे विरोध प्रदर्शन की वजह से बड़ी संख्या में पुलिस की तैनाती के बावजूद पड़ोसी राज्य आंध्रप्रदेश की एक महिला को बुधवार को भगवान अयप्पा स्वामी के दर्शन किए बगैर पम्बा लौटना पड़ा.
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केरल के त्रावणकोर देवास्वोम बोर्ड ने मंदिरों में आतिशबाजी पर पूर्ण प्रतिबंध से इंकार किया
- Monday April 11, 2016
- Edited by: Shyamnandan
कोल्लम मंदिर में भीषण आग की घटना के बाद केरल में मंदिरों में आतिशबाजी के प्रदर्शन पर प्रतिबंध की उठ रही मांग के बीच राज्य में 1,255 मंदिरों का प्रबंधन करने वाले त्रावणकोर देवास्वोम बोर्ड (टीडीबी) ने आज कहा है कि वह इस तरह की आतिशबाजी पर पूर्ण प्रतिबंध के पक्ष में नहीं है।
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सबरीमाला में महिलाओं के प्रवेश मसले पर जागरूकता के लिए त्रावणकोर देवस्वम बोर्ड करेगा यज्ञ
- Tuesday February 23, 2016
- Edited by: Bhasha
सबरीमाला मंदिर में सभी उम्र की महिलाओं को प्रवेश देने या नहीं देने पर चल रहे राष्ट्रव्यापी विवादों के बीच त्रावणकोर देवस्वम बोर्ड (टीडीबी) सदियों पुरानी इस परंपरा को लेकर श्रद्धालुओं के बीच समर्थन एवं जागरूकता के लिए यज्ञ करने की तैयारी में जुटा है।
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सबरीमाला मंदिर में महिलाओं के प्रवेश पर रोक जारी रखने के पक्ष में त्रावणकोर देवस्वोम बोर्ड
- Thursday January 14, 2016
- Reported by: Shyamnandan, Edited by: Bhasha
सबरीमाला में भगवान अयप्पा मंदिर में मासिक धर्म आयु वर्ग की महिलाओं के प्रवेश पर रोक को लेकर उच्चतम न्यायालय द्वारा सवाल उठाये जाने के एक दिन बाद त्रावणकोर देवस्वोम बोर्ड (टीडीबी) ने कहा कि यह रोक मंदिर की प्रथा और परंपरा का हिस्सा है और यह जारी रहनी चाहिए।
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