Train Accident Amritsar
- सब
- ख़बरें
- वीडियो
-
सबकी लापरवाही ने मिलकर ली थी अमृतसर में 58 लोगों की जान
रिपोर्ट की ईमानदारी बताती है कि किसी नतीजे पर पहुंचने से पहले वह उन प्रक्रियाओं को खोजती है जिससे छेडछाड़ करने के नतीजे में 58 लोग कटकर मर जाते हैं. क्या पता इन लापरवाहियों के कारण आज भी इसी तरह की ट्रेन दुर्घटनाएं हो रही हों. अगर आप इस रिपोर्ट में किसी एक को नाप देने की हेडलाइन खोज रहे हैं तो निराशा होगी लेकिन यह रिपोर्ट किसी एक को भी नहीं छोड़ती है.
-
Flashback 2018: इन आपदाओं और हादसों ने किया गमगीन...
Flashback2018: साल 2018 का समापन होने वाला है. इस साल कई हादसे और प्राकृतिक आपदाओं ने देश को हिलाकर रख दिया. साल 2018 में प्राकृतिक आपदाओं और दुर्घटनाओं के कारण सैकड़ों लोग काल के गाल में समा गए. सबसे बड़ी आपदा केरल में आई, जहां बाढ़ की त्रासदी से करीब 500 लोगों की मौत हो गई, वहीं हजारों लोग बेघर हो गए.
-
अमृतसर ट्रेन हादसे में रेलवे को क्लीनचिट, जांच रिपोर्ट में पटरी पर खड़े लोगों को बताया गया लापरवाह
पंजाब के अमृतसर (Amritsar Train Accident) में दशहरा के दिन हुए ट्रेन हादसे में रेलवे को क्लीनचिट मिल गई है. हादसे में 61 लोग मारे गए थे. रेलवे सुरक्षा के मुख्य आयुक्त (सीसीआरएस) ने रेलवे को क्लीनचिट दे दी है. रेलवे के जांच अधिकारी ने हादसे के लिए दशहरा समारोह देखने के मकसद से रेलवे पटरियों पर खड़े लोगों की लापरवाही को जिम्मेदार बताया है.
-
अमृतसर ट्रेन हादसा: नवजोत सिद्धू को जांच आयोग के समक्ष पेश होने से मिली छूट
पुरुषार्थ ने कहा कि नवजोत कौर सिद्धू से ट्रेन हादसे और उस दशहरा कार्यक्रम के बारे में कई सवाल किए गए गए जिसमें वह मुख्य अतिथि के तौर पर शामिल हुई थीं. उनके जवाब संतोषजनक थे. गौरतलब है कि अमृतसर ट्रेन दुर्घटना को लेकर स्थानीय लोगों ने ट्रेन ड्राइवर के उस बयान का विरोध किया है, जिसमें उसने कहा था कि घटनास्थल पर मौजूद लोगों ने ट्रेन पर पत्थर फेंकना शुरू कर दिया था.
-
रेल मंत्री पीयूष गोयल को भी नहीं मिला टिकट, एयरपोर्ट पर बैठे रहे 12 घंटे, हादसे के 2 दिन बाद लौटे स्वदेश
अमृतसर रेल हादसे(Amritsar Train Accident) की खबर सुनकर अमेरिका में अपने कार्यक्रम रद्द कर लौटने की तैयारी कर रहे रेल मंत्री पीयूष गोयल (Piyush Goyal) को टिकट ही नहीं मिला. जिससे उन्हें हवाई अड्डे पर 12 घंटे तक इंतजार करना पड़ा.
-
सिद्धू की पत्नी के खिलाफ बिहार में मामला दायर, रेलवे और पंजाब सरकार को NHRC का नोटिस
बिहार के मुजफ्फरपुर की एक अदालत में अमृतसर हादसे को लेकर कार्यक्रम की मुख्य अतिथि नवजोत कौर सिद्धू के खिलाफ मामला दायर किया गया है. वहीं, राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने रेलवे और पंजाब सरकार को नोटिस जारी किया है. अमृतसर में दशहरा के दिन रावण दहन के दौरान करीब 60 लोगों की मौत ट्रेन की चपेट में आने से हो गई थी. मृतकों में बिहार के प्रवासी भी शामिल थे. सिद्धू के बचाव में कांग्रेस सांसद सुनील जाखड़ और पंजाब के मंत्री तृप्त राजिंदर सिंह बाजवा आगे आए और उन्होंने घटना के लिए रेल अधिकारियों को दोषी ठहराने का प्रयास किया.
-
अमृतसर ट्रेन हादसा: रावण दहन के आयोजक सौरभ मदान मिट्ठू का VIDEO आया सामने, कही यह बात...
पंजाब के अमृतसर (Amritsar train accident) में दशहरा के दिन ट्रेन हादसे ने खुशी के पल को ऐसे मातम में बदल दिया कि पल भर में 61 जिंदगियां काल के गाल में समा गईं. दरअसल, रावण दहन को देखने के लिए लोग पटरियों पर खड़े थे, तभी ट्रेन गुजरी और उसकी चपेट में आने से 61 लोगों की मौत हो गई और 100 से अधिक लोग घायल हो गए. हादसे के बाद आरोप- प्रत्यारोप का दौर जारी है और पुलिस को रामलीला के आयोजक और कांग्रेस नेता के बेटे सौरभ मदान मिट्ठू की तलाश जारी है, जो घटना के बाद से फरार बताया जा रहा है. इस बीच सौरभ मदान मिट्ठू ने एक वीडियो जारी कर खुद को निर्दोष बताया है. वीडियो में सौरभ मदान ने कहा कि यह एक बेहद दुखद घटना है. मुझे इसके लिए दर्द है. मैं इस घटना से बेहद दुखी हूं. मैं यह बयान नहीं कर सकता कि मेरा क्या हाल है. मैंने सभी को एक साथ लाने के लिए दशहरा उत्सव का आयोजन किया था. मैंने आयोजन के लिए जरूरी सभी अनुमति ली थी. मेरी तरफ से कोई प्रयास नहीं बचा था.
-
अमृतसर ट्रेन हादसा : 62 लोगों की मौत का जिम्मेदार कौन, 3 दिन बाद डीजीपी बोले- हम पता लगाएंगे
पंजाब के डीजीपी सुरेश अरोड़ा ने कहा है कि अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (रेलवे) इकबाल प्रीत सिंह सहोता अमृतसर ट्रेन हादसे की जिम्मेदारी तय करने के लिए जांच करेंगे. डीजीपी ने कहा कि अमृतसर में किसकी ओर से ‘‘लापरवाही’’ हुई है और इस जांच का आदेश जिम्मेदारी तय करने के लिए दिया गया है.
-
Amritsar Train Accident : स्थानीय लोगों ने कहा, ट्रेन ड्राइवर झूठ बोल रहा है, आस-पास मृत और घायल लोग पड़े हों और हम पत्थर फेकेंगे?
बता दें कि पुलिस और रेलवे अधिकारियों को दिये एक बयान में ट्रेन के चालक ने कहा कि उसने ट्रेन नहीं रोकी क्योंकि दुर्घटनास्थल पर भीड़ ने पत्थर फेंकना शुरू कर दिया था. 19 अक्टूबर को रावण का पुतला दहन देखने के दौरान एक ट्रेन की चपेट में आने से 62 लोगों की मौत हो गई थी.
-
अमृतसर रेल हादसा : सिद्धू ने रेलवे पर साधा निशाना, कहा - ट्रेन ड्राइवर को एक दिन में ही क्यों क्लीन चिट दी जा रही है
पंजाब के मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू ने रविवार को भारतीय रेलवे पर निशाना साधते हुए उसके कामकाज पर कई सवाल उठाये और पूछा कि कैसे ट्रेन के लोको पायलट को ‘क्लीन चिट’ दी जा रही है.
-
अमृतसर हादसा : झड़प के बाद पटरियों से हटाए गए प्रदर्शनकारी, 40 घंटे बाद बहाल हुई ट्रेन सेवाएं
अमृतसर में जिस रेलवे ट्रैक पर दशहरे के दिन 61 लोगों की जान चली गई थी ठीक उसी रेलवे ट्रैक पर रविवार को ट्रेन निकालकर रेल सेवा बहाल कर दी गई. इससे पहले स्थानीय लोगों और पुलिस में जोर आजमाइश भी हुई और हिंसा भी.
-
Exclusive: 'मैडम, 500 ट्रेन गुजर जाए, तब भी 5000 लोग ट्रैक पर खड़े रहेंगे', जानिये इसके बारे में क्या कहा नवजोत कौर ने...
पंजाब के अमृतसर (Amritsar Train Accident) में दशहरा के दिन एक ट्रेन हादसे ने खुशी के पल को ऐसे मातम में बदला कि पल भर में 61 जिंदगियां काल के गाल में समा गईं. दरअसल, रावण दहन को देखने के लिए लोग पटरियों पर खड़े थे, तभी ट्रेन गुजरी और उसकी चपेट में आने से इतने सारे लोग मर गये. हालांकि, इस हादसे के बाद आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है. दशहरा कार्यक्रम की मुख्य अतिथि और पंजाब सरकार में मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू की पत्नी नवजोत कौर पर भी आरोप लगे कि उन्होंने हादसे के बाद लोगों की मदद करने के बजाय वहां से भाग गईं. नवजोत कौर से जब NDTV संवाददाता ने इस बारे में विस्तार से बात की. नवजोत कौर ने बताया कि मैं वहां से तुरंत इसलिए निकल गई थी, क्योंकि मुझे दूसरे प्रोग्राम में जाना था. लोग मेरे साथ सेल्फी ले रहे थे. मुझे हादसे का पता होता तो मैं सेल्फी नहीं देती. उन्होंने कहा कि मैं आयोजन में सिर्फ 10 मिनट की देरी से पहुंची थी. मुझे 6:30 बजे का समय दिया गया था, मैं सिर्फ 10 मिनट देरी से पहुंची थी.
-
अमृतसर ट्रेन हादसा : फिर वही सियासत, मुआवजा और एक अदद जांच आयोग
र 10 माह के उस मासूम का दर्द और दलबीर सिंह के परिवार की पीड़ा का कौन 'खरीदार' होगा. और आप भी यह मुगालते पालना बंद करिये कि सिस्टम, सरकार, विभाग और नेताओं के लिए आपकी पीड़ा का कोई महत्व-मायने है. यह ज्यादा सियासत, थोड़ा मुआवजा और एक अदद आयोग से अधिक कुछ नहीं है.
-
अमृतसर ट्रेन हादसा: CCTV में देखें कैसे हादसे के बाद फरार हुआ रावण दहन का आयोजक सौरभ मदान
पंजाब के अमृतसर (Amritsar train accident) में दशहरा के दिन एक ट्रेन हादसे ने खुशी के पल को ऐसे मातम में बदला कि 61 जिंदगियां काल के गाल में समा गईं. दरअसल, रावण दहन को देखने के लिए लोग पटरियों की ट्रैक पर खड़े थे , तभी ट्रेन गुजरी और उसकी चपेट में आने से इतने सारे लोग मर गये. हालांकि, इस हादसे के बाद आरोप- प्रत्यारोप का दौर जारी है. पुलिस को रामलीला के आयोजक की तलाश अब भी जारी है, जो घटना के बाद से फरार बताया जा रहा है. पुलिस की मानें तो घटना के बाद से कांग्रेस नेता का बेटा अमृतसर के जोड़ा फाटक में रामलीला का आयोजक सौरभ मदान मिट्ठू फरार है. मगर अब एनडीटीवी को जो सीसीटीवी फुटेज मिला है, उसमें दिख रहा है कि अमृतसर हादसे के तुरंत बाद सौरभ मदान गाड़ी में बैठकर भाग जाता है. बता दें कि शुक्रवार को दशहरा के दिन अमृतसर में जोड़ा फाटक के पास रावण दहन के दौरान ट्रेन की चपेट में आने से 61 लोगों की मौत हो गई और 50 से अधिक घायल हो गये.
-
अमृतसर ट्रेन हादसा: 'रावण दहन' के आयोजक के घर पर पथराव, प्रशासन पर फूटा लोगों का गुस्सा
पंजाब के अमृतसर में हुए रेल हादसे के बाद से स्थानीय लोगों का गुस्सा लगातार फूट रहा है. अमृसर ट्रेन हादसे में सुरक्षा व्यवस्थआ में पुलिस की खामियों को लेकर यहां के स्थानीय लोग आक्रोशित हैं और वे लोग घटना स्थल पर लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं. इतना ही नहीं, शनिवार की रात को भी इनका प्रदर्शन जारी रहा. बताया जा रहा है कि रविवार को भी ये लोग बड़ी संख्या में घटनास्थल यानी की रेलवे ट्रैक के पास जमा हैं. इनका कहना है कि सरकार लोगों की मौत के आंकड़े को कम बता रही है. साथ ही मामले में कार्रवाई करने में देरी की जी रही है. इसके अलावा रावण दहन के दौरान सुरक्षा व्यवस्था के संबंध में पुलिस की खामियों को लेकर भी लोगों का गुस्सा फूट पड़ा है. बताया जा रहा है कि घटनास्थल और आसपास के इलाके में तनाव की स्थिति है. यही वजह है कि भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई है.
-
सबकी लापरवाही ने मिलकर ली थी अमृतसर में 58 लोगों की जान
रिपोर्ट की ईमानदारी बताती है कि किसी नतीजे पर पहुंचने से पहले वह उन प्रक्रियाओं को खोजती है जिससे छेडछाड़ करने के नतीजे में 58 लोग कटकर मर जाते हैं. क्या पता इन लापरवाहियों के कारण आज भी इसी तरह की ट्रेन दुर्घटनाएं हो रही हों. अगर आप इस रिपोर्ट में किसी एक को नाप देने की हेडलाइन खोज रहे हैं तो निराशा होगी लेकिन यह रिपोर्ट किसी एक को भी नहीं छोड़ती है.
-
Flashback 2018: इन आपदाओं और हादसों ने किया गमगीन...
Flashback2018: साल 2018 का समापन होने वाला है. इस साल कई हादसे और प्राकृतिक आपदाओं ने देश को हिलाकर रख दिया. साल 2018 में प्राकृतिक आपदाओं और दुर्घटनाओं के कारण सैकड़ों लोग काल के गाल में समा गए. सबसे बड़ी आपदा केरल में आई, जहां बाढ़ की त्रासदी से करीब 500 लोगों की मौत हो गई, वहीं हजारों लोग बेघर हो गए.
-
अमृतसर ट्रेन हादसे में रेलवे को क्लीनचिट, जांच रिपोर्ट में पटरी पर खड़े लोगों को बताया गया लापरवाह
पंजाब के अमृतसर (Amritsar Train Accident) में दशहरा के दिन हुए ट्रेन हादसे में रेलवे को क्लीनचिट मिल गई है. हादसे में 61 लोग मारे गए थे. रेलवे सुरक्षा के मुख्य आयुक्त (सीसीआरएस) ने रेलवे को क्लीनचिट दे दी है. रेलवे के जांच अधिकारी ने हादसे के लिए दशहरा समारोह देखने के मकसद से रेलवे पटरियों पर खड़े लोगों की लापरवाही को जिम्मेदार बताया है.
-
अमृतसर ट्रेन हादसा: नवजोत सिद्धू को जांच आयोग के समक्ष पेश होने से मिली छूट
पुरुषार्थ ने कहा कि नवजोत कौर सिद्धू से ट्रेन हादसे और उस दशहरा कार्यक्रम के बारे में कई सवाल किए गए गए जिसमें वह मुख्य अतिथि के तौर पर शामिल हुई थीं. उनके जवाब संतोषजनक थे. गौरतलब है कि अमृतसर ट्रेन दुर्घटना को लेकर स्थानीय लोगों ने ट्रेन ड्राइवर के उस बयान का विरोध किया है, जिसमें उसने कहा था कि घटनास्थल पर मौजूद लोगों ने ट्रेन पर पत्थर फेंकना शुरू कर दिया था.
-
रेल मंत्री पीयूष गोयल को भी नहीं मिला टिकट, एयरपोर्ट पर बैठे रहे 12 घंटे, हादसे के 2 दिन बाद लौटे स्वदेश
अमृतसर रेल हादसे(Amritsar Train Accident) की खबर सुनकर अमेरिका में अपने कार्यक्रम रद्द कर लौटने की तैयारी कर रहे रेल मंत्री पीयूष गोयल (Piyush Goyal) को टिकट ही नहीं मिला. जिससे उन्हें हवाई अड्डे पर 12 घंटे तक इंतजार करना पड़ा.
-
सिद्धू की पत्नी के खिलाफ बिहार में मामला दायर, रेलवे और पंजाब सरकार को NHRC का नोटिस
बिहार के मुजफ्फरपुर की एक अदालत में अमृतसर हादसे को लेकर कार्यक्रम की मुख्य अतिथि नवजोत कौर सिद्धू के खिलाफ मामला दायर किया गया है. वहीं, राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने रेलवे और पंजाब सरकार को नोटिस जारी किया है. अमृतसर में दशहरा के दिन रावण दहन के दौरान करीब 60 लोगों की मौत ट्रेन की चपेट में आने से हो गई थी. मृतकों में बिहार के प्रवासी भी शामिल थे. सिद्धू के बचाव में कांग्रेस सांसद सुनील जाखड़ और पंजाब के मंत्री तृप्त राजिंदर सिंह बाजवा आगे आए और उन्होंने घटना के लिए रेल अधिकारियों को दोषी ठहराने का प्रयास किया.
-
अमृतसर ट्रेन हादसा: रावण दहन के आयोजक सौरभ मदान मिट्ठू का VIDEO आया सामने, कही यह बात...
पंजाब के अमृतसर (Amritsar train accident) में दशहरा के दिन ट्रेन हादसे ने खुशी के पल को ऐसे मातम में बदल दिया कि पल भर में 61 जिंदगियां काल के गाल में समा गईं. दरअसल, रावण दहन को देखने के लिए लोग पटरियों पर खड़े थे, तभी ट्रेन गुजरी और उसकी चपेट में आने से 61 लोगों की मौत हो गई और 100 से अधिक लोग घायल हो गए. हादसे के बाद आरोप- प्रत्यारोप का दौर जारी है और पुलिस को रामलीला के आयोजक और कांग्रेस नेता के बेटे सौरभ मदान मिट्ठू की तलाश जारी है, जो घटना के बाद से फरार बताया जा रहा है. इस बीच सौरभ मदान मिट्ठू ने एक वीडियो जारी कर खुद को निर्दोष बताया है. वीडियो में सौरभ मदान ने कहा कि यह एक बेहद दुखद घटना है. मुझे इसके लिए दर्द है. मैं इस घटना से बेहद दुखी हूं. मैं यह बयान नहीं कर सकता कि मेरा क्या हाल है. मैंने सभी को एक साथ लाने के लिए दशहरा उत्सव का आयोजन किया था. मैंने आयोजन के लिए जरूरी सभी अनुमति ली थी. मेरी तरफ से कोई प्रयास नहीं बचा था.
-
अमृतसर ट्रेन हादसा : 62 लोगों की मौत का जिम्मेदार कौन, 3 दिन बाद डीजीपी बोले- हम पता लगाएंगे
पंजाब के डीजीपी सुरेश अरोड़ा ने कहा है कि अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (रेलवे) इकबाल प्रीत सिंह सहोता अमृतसर ट्रेन हादसे की जिम्मेदारी तय करने के लिए जांच करेंगे. डीजीपी ने कहा कि अमृतसर में किसकी ओर से ‘‘लापरवाही’’ हुई है और इस जांच का आदेश जिम्मेदारी तय करने के लिए दिया गया है.
-
Amritsar Train Accident : स्थानीय लोगों ने कहा, ट्रेन ड्राइवर झूठ बोल रहा है, आस-पास मृत और घायल लोग पड़े हों और हम पत्थर फेकेंगे?
बता दें कि पुलिस और रेलवे अधिकारियों को दिये एक बयान में ट्रेन के चालक ने कहा कि उसने ट्रेन नहीं रोकी क्योंकि दुर्घटनास्थल पर भीड़ ने पत्थर फेंकना शुरू कर दिया था. 19 अक्टूबर को रावण का पुतला दहन देखने के दौरान एक ट्रेन की चपेट में आने से 62 लोगों की मौत हो गई थी.
-
अमृतसर रेल हादसा : सिद्धू ने रेलवे पर साधा निशाना, कहा - ट्रेन ड्राइवर को एक दिन में ही क्यों क्लीन चिट दी जा रही है
पंजाब के मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू ने रविवार को भारतीय रेलवे पर निशाना साधते हुए उसके कामकाज पर कई सवाल उठाये और पूछा कि कैसे ट्रेन के लोको पायलट को ‘क्लीन चिट’ दी जा रही है.
-
अमृतसर हादसा : झड़प के बाद पटरियों से हटाए गए प्रदर्शनकारी, 40 घंटे बाद बहाल हुई ट्रेन सेवाएं
अमृतसर में जिस रेलवे ट्रैक पर दशहरे के दिन 61 लोगों की जान चली गई थी ठीक उसी रेलवे ट्रैक पर रविवार को ट्रेन निकालकर रेल सेवा बहाल कर दी गई. इससे पहले स्थानीय लोगों और पुलिस में जोर आजमाइश भी हुई और हिंसा भी.
-
Exclusive: 'मैडम, 500 ट्रेन गुजर जाए, तब भी 5000 लोग ट्रैक पर खड़े रहेंगे', जानिये इसके बारे में क्या कहा नवजोत कौर ने...
पंजाब के अमृतसर (Amritsar Train Accident) में दशहरा के दिन एक ट्रेन हादसे ने खुशी के पल को ऐसे मातम में बदला कि पल भर में 61 जिंदगियां काल के गाल में समा गईं. दरअसल, रावण दहन को देखने के लिए लोग पटरियों पर खड़े थे, तभी ट्रेन गुजरी और उसकी चपेट में आने से इतने सारे लोग मर गये. हालांकि, इस हादसे के बाद आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है. दशहरा कार्यक्रम की मुख्य अतिथि और पंजाब सरकार में मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू की पत्नी नवजोत कौर पर भी आरोप लगे कि उन्होंने हादसे के बाद लोगों की मदद करने के बजाय वहां से भाग गईं. नवजोत कौर से जब NDTV संवाददाता ने इस बारे में विस्तार से बात की. नवजोत कौर ने बताया कि मैं वहां से तुरंत इसलिए निकल गई थी, क्योंकि मुझे दूसरे प्रोग्राम में जाना था. लोग मेरे साथ सेल्फी ले रहे थे. मुझे हादसे का पता होता तो मैं सेल्फी नहीं देती. उन्होंने कहा कि मैं आयोजन में सिर्फ 10 मिनट की देरी से पहुंची थी. मुझे 6:30 बजे का समय दिया गया था, मैं सिर्फ 10 मिनट देरी से पहुंची थी.
-
अमृतसर ट्रेन हादसा : फिर वही सियासत, मुआवजा और एक अदद जांच आयोग
र 10 माह के उस मासूम का दर्द और दलबीर सिंह के परिवार की पीड़ा का कौन 'खरीदार' होगा. और आप भी यह मुगालते पालना बंद करिये कि सिस्टम, सरकार, विभाग और नेताओं के लिए आपकी पीड़ा का कोई महत्व-मायने है. यह ज्यादा सियासत, थोड़ा मुआवजा और एक अदद आयोग से अधिक कुछ नहीं है.
-
अमृतसर ट्रेन हादसा: CCTV में देखें कैसे हादसे के बाद फरार हुआ रावण दहन का आयोजक सौरभ मदान
पंजाब के अमृतसर (Amritsar train accident) में दशहरा के दिन एक ट्रेन हादसे ने खुशी के पल को ऐसे मातम में बदला कि 61 जिंदगियां काल के गाल में समा गईं. दरअसल, रावण दहन को देखने के लिए लोग पटरियों की ट्रैक पर खड़े थे , तभी ट्रेन गुजरी और उसकी चपेट में आने से इतने सारे लोग मर गये. हालांकि, इस हादसे के बाद आरोप- प्रत्यारोप का दौर जारी है. पुलिस को रामलीला के आयोजक की तलाश अब भी जारी है, जो घटना के बाद से फरार बताया जा रहा है. पुलिस की मानें तो घटना के बाद से कांग्रेस नेता का बेटा अमृतसर के जोड़ा फाटक में रामलीला का आयोजक सौरभ मदान मिट्ठू फरार है. मगर अब एनडीटीवी को जो सीसीटीवी फुटेज मिला है, उसमें दिख रहा है कि अमृतसर हादसे के तुरंत बाद सौरभ मदान गाड़ी में बैठकर भाग जाता है. बता दें कि शुक्रवार को दशहरा के दिन अमृतसर में जोड़ा फाटक के पास रावण दहन के दौरान ट्रेन की चपेट में आने से 61 लोगों की मौत हो गई और 50 से अधिक घायल हो गये.
-
अमृतसर ट्रेन हादसा: 'रावण दहन' के आयोजक के घर पर पथराव, प्रशासन पर फूटा लोगों का गुस्सा
पंजाब के अमृतसर में हुए रेल हादसे के बाद से स्थानीय लोगों का गुस्सा लगातार फूट रहा है. अमृसर ट्रेन हादसे में सुरक्षा व्यवस्थआ में पुलिस की खामियों को लेकर यहां के स्थानीय लोग आक्रोशित हैं और वे लोग घटना स्थल पर लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं. इतना ही नहीं, शनिवार की रात को भी इनका प्रदर्शन जारी रहा. बताया जा रहा है कि रविवार को भी ये लोग बड़ी संख्या में घटनास्थल यानी की रेलवे ट्रैक के पास जमा हैं. इनका कहना है कि सरकार लोगों की मौत के आंकड़े को कम बता रही है. साथ ही मामले में कार्रवाई करने में देरी की जी रही है. इसके अलावा रावण दहन के दौरान सुरक्षा व्यवस्था के संबंध में पुलिस की खामियों को लेकर भी लोगों का गुस्सा फूट पड़ा है. बताया जा रहा है कि घटनास्थल और आसपास के इलाके में तनाव की स्थिति है. यही वजह है कि भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई है.