Subodh Singh Murder Case
- सब
- ख़बरें
- वीडियो
-
बुलंदशहर स्याना हिंसा मामले में कोर्ट का बड़ा फैसला, 5 को आजीवन कारावास, 33 को 7 साल की सजा
- Friday August 1, 2025
Bulandshahr Syana Violence: बुलंदशहर स्याना हिंसा मामले में अदालत ने हत्या के पांच दोषियों को आजीवन कारावास की सजा सुनाई. वहीं बलवा और जानलेवा हमला करने जैसे अपराधों के दोषी पाए गए 33 दोषियों को सात-सात साल की सजा सुनाई गई.
-
ndtv.in
-
बुलंदशहर हिंसा में 38 आरोपी दोषी करार, इंस्पेक्टर समेत 3 लोगों की हत्या हुई थी
- Wednesday July 30, 2025
बुलंदशहर के स्याना में गोमांस मिलने की खबर पर इलाके में पहले लोगों ने हंगामा किया और उसके बाद तोड़फोड़ और आगजनी हुई थी, जिसमें तीन लोगों की हत्या हुई थी.
-
ndtv.in
-
बुलंदशहर हिंसा: इंस्पेक्टर सुबोध सिंह की हत्या के आरोपियों पर से हटी देशद्रोह की धारा
- Wednesday March 6, 2019
उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर हिंसा (Bulandshahr Mob Violence) और पुलिस इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह (Subodh Kumar Singh) की हत्या के मामले में इंस्पेक्टर के हत्या के आरोपियों पर से देशद्रोह की धारा हटा दी गई है.
-
ndtv.in
-
बुलंदशहर हिंसा: SIT ने दाखिल की चार्जशीट, 38 लोगों को बनाया आरोपी, पांच पर इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह की हत्या का आरोप
- Sunday March 3, 2019
यूपी पुलिस ने कहा कि चार्जशीट में 38 लोगों का नाम लिखा गया है, जिसमें से पांच को इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह की हत्या का आरोपी बनाया गया है. इनमें हिंसा के कई दिनों बाद गिरफ्तार किए गए प्रशांत नट्ट का नाम भी शामिल है. पुलिस ने दावा किया है कि इन पांच लोगों ने इंस्पेक्टर सिंह को घेरा था और उनमें से एक ने उन्हें गोली मारी थी. यूपी पुलिस ने बताया कि बजरंग दल के नेता और मामले में प्रमुख आरोपियों में से एक योगेश राज पर दंगे और आगजनी का आरोप लगाया गया है.
-
ndtv.in
-
बुलंदशहर हिंसा: इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह के हत्यारे की 25 दिन बाद हुई गिरफ्तारी, प्रशांत नट ने कबूला जुर्म
- Thursday December 27, 2018
बुलंदशहर हिंसा (Bulandshahr Violence) के लगभग 25 दिन बाद मामले में नया खुलासा हुआ है. हिंसा में इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह (Subodh Kumar Singh) की मौत हो गई थी वहीं, एक स्थानीय युवक की भी जान चली गई थी. पुलिस ने अब सुबोध कुमार को गोली मारने वाले और रिवॉल्वर चुराने वालों की पहचान कर ली है. पुलिस के आला सुत्रों के मुताबिक़ जॉनी ने नाम के शख़्स ने इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह की रिवॉल्वर चुराई थी, वहीं, प्रशांत नट ने उन्हें गोली मारी थी. प्रशांत नट को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है. वहीं, जॉनी की तलाश जारी है. वहीं, एफआईआर में जॉनी और प्रशांत नट दोनों के नाम FIR में नहीं है.
-
ndtv.in
-
बुलंदशहर हिंसा: रिटायर्ड अफसरों को BJP विधायक का जवाब, 'सुबोध कुमार की मौत दिख रही, गायों की नहीं'
- Thursday December 20, 2018
- NDTVKhabar News Desk
बुलंदशहर में गोकशी (Bulandshahr Violence) के मुद्दे पर भड़की हिंसा में पुलिस इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह (Subodh Kumar Singh) की हत्या को लेकर करीब 83 रिटायर्ड अफ़सरों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र को चिट्ठी लिखी थी. अब बुलंदशहर के बीजेपी विधायक संजय शर्मा (Sanjay Sharma) ने उन रिटायर्ड अफ़सरों को जवाब दिया है. विधायक ने लिखा है कि अधिकारियों को पुलिसवाले की मौत तो दिख रही है, लेकिन 21 गायों की मौत नहीं दिख रही.
-
ndtv.in
-
बुलंदशहर हिंसा: आलोचना के बाद बोले सीएम योगी- लोग हमारी तारीफ करें कि हमने साजिश बेनकाब कर दी
- Wednesday December 19, 2018
- NDTVKhabar News Desk
सीएम योगी ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा, 'बुलंदशहर की घटना एक साजिश थी. साजिश का पर्दाफाश हो चुका है. यह साजिश वही लोग कर रहे हैं, जिन लोगों ने प्रदेश में जहरीली शराब बनाकर, यहां के लोगों को मारने का प्रयास किया था. यह राजनीतिक षड़यंत्र था और ये षड़यंत्र वही लोग करते हैं जो कायर हैं. जो आमने-सामने किसी चुनौती को लेने की स्थिति में नहीं हैं.'
-
ndtv.in
-
बुलंदशहर मामले पर 83 पूर्व नौकरशाहों का खुला खत: मुख्यमंत्री पुजारी की तरह 'एजेंडे' पर काम कर रहे हैं
- Wednesday December 19, 2018
- NDTVKhabar News Desk
बुलंदशहर हिंसा के दौरान इंस्पेक्टर सुबोध कुमार की हत्या से क्षुब्ध कई पूर्व नौकरशाहों ने एक खुला पत्र लिखा है, जिसमें उन्होंने राज्य में इस घटना से पहले और बाद में उत्पन्न तनाव को लेकर अपनी चिंता व्यक्त की है. यहां जारी एक विज्ञप्ति के अनुसार पत्र में लिखा है कि 3 दिसंबर 2018 को हुई हिंसक घटना के दौरान पुलिस अधिकारी की हत्या राजनीतिक द्वेष की दिशा में अब तक का एक बेहद खतरनाक संकेत है. इससे पता चलता है कि देश के सबसे ज्यादा आबादी वाले राज्य उत्तर प्रदेश में शासन प्रणाली के मौलिक सिद्धांतों, संवैधानिक नीति और मानवीय सामाजिक व्यवहार तहस नहस हो चुके हैं.
-
ndtv.in
-
बुलंदशहर स्याना हिंसा मामले में कोर्ट का बड़ा फैसला, 5 को आजीवन कारावास, 33 को 7 साल की सजा
- Friday August 1, 2025
Bulandshahr Syana Violence: बुलंदशहर स्याना हिंसा मामले में अदालत ने हत्या के पांच दोषियों को आजीवन कारावास की सजा सुनाई. वहीं बलवा और जानलेवा हमला करने जैसे अपराधों के दोषी पाए गए 33 दोषियों को सात-सात साल की सजा सुनाई गई.
-
ndtv.in
-
बुलंदशहर हिंसा में 38 आरोपी दोषी करार, इंस्पेक्टर समेत 3 लोगों की हत्या हुई थी
- Wednesday July 30, 2025
बुलंदशहर के स्याना में गोमांस मिलने की खबर पर इलाके में पहले लोगों ने हंगामा किया और उसके बाद तोड़फोड़ और आगजनी हुई थी, जिसमें तीन लोगों की हत्या हुई थी.
-
ndtv.in
-
बुलंदशहर हिंसा: इंस्पेक्टर सुबोध सिंह की हत्या के आरोपियों पर से हटी देशद्रोह की धारा
- Wednesday March 6, 2019
उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर हिंसा (Bulandshahr Mob Violence) और पुलिस इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह (Subodh Kumar Singh) की हत्या के मामले में इंस्पेक्टर के हत्या के आरोपियों पर से देशद्रोह की धारा हटा दी गई है.
-
ndtv.in
-
बुलंदशहर हिंसा: SIT ने दाखिल की चार्जशीट, 38 लोगों को बनाया आरोपी, पांच पर इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह की हत्या का आरोप
- Sunday March 3, 2019
यूपी पुलिस ने कहा कि चार्जशीट में 38 लोगों का नाम लिखा गया है, जिसमें से पांच को इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह की हत्या का आरोपी बनाया गया है. इनमें हिंसा के कई दिनों बाद गिरफ्तार किए गए प्रशांत नट्ट का नाम भी शामिल है. पुलिस ने दावा किया है कि इन पांच लोगों ने इंस्पेक्टर सिंह को घेरा था और उनमें से एक ने उन्हें गोली मारी थी. यूपी पुलिस ने बताया कि बजरंग दल के नेता और मामले में प्रमुख आरोपियों में से एक योगेश राज पर दंगे और आगजनी का आरोप लगाया गया है.
-
ndtv.in
-
बुलंदशहर हिंसा: इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह के हत्यारे की 25 दिन बाद हुई गिरफ्तारी, प्रशांत नट ने कबूला जुर्म
- Thursday December 27, 2018
बुलंदशहर हिंसा (Bulandshahr Violence) के लगभग 25 दिन बाद मामले में नया खुलासा हुआ है. हिंसा में इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह (Subodh Kumar Singh) की मौत हो गई थी वहीं, एक स्थानीय युवक की भी जान चली गई थी. पुलिस ने अब सुबोध कुमार को गोली मारने वाले और रिवॉल्वर चुराने वालों की पहचान कर ली है. पुलिस के आला सुत्रों के मुताबिक़ जॉनी ने नाम के शख़्स ने इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह की रिवॉल्वर चुराई थी, वहीं, प्रशांत नट ने उन्हें गोली मारी थी. प्रशांत नट को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है. वहीं, जॉनी की तलाश जारी है. वहीं, एफआईआर में जॉनी और प्रशांत नट दोनों के नाम FIR में नहीं है.
-
ndtv.in
-
बुलंदशहर हिंसा: रिटायर्ड अफसरों को BJP विधायक का जवाब, 'सुबोध कुमार की मौत दिख रही, गायों की नहीं'
- Thursday December 20, 2018
- NDTVKhabar News Desk
बुलंदशहर में गोकशी (Bulandshahr Violence) के मुद्दे पर भड़की हिंसा में पुलिस इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह (Subodh Kumar Singh) की हत्या को लेकर करीब 83 रिटायर्ड अफ़सरों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र को चिट्ठी लिखी थी. अब बुलंदशहर के बीजेपी विधायक संजय शर्मा (Sanjay Sharma) ने उन रिटायर्ड अफ़सरों को जवाब दिया है. विधायक ने लिखा है कि अधिकारियों को पुलिसवाले की मौत तो दिख रही है, लेकिन 21 गायों की मौत नहीं दिख रही.
-
ndtv.in
-
बुलंदशहर हिंसा: आलोचना के बाद बोले सीएम योगी- लोग हमारी तारीफ करें कि हमने साजिश बेनकाब कर दी
- Wednesday December 19, 2018
- NDTVKhabar News Desk
सीएम योगी ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा, 'बुलंदशहर की घटना एक साजिश थी. साजिश का पर्दाफाश हो चुका है. यह साजिश वही लोग कर रहे हैं, जिन लोगों ने प्रदेश में जहरीली शराब बनाकर, यहां के लोगों को मारने का प्रयास किया था. यह राजनीतिक षड़यंत्र था और ये षड़यंत्र वही लोग करते हैं जो कायर हैं. जो आमने-सामने किसी चुनौती को लेने की स्थिति में नहीं हैं.'
-
ndtv.in
-
बुलंदशहर मामले पर 83 पूर्व नौकरशाहों का खुला खत: मुख्यमंत्री पुजारी की तरह 'एजेंडे' पर काम कर रहे हैं
- Wednesday December 19, 2018
- NDTVKhabar News Desk
बुलंदशहर हिंसा के दौरान इंस्पेक्टर सुबोध कुमार की हत्या से क्षुब्ध कई पूर्व नौकरशाहों ने एक खुला पत्र लिखा है, जिसमें उन्होंने राज्य में इस घटना से पहले और बाद में उत्पन्न तनाव को लेकर अपनी चिंता व्यक्त की है. यहां जारी एक विज्ञप्ति के अनुसार पत्र में लिखा है कि 3 दिसंबर 2018 को हुई हिंसक घटना के दौरान पुलिस अधिकारी की हत्या राजनीतिक द्वेष की दिशा में अब तक का एक बेहद खतरनाक संकेत है. इससे पता चलता है कि देश के सबसे ज्यादा आबादी वाले राज्य उत्तर प्रदेश में शासन प्रणाली के मौलिक सिद्धांतों, संवैधानिक नीति और मानवीय सामाजिक व्यवहार तहस नहस हो चुके हैं.
-
ndtv.in