'Schools in assam'
- 6 न्यूज़ रिजल्ट्स- India | Edited by: चंदन वत्स |रविवार सितम्बर 11, 2022 08:20 PM ISTमदरसा के दो शिक्षकों के कथित ‘जिहादी’ संबंधों को लेकर स्थानीय निवासियों ने छह सितंबर को दारोगर अलगा मदरसा और उसके परिसर में एक मकान को ध्वस्त कर दिया गया था.
- Jobs | Written by: शांता कुमार |सोमवार जुलाई 25, 2022 11:53 AM ISTHailakandi Judiciary Recruitment 2022: हैलाकांडी जुडिशरी में पियून और चौकीदार के पदों पर भर्ती की जा रही है. एप्लीकेशन फॉर्म यहां बताए गए पते पर 20 अगस्त 2022 से पहले पहुंचना चाहिए.
- India | Reported by: रतनदीप चौधरी, Edited by: अभिषेक पारीक |शनिवार फ़रवरी 5, 2022 07:13 AM ISTगुवाहाटी हाईकोर्ट ने असम निरसन विधेयक-2020 की वैधता को चुनौती देने वाली रिट याचिका को खारिज कर दिया है. कोर्ट ने कहा कि परिवर्तन सिर्फ 'प्रांतीय' मदरसों के लिए है, जो सरकारी स्कूल हैं, न कि निजी या सामुदायिक मदरसों के लिए.
- Career | Reported by: भाषा |मंगलवार नवम्बर 3, 2020 02:03 PM ISTअसम में प्राथमिक विद्यालयों को छोड़कर सभी शिक्षण संस्थानों को कोविड-19 (Covid-19) नियमों का पालन सुनिश्चित करते हुए सोमवार को फिर से खोला गया. ये संस्थान महामारी के कारण सात महीने से बंद थे. अधिकारियों ने यह जानकारी दी. उन्होंने बताया कि कक्षा पांच तक के छात्रों के लिए कक्षाएं बंद रहीं, लेकिन कक्षा छह से छात्रों के लिए फिर से कक्षाओं की शुरूआत हुई. राज्य में कॉलेज, इंजीनियरिंग कॉलेज, विश्वविद्यालय, पॉलिटेक्निक, निजी शिक्षण संस्थान, सरकारी और निजी प्रशिक्षण और कोचिंग संस्थान सरकारी आदेश के अनुसार फिर से खुल गए.
- India | Reported by: रत्नदीप चौधरी, Edited by: राहुल सिंह |शनिवार अक्टूबर 17, 2020 08:05 AM ISTअसम (Assam) में अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं और भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने अभी से इसकी तैयारी शुरू कर दी है. बीजेपी ने टी ट्राइब कम्युनिटी को रिझाने के लिए चाय बागानों से सटे क्षेत्रों में शिक्षा के विशाल ढांचे को खड़ा करने का चुनावी वादा किया है. जोरहाट में चाय जनजाति समुदाय इकाई की मीटिंग में राज्य के कैबिनेट मंत्री हिमंत बिस्वा सरमा (Himanta Biswa Sarma) ने कहा कि समय आ गया है कि इस जनजाति के लोग असम का निवासी होने पर खुद पर गर्व कर सकें.
- Career | Reported by: IANS, Edited by: अर्चित गुप्ता |सोमवार सितम्बर 9, 2019 06:41 PM ISTदुनिया में प्लास्टिक की समस्या दिनों-दिन बढ़ती जा रही है. सिर्फ भारत में ही प्रतिदिन 26,000 टन का प्लास्टिक कचरा तैयार होता है, जो पर्यावरण के लिए गंभीर समस्या बनता जा रहा है. इस समस्या से निपटने के लिए असम के एक स्कूल ने अनोखी पहल की है. यह स्कूल विद्यार्थियों से फीस के बदले प्लास्टिक का कचरा लेता है. नीति आयोग के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) अमिताभ कांत ने भी इस स्कूल की पहल की सराहना की है. उन्होंने सोमवार को एक मीडिया रपट को रीट्वीट करते हुए इस पहल को शानदार बताया है.