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Ravish Kumar On Metoo

'Ravish Kumar On Metoo' - 4 News Result(s)
  • इलाहाबाद के बाद अब अकबर को बदलने का वक़्त आ गया है

    इलाहाबाद के बाद अब अकबर को बदलने का वक़्त आ गया है

    सोलह महिला पत्रकारों का आरोप सामान्य घटना नहीं है. सबके आरोप में कई बातें सामान्य हैं. पता चलता है कि अकबर मनोरोगी की हद तक अकेली लड़की को बुलाकर हमला करते थे. होटल के कमरे में काम के बहाने बुलाने पर ज़ोर देते थे. कमरे में शराब पीने के लिए बर्फ़ निकालने और गिलास में शराब डालने की बात करते थे.

  • अकबर ने आरोपों के पीछे मंशा पर ही उठाए सवाल

    अकबर ने आरोपों के पीछे मंशा पर ही उठाए सवाल

    एम जे अकबर पर 14 महिला पत्रकारों के लगाए आरोप और उनके जवाब की स्टोरी को लेकर एक अध्ययन यह भी करना चाहिए कि हिन्दी अखबारों ने अकबर पर लगे आरोपों का किस पन्ने पर और कितना छोटा सा छापा और जब खंडन आया तो उनके खंडन को कहां छापा और कितनी प्रमुखता से छापा.

  • #MeToo: मेरा अकबर महान! कारनामा ऐसा कि कायनात शरमा जाए

    #MeToo: मेरा अकबर महान! कारनामा ऐसा कि कायनात शरमा जाए

    सवाल अकबर के इस्तीफ़े का नहीं है. इस्तीफ़ा लेकर कोई महान नहीं बन जाएगा. वो तो होगा ही. मगर जवाब देना पडेगा कि इस अकबर में क्या ख़ूबी थी कि राज्यसभा का सदस्य बनाया, बीजेपी का सदस्य बनाया और मंत्री बनाया. इसके दो-दो दलों के अंदरखाने तक पहुंच होती है. सत्ता तंत्र का बादशाह बन जाता है. आराम से कांग्रेस का सांसद, आराम से भाजपा का सांसद.

  • मोदी का अकबर तो 'महान' निकला, सिलेबस में रहेगा या बाहर होगा...

    मोदी का अकबर तो 'महान' निकला, सिलेबस में रहेगा या बाहर होगा...

    पिछले चार साल से BJP और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के लोग उस महान अकबर की महानता को कतरने में लगे रहे, कामयाब भी हुए, जो इतिहास का एक बड़ा किरदार था. सिलेबस में वह अकबर अब महान नहीं रहा. मगर अब वे क्या करेंगे, जब मोदी मंत्रिमंडल का अकबर 'महान' निकल गया है. मोदी मंत्रिमंडल के अकबर की 'महानता' का संदर्भ यह नहीं है कि उसने किले बनवाए, बल्कि अपने आस-पास जटिल अंग्रेज़ी का आभामंडल तैयार किया और फिर उसके किले में भरोसे का क़त्ल किया.

'Ravish Kumar On Metoo' - 4 News Result(s)
  • इलाहाबाद के बाद अब अकबर को बदलने का वक़्त आ गया है

    इलाहाबाद के बाद अब अकबर को बदलने का वक़्त आ गया है

    सोलह महिला पत्रकारों का आरोप सामान्य घटना नहीं है. सबके आरोप में कई बातें सामान्य हैं. पता चलता है कि अकबर मनोरोगी की हद तक अकेली लड़की को बुलाकर हमला करते थे. होटल के कमरे में काम के बहाने बुलाने पर ज़ोर देते थे. कमरे में शराब पीने के लिए बर्फ़ निकालने और गिलास में शराब डालने की बात करते थे.

  • अकबर ने आरोपों के पीछे मंशा पर ही उठाए सवाल

    अकबर ने आरोपों के पीछे मंशा पर ही उठाए सवाल

    एम जे अकबर पर 14 महिला पत्रकारों के लगाए आरोप और उनके जवाब की स्टोरी को लेकर एक अध्ययन यह भी करना चाहिए कि हिन्दी अखबारों ने अकबर पर लगे आरोपों का किस पन्ने पर और कितना छोटा सा छापा और जब खंडन आया तो उनके खंडन को कहां छापा और कितनी प्रमुखता से छापा.

  • #MeToo: मेरा अकबर महान! कारनामा ऐसा कि कायनात शरमा जाए

    #MeToo: मेरा अकबर महान! कारनामा ऐसा कि कायनात शरमा जाए

    सवाल अकबर के इस्तीफ़े का नहीं है. इस्तीफ़ा लेकर कोई महान नहीं बन जाएगा. वो तो होगा ही. मगर जवाब देना पडेगा कि इस अकबर में क्या ख़ूबी थी कि राज्यसभा का सदस्य बनाया, बीजेपी का सदस्य बनाया और मंत्री बनाया. इसके दो-दो दलों के अंदरखाने तक पहुंच होती है. सत्ता तंत्र का बादशाह बन जाता है. आराम से कांग्रेस का सांसद, आराम से भाजपा का सांसद.

  • मोदी का अकबर तो 'महान' निकला, सिलेबस में रहेगा या बाहर होगा...

    मोदी का अकबर तो 'महान' निकला, सिलेबस में रहेगा या बाहर होगा...

    पिछले चार साल से BJP और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के लोग उस महान अकबर की महानता को कतरने में लगे रहे, कामयाब भी हुए, जो इतिहास का एक बड़ा किरदार था. सिलेबस में वह अकबर अब महान नहीं रहा. मगर अब वे क्या करेंगे, जब मोदी मंत्रिमंडल का अकबर 'महान' निकल गया है. मोदी मंत्रिमंडल के अकबर की 'महानता' का संदर्भ यह नहीं है कि उसने किले बनवाए, बल्कि अपने आस-पास जटिल अंग्रेज़ी का आभामंडल तैयार किया और फिर उसके किले में भरोसे का क़त्ल किया.