Rajeev Dhavan Ayodhya
- सब
- ख़बरें
- वीडियो
-
Ayodhya Case : राजीव धवन ने कहा, जमात-ए-उलेमा ने मेरे खराब स्वास्थ्य के बारे में झूठ बोला
- Tuesday December 3, 2019
- Reported by: सौरभ शुक्ला, Edited by: सूर्यकांत पाठक
अयोध्या (Ayodhya) के राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद जमीन विवाद मामले में सुप्रीम कोर्ट में मुस्लिम पक्षकारों के वकील राजीव धवन ने दावा किया है कि मुस्लिम पक्ष ने उन्हें केस की पैरवी से हटा दिया है. राजीव धवन ने खुद फेसबुक पोस्ट के जरिए यह खुलासा किया है. राजीव धवन ने NDTV से कहा कि ''उन्होंने मुझे बर्खास्त कर दिया है. जमात-ए-उलेमा ने मेरे खराब स्वास्थ्य के बारे में झूठ कहा. उन्होंने कहा कि ''मैंने एक भी रुपया नहीं लिया. चालीस दिन और रात अथक परिश्रम किया.'' उन्होंने कहा कि ''मैं मुस्लिम पक्ष को विभाजित नहीं करना चाहता. मैं जफरयाब जिलानी का सम्मान करता हूं लेकिन मैं खुद दूरी बनाना चाहता हूं."
- ndtv.in
-
Ayodhya Case: मुस्लिम पक्ष के वकील राजीव धवन बोले- बेतुकी वजह के लिए केस से हटा दिया गया
- Tuesday December 3, 2019
- Reported by: आशीष भार्गव, Edited by: आरिफ खान मंसूरी
अयोध्या मामले पर जमीयत-उलेमा-ए-हिन्द की ओर से सोमवार को सुप्रीम कोर्ट में पुनर्विचार याचिका दाखिल की है.
- ndtv.in
-
Ayodhya case: हिंदू पक्ष की ओर से पेश नक्शा फाड़ने पर राजीव धवन से बोले CJI- कह देना, मैंने कहा था
- Thursday October 17, 2019
- Reported by: आशीष भार्गव, Edited by: मानस मिश्रा
अयोध्या में राम जन्मभूमि और बाबरी मस्जिद के ज़मीन विवाद पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई पूरी हो गई है और इस पर 17 नंवबर से पहले फ़ैसला सुनाया जा सकता है. 17 नवंबर को ही सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई रिटायर हो रहे हैं. इस मामले में 5 जजों की संविधान पीठ ने लगातार 40 दिन तक सुनवाई की.
- ndtv.in
-
कौन हैं Supreme Court में नक्शा फाड़ने वाले वकील राजीव धवन?
- Thursday October 17, 2019
- Edited by: प्रभात उपाध्याय
1994 में अयोध्य़ा मामले में अपनी जिरह से चर्चा में आए राजीव धवन (Rajeev Dhavan) सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ वकील हैं. उन्होंने इलाहाबाद और शेरवुड स्कूल, नैनीताल से अपनी स्कूली शिक्षा हासिल की है.
- ndtv.in
-
Ayodhya Case : मुस्लिम पक्ष के वकील ने सुप्रीम कोर्ट में कहा- मस्जिद तो मीर बाकी ने बनवाई...
- Wednesday October 16, 2019
- Reported by: आशीष भार्गव, Edited by: मानस मिश्रा
अयोध्या मामले की सुनवाई कर रहे प्रधान न्यायाधीश जस्टिस रंजन गोगोई ने कहा है कि पीठ शनिवार को सुनवाई नहीं करेगी. आज इस केस की लगातार 37वें दिन सुनवाई हुई. मुस्लिम पक्ष के वकील राजीव धवन ने दलील दी कि सुप्रीम कोर्ट अनुच्छेद 142 के तहत मिली अपरिहार्य शक्तियों के तहत दोनों ही पक्षों कि गतिविधियों को ध्यान में रखकर इस मामले का निपटारा करे. उन्होंने कहा कि इस मामले में मस्जिद पर जबरन कब्जा किया गया. लोगों को धर्म के नाम पर उकसाया गया, रथयात्रा निकाली गई, लंबित मामले में दबाव बनाया गया. धवन ने कहा कि मस्जिद ध्वस्त की गई और उस समय मुख्यमंत्री रहे कल्याण सिंह ने एक दिन कि जेल अवमानना के चलते काटी थी. अदालत से गुजारिश है कि तमाम घटनाओं को ध्यान में रखे.
- ndtv.in
-
अयोध्या मामला : सुप्रीम कोर्ट में दोनों पक्षों के बीच हुई तीखी बहस, अगली सुनवाई 27 अप्रैल को
- Friday April 6, 2018
- Reported by: आशीष भार्गव, Edited by: सूर्यकांत पाठक
अयोध्या मामले पर सुप्रीम कोर्ट में आज सुनवाई हुई. सुनवाई के दौरान मुस्लिम और हिंदू पक्ष की ओर से पेश वकीलों के बीच तीखी बहस हुई. मुस्लिम पक्ष की ओर से यह मामला संवैधानिक पीठ को भेजने की मांग की गई जिस पर कोर्ट ने कहा कि आप संतुष्ट करें कि यह केस संविधान पीठ को क्यों भेजा जाए? मामले की अगली सुनवाई 27 अप्रैल को होगी.
- ndtv.in
-
Ayodhya Case : राजीव धवन ने कहा, जमात-ए-उलेमा ने मेरे खराब स्वास्थ्य के बारे में झूठ बोला
- Tuesday December 3, 2019
- Reported by: सौरभ शुक्ला, Edited by: सूर्यकांत पाठक
अयोध्या (Ayodhya) के राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद जमीन विवाद मामले में सुप्रीम कोर्ट में मुस्लिम पक्षकारों के वकील राजीव धवन ने दावा किया है कि मुस्लिम पक्ष ने उन्हें केस की पैरवी से हटा दिया है. राजीव धवन ने खुद फेसबुक पोस्ट के जरिए यह खुलासा किया है. राजीव धवन ने NDTV से कहा कि ''उन्होंने मुझे बर्खास्त कर दिया है. जमात-ए-उलेमा ने मेरे खराब स्वास्थ्य के बारे में झूठ कहा. उन्होंने कहा कि ''मैंने एक भी रुपया नहीं लिया. चालीस दिन और रात अथक परिश्रम किया.'' उन्होंने कहा कि ''मैं मुस्लिम पक्ष को विभाजित नहीं करना चाहता. मैं जफरयाब जिलानी का सम्मान करता हूं लेकिन मैं खुद दूरी बनाना चाहता हूं."
- ndtv.in
-
Ayodhya Case: मुस्लिम पक्ष के वकील राजीव धवन बोले- बेतुकी वजह के लिए केस से हटा दिया गया
- Tuesday December 3, 2019
- Reported by: आशीष भार्गव, Edited by: आरिफ खान मंसूरी
अयोध्या मामले पर जमीयत-उलेमा-ए-हिन्द की ओर से सोमवार को सुप्रीम कोर्ट में पुनर्विचार याचिका दाखिल की है.
- ndtv.in
-
Ayodhya case: हिंदू पक्ष की ओर से पेश नक्शा फाड़ने पर राजीव धवन से बोले CJI- कह देना, मैंने कहा था
- Thursday October 17, 2019
- Reported by: आशीष भार्गव, Edited by: मानस मिश्रा
अयोध्या में राम जन्मभूमि और बाबरी मस्जिद के ज़मीन विवाद पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई पूरी हो गई है और इस पर 17 नंवबर से पहले फ़ैसला सुनाया जा सकता है. 17 नवंबर को ही सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई रिटायर हो रहे हैं. इस मामले में 5 जजों की संविधान पीठ ने लगातार 40 दिन तक सुनवाई की.
- ndtv.in
-
कौन हैं Supreme Court में नक्शा फाड़ने वाले वकील राजीव धवन?
- Thursday October 17, 2019
- Edited by: प्रभात उपाध्याय
1994 में अयोध्य़ा मामले में अपनी जिरह से चर्चा में आए राजीव धवन (Rajeev Dhavan) सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ वकील हैं. उन्होंने इलाहाबाद और शेरवुड स्कूल, नैनीताल से अपनी स्कूली शिक्षा हासिल की है.
- ndtv.in
-
Ayodhya Case : मुस्लिम पक्ष के वकील ने सुप्रीम कोर्ट में कहा- मस्जिद तो मीर बाकी ने बनवाई...
- Wednesday October 16, 2019
- Reported by: आशीष भार्गव, Edited by: मानस मिश्रा
अयोध्या मामले की सुनवाई कर रहे प्रधान न्यायाधीश जस्टिस रंजन गोगोई ने कहा है कि पीठ शनिवार को सुनवाई नहीं करेगी. आज इस केस की लगातार 37वें दिन सुनवाई हुई. मुस्लिम पक्ष के वकील राजीव धवन ने दलील दी कि सुप्रीम कोर्ट अनुच्छेद 142 के तहत मिली अपरिहार्य शक्तियों के तहत दोनों ही पक्षों कि गतिविधियों को ध्यान में रखकर इस मामले का निपटारा करे. उन्होंने कहा कि इस मामले में मस्जिद पर जबरन कब्जा किया गया. लोगों को धर्म के नाम पर उकसाया गया, रथयात्रा निकाली गई, लंबित मामले में दबाव बनाया गया. धवन ने कहा कि मस्जिद ध्वस्त की गई और उस समय मुख्यमंत्री रहे कल्याण सिंह ने एक दिन कि जेल अवमानना के चलते काटी थी. अदालत से गुजारिश है कि तमाम घटनाओं को ध्यान में रखे.
- ndtv.in
-
अयोध्या मामला : सुप्रीम कोर्ट में दोनों पक्षों के बीच हुई तीखी बहस, अगली सुनवाई 27 अप्रैल को
- Friday April 6, 2018
- Reported by: आशीष भार्गव, Edited by: सूर्यकांत पाठक
अयोध्या मामले पर सुप्रीम कोर्ट में आज सुनवाई हुई. सुनवाई के दौरान मुस्लिम और हिंदू पक्ष की ओर से पेश वकीलों के बीच तीखी बहस हुई. मुस्लिम पक्ष की ओर से यह मामला संवैधानिक पीठ को भेजने की मांग की गई जिस पर कोर्ट ने कहा कि आप संतुष्ट करें कि यह केस संविधान पीठ को क्यों भेजा जाए? मामले की अगली सुनवाई 27 अप्रैल को होगी.
- ndtv.in