अयोध्या रामजन्मभूमि- बाबरी मस्जिद भूमि विवाद मामले में सुप्रीम कोर्ट के 9 नवंबर के फैसले को चुनौती देते हुए सोमवार को इस मामले में पहली पुनर्विचार याचिका दाखिल की गई है और सुप्रीम कोर्ट से फैसले पर रोक लगाने की मांग की गई है. इससे पहले सोमवार को अयोध्या रामजन्मभूमि विवाद मामले में सुप्रीम कोर्ट में पहली पुनर्विचार याचिका दाखिल की गई. पक्षकार एम सिद्दीकी ने 217 पन्नों की पुनर्विचार याचिका दाखिल की. एम सिद्दीकी की तरफ से मांग की गई कि संविधान पीठ के आदेश पर रोक लगाई जाए, जिसमें कोर्ट ने विवादित जमीन को राम मंदिर के पक्ष दिया था. हालांकि मुस्लिम पक्षकारों के मन में ये असमंजस की स्थिति काफी समय से रही कि रिव्यू पिटीशन फाइल करें कि नहीं. ऐसे में कुछ सवाल भी उठते हैं. क्या मुसलमानों का एक ख़ेमा लड़ाई जारी रखने के पक्ष में? क्या रिव्यू पिटीशन से माहौल ख़राब होने का ख़तरा? क़ानूनी विकल्प अपनाने में बुराई क्या?