Punjab Farm Union
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किसान आंदोलन में शामिल पंजाब के बड़े संगठन पर विदेशी फंड लेने के आरोप, बैंक ने दी चेतावनी
- Sunday December 20, 2020
Farmers Protest at Delhi: पिछले 25 दिनों से हजारों किसान दिल्ली बॉर्डर पर तीनों नए कृषि कानून को वापस लेने की मांग पर विरोध-प्रदर्शन कर रहे हैं. इस बीच सरकार से पांच दौर की बातचीत हो चुकी है लेकिन वह भी विफल रही है.
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किसानों के विरोध-प्रदर्शन के पीछे चीन और पाकिस्तान का हाथ: केंद्रीय मंत्री
- Thursday December 10, 2020
केंद्रीय मंत्री रावसाहेब दानवे ने बुधवार को दावा किया कि तीन नए कृषि कानूनों को वापस लिए जाने की मांग को लेकर जारी किसानों विरोध प्रदर्शनों के पीछे चीन और पाकिस्तान का हाथ है. उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि संशोधित नागरिकता अधिनियम (सीएए) और राष्ट्रीय नागरिक पंजी(एनआरसी) को लेकर पहले मुसलमानों को गुमराह किया गया, लेकिन ये प्रयास सफल नहीं हुए.
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अगर किसानों की मांगें दो दिन में नहीं पूरी की गई तो हड़ताल पर जाएंगे : टैक्सी यूनियन
- Tuesday December 1, 2020
ऑल इंडिया टैक्सी यूनियन ने सोमवार को चेतावनी दी कि अगर नए कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसानों की मांगे नहीं मानी गई तो वे हड़ताल पर जाएंगे. युनियन के अध्यक्ष ने इसकी जानकारी दी . यूनियन के अध्यक्ष बलवंत सिंह भुल्लर ने कहा कि वे किसानों की मांगों को पूरा करने के लिए उन्हें दो दिन का समय दे रहे हैं.
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कृषि कानून के विरोध में डटे किसानों ने खारिज किया गृह मंत्री अमित शाह का प्रस्ताव, बोले कोई शर्त मंजूर नहीं
- Sunday November 29, 2020
Farmers Protest Delhi :अमित शाह (Amit Shah) ने एक वीडियो जारी कर आंदोलित किसानों को 3 दिसंबर को बातचीत का न्योता दिया था. शाह ने कहा था कि अगर किसान उससे पहले वार्ता करना चाहते हैं तो उन्हें दिल्ली-हरियाणा सीमा पर मोर्चेबंदी छोड़कर बुराड़ी के निरंकारी ग्राउंड पर जाना होगा.
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गृह मंत्री के न्योते के बाद किसान संगठनों ने बैठक बुलाई, अगले कदम पर कर सकते हैं फैसला
- Sunday November 29, 2020
केंद्र सरकार के कृषि कानूनों (Farm Laws) का विरोध कर रहे किसान अभी भी दिल्ली (Delhi) की सीमाओं के आसपास अब भी बड़ी संख्या में मौजूद हैं. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) के वार्ता के न्योते के बाद किसान संगठन (Farmers Union) महत्वपूर्ण बैठक करने वाले हैं, जिसमें अगले कदम का फैसला होगा. हालांकि ज्यादातर किसान संगठन विरोध प्रदर्शन के लिए बुराड़ी मैदान जाने को तैयार नहीं है. पंजाब किसान यूनियन के अध्यक्ष रुल्दू सिंह ने कहा कि जब विरोध प्रदर्शन का स्थान रामलीला मैदान तय हैं तो बुराड़ी क्यों जाएं. सिंह ने कहा कि तीनों कृषि कानूनों के अलावा किसान बिजली संशोधन बिल 2020 को भी वापस लेने की मांग करेंगे. अगर सरकार कृषि कानूनों को वापस नहीं लेती है तो उसे एमएसपी पर गारंटी का कानून लाना होगा.
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किसान आंदोलन में शामिल पंजाब के बड़े संगठन पर विदेशी फंड लेने के आरोप, बैंक ने दी चेतावनी
- Sunday December 20, 2020
Farmers Protest at Delhi: पिछले 25 दिनों से हजारों किसान दिल्ली बॉर्डर पर तीनों नए कृषि कानून को वापस लेने की मांग पर विरोध-प्रदर्शन कर रहे हैं. इस बीच सरकार से पांच दौर की बातचीत हो चुकी है लेकिन वह भी विफल रही है.
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किसानों के विरोध-प्रदर्शन के पीछे चीन और पाकिस्तान का हाथ: केंद्रीय मंत्री
- Thursday December 10, 2020
केंद्रीय मंत्री रावसाहेब दानवे ने बुधवार को दावा किया कि तीन नए कृषि कानूनों को वापस लिए जाने की मांग को लेकर जारी किसानों विरोध प्रदर्शनों के पीछे चीन और पाकिस्तान का हाथ है. उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि संशोधित नागरिकता अधिनियम (सीएए) और राष्ट्रीय नागरिक पंजी(एनआरसी) को लेकर पहले मुसलमानों को गुमराह किया गया, लेकिन ये प्रयास सफल नहीं हुए.
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अगर किसानों की मांगें दो दिन में नहीं पूरी की गई तो हड़ताल पर जाएंगे : टैक्सी यूनियन
- Tuesday December 1, 2020
ऑल इंडिया टैक्सी यूनियन ने सोमवार को चेतावनी दी कि अगर नए कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसानों की मांगे नहीं मानी गई तो वे हड़ताल पर जाएंगे. युनियन के अध्यक्ष ने इसकी जानकारी दी . यूनियन के अध्यक्ष बलवंत सिंह भुल्लर ने कहा कि वे किसानों की मांगों को पूरा करने के लिए उन्हें दो दिन का समय दे रहे हैं.
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- Sunday November 29, 2020
Farmers Protest Delhi :अमित शाह (Amit Shah) ने एक वीडियो जारी कर आंदोलित किसानों को 3 दिसंबर को बातचीत का न्योता दिया था. शाह ने कहा था कि अगर किसान उससे पहले वार्ता करना चाहते हैं तो उन्हें दिल्ली-हरियाणा सीमा पर मोर्चेबंदी छोड़कर बुराड़ी के निरंकारी ग्राउंड पर जाना होगा.
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गृह मंत्री के न्योते के बाद किसान संगठनों ने बैठक बुलाई, अगले कदम पर कर सकते हैं फैसला
- Sunday November 29, 2020
केंद्र सरकार के कृषि कानूनों (Farm Laws) का विरोध कर रहे किसान अभी भी दिल्ली (Delhi) की सीमाओं के आसपास अब भी बड़ी संख्या में मौजूद हैं. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) के वार्ता के न्योते के बाद किसान संगठन (Farmers Union) महत्वपूर्ण बैठक करने वाले हैं, जिसमें अगले कदम का फैसला होगा. हालांकि ज्यादातर किसान संगठन विरोध प्रदर्शन के लिए बुराड़ी मैदान जाने को तैयार नहीं है. पंजाब किसान यूनियन के अध्यक्ष रुल्दू सिंह ने कहा कि जब विरोध प्रदर्शन का स्थान रामलीला मैदान तय हैं तो बुराड़ी क्यों जाएं. सिंह ने कहा कि तीनों कृषि कानूनों के अलावा किसान बिजली संशोधन बिल 2020 को भी वापस लेने की मांग करेंगे. अगर सरकार कृषि कानूनों को वापस नहीं लेती है तो उसे एमएसपी पर गारंटी का कानून लाना होगा.
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