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IND vs BAN WC 2023: Shami को मिलेगा मौका? या बिना बदलाव के टीम इंडिया लगाएगी जीत का चौका, गेंदबाज़ी कोच ने किया बड़ा खुलासा
- Thursday October 19, 2023
- Reported by: भाषा, Edited by: अभिषेक भारद्वाज
Pasas Mhambrey on IND vs BAN WC 2023 Playing 11: टीम इंडिया को अपना चौथा मुकाबला बांग्लादेश के खिलाफ 19 अक्टूबर को यानि की कल पुणे में खेलना है
- sports.ndtv.com
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UAPA, NSA, PASA, NDPS, ये कानून हैं या फंसाने की बेड़ियां...?
- Wednesday November 10, 2021
- रवीश कुमार
हम अक्सर ख़बरों को आज और कल के खांचे में देखते हैं और पलट कर आगे बढ़ जाते हैं. यही नहीं ख़बरों को हमेशा एक अकेली घटना के रूप में देखने लग जाते हैं. इससे निकलने का रास्ता आसान तो नहीं है लेकिन अगर आप कुछ ख़ास तरह की ख़बरों को निकाल कर उन्हें एक क्रम में रख कर देखेंगे तो वह लकीर दिख जाएगी जिससे आपके नागरिक होने के अधिकार का दायरा, छोटा किया जा रहा है. इसे शिकंजा कसना कहते हैं. गर्दन तक हाथ पहुंच गया है, दबाया भी जा रहा है, रहमत इतनी है कि मारा नहीं जा रहा है. UAPA के बारे में आप कितनी बार ख़बरें पढ़ते हैं, अदालत की टिप्पणियां पढ़ते हैं लेकिन इसके बाद भी आप देखते हैं कि वही कहानी दोहराई जाती है. राज्य की मशीनरी को लगता है और यह सही भी है कि आप भूल जाते हैं और बहुतों को फर्क नहीं पड़ता. एक नया आदेश आ जाता है.
- ndtv.in
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IND vs BAN WC 2023: Shami को मिलेगा मौका? या बिना बदलाव के टीम इंडिया लगाएगी जीत का चौका, गेंदबाज़ी कोच ने किया बड़ा खुलासा
- Thursday October 19, 2023
- Reported by: भाषा, Edited by: अभिषेक भारद्वाज
Pasas Mhambrey on IND vs BAN WC 2023 Playing 11: टीम इंडिया को अपना चौथा मुकाबला बांग्लादेश के खिलाफ 19 अक्टूबर को यानि की कल पुणे में खेलना है
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UAPA, NSA, PASA, NDPS, ये कानून हैं या फंसाने की बेड़ियां...?
- Wednesday November 10, 2021
- रवीश कुमार
हम अक्सर ख़बरों को आज और कल के खांचे में देखते हैं और पलट कर आगे बढ़ जाते हैं. यही नहीं ख़बरों को हमेशा एक अकेली घटना के रूप में देखने लग जाते हैं. इससे निकलने का रास्ता आसान तो नहीं है लेकिन अगर आप कुछ ख़ास तरह की ख़बरों को निकाल कर उन्हें एक क्रम में रख कर देखेंगे तो वह लकीर दिख जाएगी जिससे आपके नागरिक होने के अधिकार का दायरा, छोटा किया जा रहा है. इसे शिकंजा कसना कहते हैं. गर्दन तक हाथ पहुंच गया है, दबाया भी जा रहा है, रहमत इतनी है कि मारा नहीं जा रहा है. UAPA के बारे में आप कितनी बार ख़बरें पढ़ते हैं, अदालत की टिप्पणियां पढ़ते हैं लेकिन इसके बाद भी आप देखते हैं कि वही कहानी दोहराई जाती है. राज्य की मशीनरी को लगता है और यह सही भी है कि आप भूल जाते हैं और बहुतों को फर्क नहीं पड़ता. एक नया आदेश आ जाता है.
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