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Ncert Books In Cbse Schools

'Ncert Books In Cbse Schools' - 2 News Result(s)
  • सीबीएसई का निर्देश, स्कूल परिसरों में निजी प्रकाशकों की किताबों की बिक्री नहीं होगी

    सीबीएसई का निर्देश, स्कूल परिसरों में निजी प्रकाशकों की किताबों की बिक्री नहीं होगी

    किताबों को लेकर स्कूलों की मनमानी के खिलाफ केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने स्कूलों को चेताया है. सीबीएसई ने कहा है कि स्कूल परिसरों में निजी प्रकाशकों की किताबों की बिक्री नहीं होगी और इसके लिए सीबीएसई ने स्कूलों को साफ लहजे में हिदायत दे दी है.

  •  2000 निजी स्कूलों को एनसीईआरटी की किताबों की आपूर्ति की गई : जावड़ेकर

     2000 निजी स्कूलों को एनसीईआरटी की किताबों की आपूर्ति की गई : जावड़ेकर

    मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने बताया कि वर्तमान अकादमिक वर्ष में सीबीएसई से संबद्ध 2000 निजी स्कूलों को एनसीईआरटी की किताबों की आपूर्ति की गई और अगले सत्र में अन्य स्कूलों को भी इन किताबों की आपूर्ति की जाएगी. जावड़ेकर ने राज्यसभा में शून्यकाल के दौरान यह जानकारी दी.उन्होंने कहा ‘‘दुर्भाग्य की बात यह है कि निजी स्कूलों के लिए शिक्षा छात्रों को लूटने का एक माध्यम बन गई है. इस पर रोक लगनी चाहिए. प्रकाशकों के साथ उनका तालमेल रहता है और वह मुनाफा कमाते हैं.’’

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  • सीबीएसई का निर्देश, स्कूल परिसरों में निजी प्रकाशकों की किताबों की बिक्री नहीं होगी

    सीबीएसई का निर्देश, स्कूल परिसरों में निजी प्रकाशकों की किताबों की बिक्री नहीं होगी

    किताबों को लेकर स्कूलों की मनमानी के खिलाफ केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने स्कूलों को चेताया है. सीबीएसई ने कहा है कि स्कूल परिसरों में निजी प्रकाशकों की किताबों की बिक्री नहीं होगी और इसके लिए सीबीएसई ने स्कूलों को साफ लहजे में हिदायत दे दी है.

  •  2000 निजी स्कूलों को एनसीईआरटी की किताबों की आपूर्ति की गई : जावड़ेकर

     2000 निजी स्कूलों को एनसीईआरटी की किताबों की आपूर्ति की गई : जावड़ेकर

    मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने बताया कि वर्तमान अकादमिक वर्ष में सीबीएसई से संबद्ध 2000 निजी स्कूलों को एनसीईआरटी की किताबों की आपूर्ति की गई और अगले सत्र में अन्य स्कूलों को भी इन किताबों की आपूर्ति की जाएगी. जावड़ेकर ने राज्यसभा में शून्यकाल के दौरान यह जानकारी दी.उन्होंने कहा ‘‘दुर्भाग्य की बात यह है कि निजी स्कूलों के लिए शिक्षा छात्रों को लूटने का एक माध्यम बन गई है. इस पर रोक लगनी चाहिए. प्रकाशकों के साथ उनका तालमेल रहता है और वह मुनाफा कमाते हैं.’’