Karnataka School Uniform
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कर्नाटक में छात्राओं की बदलेगी यूनिफॉर्म? क्या स्कर्ट की जगह लेगी सलवार सूट और पैंट
- Tuesday June 13, 2023
आयोग के मुताबिक, राज्य में अलग-अलग जगहों से अभिभावकों और छात्राओं से बातचीत के बाद जो इनपुट मिला उससे पता चला है कि खासकर मिडिल और हाई स्कूल की लड़कियां स्कर्ट पसंद नही करती हैं.
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हिजाब मामले में सुप्रीम कोर्ट : क्या उस स्कूल में धर्म का पालन किया जा सकता हैं जहां निर्धारित ड्रेस है?
- Tuesday September 6, 2022
सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) ने कर्नाटक (Karnataka) में हिजाब प्रतिबंध (Hijab Ban) विवाद पर सुनवाई करते हुए सोमवार को कहा कि किसी भी व्यक्ति को धर्म का पालन करने का अधिकार है, लेकिन सवाल यह है कि क्या यह अधिकार निर्धारित यूनिफॉर्म (Uniform) वाले स्कूल में भी लागू हो सकता है? राज्य के शिक्षण संस्थानों में हिजाब पर प्रतिबंध हटाने से इनकार करने वाले कर्नाटक हाईकोर्ट के फैसले को चुनौती देने वाली विभिन्न याचिकाओं पर सुनवाई करते हुए सर्वोच्च अदालत ने सवाल किया कि क्या कोई विद्यार्थी उस स्कूल में हिजाब पहन सकती है जहां निर्धारित ड्रेस है?
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हिजाब से पहले अपना नक़ाब उतारिये जनाब!
- Wednesday February 9, 2022
- Priyadarshan
साल 2012 में ईरान की महिला फुटबॉल टीम को ओलिंपिक क्वालिफ़ायर मुक़ाबले खेलने से रोक दिया गया. 2007 में ही फ़ीफ़ा ने सुरक्षा के नाम पर कान और सिर ढंकने पर रोक लगा दी थी. जबकि ईरान की लड़कियां अपने बंद समाज से निकल कर फुटबॉल खेलने की कोशिश कर रही थीं और एक हल्का सा समझौता उन्हें बड़े अवसर दे सकता था. लेकिन जोर्डन की टीम को तब विजेता घोषित कर दिया गया. लेकिन तब फीफा के फ़ैसले को बहुत सारे लोगों ने पश्चिमी दुनिया के अहंकार की तरह देखा. यह दलील दी गई कि ओलिंपिक में मूलतः पश्चिमी ढर्रे के कपड़ों की ही इजाज़त दी जा रही है. इस सांस्कृतिक युद्ध को फिलहाल छोड़ें, लेकिन इस ज़िद की वजह से ईरान की लड़कियों की आज़ादी की ओर बढ़ने की एक कोशिश कुछ पीछे रह गई.
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हिजाब विवाद : आदित्य ठाकरे ने कहा, स्कूलों में तय यूनिफॉर्म का पालन किया जाना चाहिए
- Wednesday February 9, 2022
कर्नाटक में जारी हिजाब विवाद के बीच महाराष्ट्र के मंत्री आदित्य ठाकरे ने बुधवार को कहा कि स्कूलों में स्कूल यूनिफॉर्म के अलावा किसी अन्य ड्रेस के लिए जगह नहीं होनी चाहिए. उन्होंने संवाददाताओं से बात करते हुए कहा, ''स्कूलों में जहां कहीं भी यूनिफॉर्म हो, उसके अलावा किसी और ड्रेस के लिए जगह नहीं होनी चाहिए. स्कूल और कॉलेज शिक्षा के केंद्र हैं, वहां सिर्फ शिक्षा दी जानी चाहिए.'' उन्होंने जोर देकर कहा कि शैक्षणिक संस्थानों में किसी भी राजनीतिक, धार्मिक वस्तु की मौजूदगी नहीं होनी चाहिए.
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कर्नाटक में छात्राओं की बदलेगी यूनिफॉर्म? क्या स्कर्ट की जगह लेगी सलवार सूट और पैंट
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हिजाब मामले में सुप्रीम कोर्ट : क्या उस स्कूल में धर्म का पालन किया जा सकता हैं जहां निर्धारित ड्रेस है?
- Tuesday September 6, 2022
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- Wednesday February 9, 2022
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साल 2012 में ईरान की महिला फुटबॉल टीम को ओलिंपिक क्वालिफ़ायर मुक़ाबले खेलने से रोक दिया गया. 2007 में ही फ़ीफ़ा ने सुरक्षा के नाम पर कान और सिर ढंकने पर रोक लगा दी थी. जबकि ईरान की लड़कियां अपने बंद समाज से निकल कर फुटबॉल खेलने की कोशिश कर रही थीं और एक हल्का सा समझौता उन्हें बड़े अवसर दे सकता था. लेकिन जोर्डन की टीम को तब विजेता घोषित कर दिया गया. लेकिन तब फीफा के फ़ैसले को बहुत सारे लोगों ने पश्चिमी दुनिया के अहंकार की तरह देखा. यह दलील दी गई कि ओलिंपिक में मूलतः पश्चिमी ढर्रे के कपड़ों की ही इजाज़त दी जा रही है. इस सांस्कृतिक युद्ध को फिलहाल छोड़ें, लेकिन इस ज़िद की वजह से ईरान की लड़कियों की आज़ादी की ओर बढ़ने की एक कोशिश कुछ पीछे रह गई.
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हिजाब विवाद : आदित्य ठाकरे ने कहा, स्कूलों में तय यूनिफॉर्म का पालन किया जाना चाहिए
- Wednesday February 9, 2022
कर्नाटक में जारी हिजाब विवाद के बीच महाराष्ट्र के मंत्री आदित्य ठाकरे ने बुधवार को कहा कि स्कूलों में स्कूल यूनिफॉर्म के अलावा किसी अन्य ड्रेस के लिए जगह नहीं होनी चाहिए. उन्होंने संवाददाताओं से बात करते हुए कहा, ''स्कूलों में जहां कहीं भी यूनिफॉर्म हो, उसके अलावा किसी और ड्रेस के लिए जगह नहीं होनी चाहिए. स्कूल और कॉलेज शिक्षा के केंद्र हैं, वहां सिर्फ शिक्षा दी जानी चाहिए.'' उन्होंने जोर देकर कहा कि शैक्षणिक संस्थानों में किसी भी राजनीतिक, धार्मिक वस्तु की मौजूदगी नहीं होनी चाहिए.
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