Javed Akhtar Books
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जावेद अख्तर को याद आए पुराने दिन: 1964 में जेब में 27 पैसे लेकर मुंबई पहुंचा...
- Sunday October 5, 2025
- Written by: नरेंद्र सैनी
जावेद अख्तर को मुंबई में आए 61 साल हो गए हैं. उन्होंने एक एक्स पोस्ट में अपने इन 61 साल की जिंदगी को खूबसूरत तरीके से याद किया है.
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ndtv.in
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"कौन सी फिल्म रिलीज होगी, यह लोग तय करेंगे या सेंसर बोर्ड?" : NDTV से बोले जावेद अख्तर
- Saturday January 7, 2023
- Reported by: मनोरंजन भारती, Edited by: सूर्यकांत पाठक
मशहूर गीतकार, शायर और संवाद लेखक जावेद अख्तर ने फिल्मों को लेकर अक्सर होने वाले विवादों को लेकर आज NDTV से कहा कि, फिल्मों के बॉयकाट का चलन हो गया है. हमारा फिल्म सर्टिफिकेशन का ऑर्गनाइजेशन है, यह सरकारी है जो फिल्म को देखता है. उसमें बताते हैं कि यह गलत है, इसको हटा दीजिए. इस ऑर्गनाइजेशन को हम सेंसर बोर्ड कहते हैं. सरकार को अपने इंस्टीट्यूशन की इज्जत रखनी चाहिए. बाहर के लोग तय करें कि कौन सी फिल्म चलनी चाहिए, कौन सी नहीं, तो सर्टिफिकेशन की ज़रूरत क्या है?
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ndtv.in
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हिन्दी की बेस्टसेलर किताबों शामिल हैं कलाम से लेकर जावेद अख्तर और चेतन भगत की किताबें
- Thursday August 24, 2017
- Written by: ख़बर न्यूज़ डेस्क
पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम की 'मेरी जीवन यात्रा', गीतकार जावेद अख्तर की 'लावा', कवि और सियासतदान कुमार विश्वास की 'कोई दीवाना कहता है', लेखक चेतन भगत की 'वन इंडियन गर्ल' और पत्रकार रवीश कुमार की 'इश्क में शहर होना' हिन्दी की उन बेस्ट सेलर सूची में शामिल हैं, जिसे देश के एक प्रमुख हिन्दी दैनिक समाचार पत्र ने जारी किया.
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जावेद अख्तर को याद आए पुराने दिन: 1964 में जेब में 27 पैसे लेकर मुंबई पहुंचा...
- Sunday October 5, 2025
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जावेद अख्तर को मुंबई में आए 61 साल हो गए हैं. उन्होंने एक एक्स पोस्ट में अपने इन 61 साल की जिंदगी को खूबसूरत तरीके से याद किया है.
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"कौन सी फिल्म रिलीज होगी, यह लोग तय करेंगे या सेंसर बोर्ड?" : NDTV से बोले जावेद अख्तर
- Saturday January 7, 2023
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मशहूर गीतकार, शायर और संवाद लेखक जावेद अख्तर ने फिल्मों को लेकर अक्सर होने वाले विवादों को लेकर आज NDTV से कहा कि, फिल्मों के बॉयकाट का चलन हो गया है. हमारा फिल्म सर्टिफिकेशन का ऑर्गनाइजेशन है, यह सरकारी है जो फिल्म को देखता है. उसमें बताते हैं कि यह गलत है, इसको हटा दीजिए. इस ऑर्गनाइजेशन को हम सेंसर बोर्ड कहते हैं. सरकार को अपने इंस्टीट्यूशन की इज्जत रखनी चाहिए. बाहर के लोग तय करें कि कौन सी फिल्म चलनी चाहिए, कौन सी नहीं, तो सर्टिफिकेशन की ज़रूरत क्या है?
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हिन्दी की बेस्टसेलर किताबों शामिल हैं कलाम से लेकर जावेद अख्तर और चेतन भगत की किताबें
- Thursday August 24, 2017
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पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम की 'मेरी जीवन यात्रा', गीतकार जावेद अख्तर की 'लावा', कवि और सियासतदान कुमार विश्वास की 'कोई दीवाना कहता है', लेखक चेतन भगत की 'वन इंडियन गर्ल' और पत्रकार रवीश कुमार की 'इश्क में शहर होना' हिन्दी की उन बेस्ट सेलर सूची में शामिल हैं, जिसे देश के एक प्रमुख हिन्दी दैनिक समाचार पत्र ने जारी किया.
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