Hariom Yadav
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दलबदलुओं को नहीं मिला जनता का साथ, यूपी विधानसभा चुनाव में धराशायी हुए पार्टी बदलने वाले ये नेता
- Friday March 11, 2022
Uttar Pradesh Assembly Election 2022: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 से पहले कई सारे नेताओं ने अपना दल बदला और दूसरी पार्टी में जाकर शामिल हो गए. लेकिन प्रदेश की जनता ने इन दलबदलू नेताओं का साथ नहीं दिया और इन्हें करारी हार का सामना करना पड़ा है.
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UP चुनाव : BJP ने मुलायम सिंह यादव के करीबी रिश्तेदार को दिया टिकट, तीन बार से हैं विधायक
- Saturday January 22, 2022
भाजपा ने उत्तर प्रदेश में आगामी विधानसभा चुनाव के लिए तीसरे और चौथे चरण के लिए शुक्रवार को अपने 85 उम्मीदवारों की दूसरी सूची जारी की थी, जिसमें 30 ओबीसी, 19 एससी और 15 महिलाओं को टिकट दिया गया है.
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'सपा नेताजी वाली नहीं, चापलूसों की पार्टी रह गई', SP छोड़ BJP जाने वाले MLA हरिओम यादव का वार
- Thursday January 13, 2022
बीजेपी में शामिल होने वाले सपा विधायक हरिओम यादव ने कहा, "समाजवादी पार्टी अब मुलायम सिंह यादव (अखिलेश यादव के पिता और सपा संरक्षक) की पार्टी नहीं रह गई है. यह चापलूसी करने वालों की पार्टी रह गई है, जिन्होंने अखिलेश को घेर रखा है और उन्हें कमजोर करना चाहते हैं."
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UP चुनाव: सपा के तीन बार के विधायक हरिओम यादव ने थामा BJP का हाथ, मुलायम सिंह यादव के हैं करीबी
- Wednesday January 12, 2022
Uttar Pradesh Election: समाजवादी पार्टी (सपा) के तीन बार के विधायक और फिरोजाबाद जिले के कद्दावर नेता हरिओम यादव (MLA Hariom Yadav) ने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) का हाथ थाम लिया है. हरिओम यादव को सपा के संस्थापक और पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव का बेहद करीबी माना जाता है. वे वर्तमान में सिरसागंज के विधायक हैं. उन्हें पिछले साल फरवरी में पार्टी विरोधी गतिविधियों के वजह से छह साल के लिए सपा से निष्कासित कर दिया गया था.
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सपा में उठी BSP के साथ गठबंधन के खिलाफ आवाज, MLA बोले- हमारे अध्यक्ष जब तक घुटने टेकते रहेंगे, तब तक चलेगा गठबंधन
- Monday January 14, 2019
- NDTVKhabar News Desk
बसपा सुप्रीमो मायावती और सपा के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने शनिवार को आयोजित संयुक्त प्रेस कांफ्रेंस में यह घोषणा की है कि दोनों दल लोकसभा का चुनाव मिलकर लड़ेंगे. मायावती ने बसपा-सपा गठबंधन को 'नई राजनीतिक क्रांति का आगाज' करार देते हुए कहा कि इस गठबंधन से 'गुरू-चेला' (नरेंद्र मोदी और अमित शाह) की नींद उड़ जाएगी. उन्होंने कहा, 'नए वर्ष में यह एक प्रकार की नई राजनीतिक क्रांति की शुरुआत है. इस गठबंधन से समाज की बहुत उम्मीदें जग गई हैं. यह सिर्फ दो पार्टियों का मेल नहीं है बल्कि सर्वसमाज (दलित, पिछड़ा, मुस्लिम, आदिवासी, गरीबों, किसानों और नौजवानों) का मेल है. यह सामाजिक परिवर्तन का बड़ा आंदोलन बन सकता है.'
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दलबदलुओं को नहीं मिला जनता का साथ, यूपी विधानसभा चुनाव में धराशायी हुए पार्टी बदलने वाले ये नेता
- Friday March 11, 2022
Uttar Pradesh Assembly Election 2022: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 से पहले कई सारे नेताओं ने अपना दल बदला और दूसरी पार्टी में जाकर शामिल हो गए. लेकिन प्रदेश की जनता ने इन दलबदलू नेताओं का साथ नहीं दिया और इन्हें करारी हार का सामना करना पड़ा है.
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UP चुनाव : BJP ने मुलायम सिंह यादव के करीबी रिश्तेदार को दिया टिकट, तीन बार से हैं विधायक
- Saturday January 22, 2022
भाजपा ने उत्तर प्रदेश में आगामी विधानसभा चुनाव के लिए तीसरे और चौथे चरण के लिए शुक्रवार को अपने 85 उम्मीदवारों की दूसरी सूची जारी की थी, जिसमें 30 ओबीसी, 19 एससी और 15 महिलाओं को टिकट दिया गया है.
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- Thursday January 13, 2022
बीजेपी में शामिल होने वाले सपा विधायक हरिओम यादव ने कहा, "समाजवादी पार्टी अब मुलायम सिंह यादव (अखिलेश यादव के पिता और सपा संरक्षक) की पार्टी नहीं रह गई है. यह चापलूसी करने वालों की पार्टी रह गई है, जिन्होंने अखिलेश को घेर रखा है और उन्हें कमजोर करना चाहते हैं."
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- Wednesday January 12, 2022
Uttar Pradesh Election: समाजवादी पार्टी (सपा) के तीन बार के विधायक और फिरोजाबाद जिले के कद्दावर नेता हरिओम यादव (MLA Hariom Yadav) ने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) का हाथ थाम लिया है. हरिओम यादव को सपा के संस्थापक और पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव का बेहद करीबी माना जाता है. वे वर्तमान में सिरसागंज के विधायक हैं. उन्हें पिछले साल फरवरी में पार्टी विरोधी गतिविधियों के वजह से छह साल के लिए सपा से निष्कासित कर दिया गया था.
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- Monday January 14, 2019
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बसपा सुप्रीमो मायावती और सपा के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने शनिवार को आयोजित संयुक्त प्रेस कांफ्रेंस में यह घोषणा की है कि दोनों दल लोकसभा का चुनाव मिलकर लड़ेंगे. मायावती ने बसपा-सपा गठबंधन को 'नई राजनीतिक क्रांति का आगाज' करार देते हुए कहा कि इस गठबंधन से 'गुरू-चेला' (नरेंद्र मोदी और अमित शाह) की नींद उड़ जाएगी. उन्होंने कहा, 'नए वर्ष में यह एक प्रकार की नई राजनीतिक क्रांति की शुरुआत है. इस गठबंधन से समाज की बहुत उम्मीदें जग गई हैं. यह सिर्फ दो पार्टियों का मेल नहीं है बल्कि सर्वसमाज (दलित, पिछड़ा, मुस्लिम, आदिवासी, गरीबों, किसानों और नौजवानों) का मेल है. यह सामाजिक परिवर्तन का बड़ा आंदोलन बन सकता है.'
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