Farmers Movement Singhu Border
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किसान आंदोलन - कोर्ट में सुनवाई, सरकार कहां गई?
- Wednesday October 20, 2021
- रवीश कुमार
जिस देश में आज़ादी की लड़ाई का आंदोलन 1857 से 1947 तक अलग अलग रूप में चला हो, उस देश के सुप्रीम कोर्ट में शाहीन बाग धरने के बाद किसानों के धरने को लेकर चल रही बहस में अजीब अजीब किस्म के सवाल उठ रहे हैं कि आंदोलन कब तक चलेगा, क्यों चल रहा है, अनंत काल के लिए सड़कें बंद नहीं हो सकती हैं.
- ndtv.in
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किसानों के प्रदर्शनों के पीछे के ‘अराजकतावादियों’ को बेनकाब करने की जरूरत : BJP
- Saturday October 16, 2021
- Reported by: भाषा
हरियाणा के सोनीपत जिले में शुक्रवार को एक शख्स का शव बेरिकैड से लटका मिला, जिसके हाथ काट दिए गए थे. सोशल मीडिया पर वायरल हुई एक वीडियो में दिख रहा है कि कुछ निहंग जमीन पर खून में लथपथ पड़े व्यक्ति के पास खड़े हैं और उसका कटा हुआ हाथ भी वहीं पड़ा है.
- ndtv.in
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एसकेएम ने किसानों से कहा : दिल्ली में प्रदर्शन स्थलों पर पक्के मकान नहीं बनाए जाए
- Monday March 15, 2021
- एनडीटीवी
बयान में कहा गया कि मोर्चा की बैठक के दौरान यह निर्णय हुआ कि प्रदर्शनकारी प्रदर्शन स्थलों पर कोई स्थायी निर्माण कार्य नहीं करेंगे. वक्तव्य में यह भी कहा गया कि एसकेएम (SKM) के कई नेता पश्चिम बंगाल गए हैं, जहां वे अपने आंदोलन के समर्थन में प्रचार करेंगे और मतदाताओं से ‘किसान विरोधी’ भाजपा को वोट नहीं देने की अपील करेंगे. इसमें कहा गया है कि एसकेएम (SKM) के प्रतिनिधिमंडल ने रविवार को बंगाल के सिंगूर और आसनसोल में महापंचायतों को भी संबोधित किया.
- ndtv.in
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किसान आंदोलन: गर्मी से मुकाबले की तैयारी कर रहे हैं किसान, कुछ बना रहे हैं पक्के मकान
- Sunday March 14, 2021
- Reported by: भाषा
गौरतलब है कि हजारों किसान, जिनमें ज्यादातर पंजाब, हरियाणा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के हैं, दिल्ली सीमा के सिंघू, टिकरी और गाजीपुर बॉर्डर पर तीन महीने से अधिक समय से डेरा डाले हुए हैं, जो कृषि कानूनों को रद्द करने और फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर कानूनी गारंटी की मांग कर रहे हैं.
- ndtv.in
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चक्का जाम सफल होने पर किसानों ने ली राहत की सांस, जाम में फंसे लोगों को खिलाया खाना
- Saturday February 6, 2021
- Reported by: सौरभ शुक्ला, Edited by: सिद्धार्थ चौरसिया
किसानों के किसी ग्रुप ने जबरन चक्का जाम करने की कोशिश नहीं की. इस बीच, खुद राकेश टिकैत ने पुलिस के कांटों के बदले फूल लगाने की मिसाल से किसानों का रवैया उजागर किया. किसानों ने चक्का जाम के दौरान एंबुलेंस को आने जाने का रास्ता दिया, जैसे ही 3 बजे किसानों ने हार्न बजाकर अपना चक्का जाम खत्म कर दिया. अब किसान संगठन इस बात को लेकर राहत की सांस ले रहे हैं कि चक्का जाम में 26 जनवरी जैसे हालात नहीं बने और ये संदेश भी गया कि किसान शांतिपूर्ण तरीके से ही आंदोलन कर रहे हैं.
- ndtv.in
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दिल्ली की तीन सीमाओं पर स्थित विरोध स्थलों पर फिर से इंटरनेट सेवाएं अस्थायी रूप से निलंबित
- Saturday February 6, 2021
- Reported by: भाषा
एक अन्य अधिकारी ने बताया कि शनिवार को किसान यूनियनों के ‘चक्का जाम’ के आह्वान के मद्देनजर इंटरनेट सेवाएं निलंबित की गई हैं. इससे पहले सिंघू, गाजीपुर और टीकरी सीमाओं और इनके आसपास के इलाकों में 29 जनवरी की रात 11 बजे से 31 जनवरी की रात 11 बजे तक इंटरनेट सेवाओं को निलंबित करने के आदेश दिये गये थे. बाद में इंटरनेट सेवाओं के निलंबन की अवधि को दो फरवरी तक बढ़ा दिया गया था. गौरतलब है कि किसानों की ‘‘ट्रैक्टर परेड’’ के दौरान व्यापक पैमाने पर हुई हिंसा के कारण 26 जनवरी को दिल्ली के कुछ हिस्सों में इंटरनेट सेवाओं को अस्थायी रूप से निलंबित कर दिया गया था.
- ndtv.in
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किसान 30 जनवरी को सद्भावना दिवस मनाएंगे, दिन भर का उपवास रखेंगे
- Saturday January 30, 2021
- Reported by: भाषा
भारतीय किसान यूनियन के नेता युधिष्ठिर सिंह ने कहा कि हमें इन (भाजपा) लोगों से राष्ट्रीय ध्वज का सम्मान करने पर व्याख्यान की जरूरत नहीं है. यहां बैठे अधिकांश किसानों के अपने बच्चे सीमाओं पर देश के लिए लड़ रहे हैं.” उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा किसानों के आंदोलन को दबाने की कोशिश ने इसे और तेज कर दिया है क्योंकि कल रात की घटना के बाद से और अधिक लोग आंदोलन में शामिल हुए हैं.
- ndtv.in
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BKU (लोकशक्ति) ने फिर शुरू किया कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन
- Saturday January 30, 2021
- Reported by: भाषा
इस कदम से (बीकेयू नेता) राकेश टिकैत व्यथित हैं. उनकी गिरफ्तारी और वहां विरोध समाप्त होने के बारे में घोषणा की गई थी, लेकिन विधायक ने वहां माहौल को बिगाड़ दिया और टिकैत रो पड़े.” उन्होंने कहा, ''बीकेयू (लोक शक्ति) दमन की किसी भी नीति को बर्दाश्त नहीं करेगा. सरकार या प्रशासन कोई भी कार्रवाई कर सकता है लेकिन कोई विधायक या जनप्रतिनिधि किसानों के साथ क्रूरता से व्यवहार नहीं कर सकता और बीकेयू (लोक शक्ति) यह बर्दाश्त नहीं करेगा.’
- ndtv.in
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किसान आंदोलन: यूपी गेट पर भीड़ बढ़ी, करीब 3 हजार सुरक्षा बल तैनात
- Saturday January 30, 2021
- Reported by: भाषा
पुलिस उपाधीक्षक (इंदिरापुरम) अंशु जैन ने पीटीआई-भाषा को बताया कि सुरक्षा बलों के करीब तीन हजार जवानों को तैनात किया गया है. इसमें राज्य सशस्त्र बल के अलावा रैपिड एक्शन फोर्स एवं सिविल पुलिस के जवान शामिल हैं. इन जवानों को गाजीपुर के आस पास तैनात किया गया है. इस बीच उत्तर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू, आरएलडी नेता जयंत चौधरी एवं भीम आर्मी के प्रमुख चंद्रशेखर आजाद ने टिकैत से मुलाकात की. समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव एवं बसपा प्रमुख मायावती ने भी किसान आंदोलन को अपनी पार्टी का समर्थन दिया है.
- ndtv.in
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दिल्ली की सिंघु बॉर्डर पर किसान आंदोलन में बाइक स्टंट और नारेबाजी
- Sunday January 24, 2021
- Reported by: मुकेश सिंह सेंगर, Edited by: सूर्यकांत पाठक
दिल्ली (Delhi) की सिंघु बॉर्डर पर चल रहे किसान आंदोलन (Farmers Movement) का एक वीडियो (Video) सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. इसमें बाइक स्टंट (Bike stunts) किया जा रहा है. बताया गया है कि ये वीडियो ट्रैक्टर परेड (Tractor Parade) की तैयारी का है. मोबाइल वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि दो बाइक पर सवार स्टंटबाज स्टंट कर रहे हैं और लोग पीछे से नारेबाजी भी कर रहे हैं. यह वीडियो सिंघु बॉर्डर पर हरियाणा की सीमा का है, जो 23 जनवरी का बताया गया है.
- ndtv.in
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दिल्ली : सिंघु बॉर्डर पर बवाल के मामले में पुलिस ने दंगा का केस दर्ज किया
- Monday November 30, 2020
- Reported by: मुकेश सिंह सेंगर
दिल्ली की सिंघु बॉर्डर पर हुए बवाल पर दिल्ली पुलिस ने दंगा करने और सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने समेत अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है. केस अलीपुर थाने में दर्ज किया गया है. अलीपुर थाने में यह मामला धारा 186, 353, 332, 323, 147, 148, 149, 279, 337, 188, 269, और 3 PDPP एक्ट के तहत दर्ज किया गया है.
- ndtv.in
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दिल्ली: आंदोलनकारियों ने मोदी सरकार से कहा, किसानों के मन की बात सुनो
- Monday November 30, 2020
- Reported by: मुकेश सिंह सेंगर, Edited by: सूर्यकांत पाठक
दिल्ली में सिंधू बार्डर पर जमे आंदोलनकारी किसानों ने केंद्र सरकार से कहा है कि किसानों के मन की बात सुनो. उन्होंने कहा है कि वे सरकार से फोन पर बातचीत नहीं करेंगे. यह किसी एक राज्य के किसानों का आंदोलन नहीं है. प्रदर्शनकारियों ने कहा कि वे डटे रहेंगे और आगे बढ़ेंगे. आज इन किसानों से दिल्ली के पुलिस कमिश्नर एसएन श्रीवास्तव ने मुलाकात की.
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किसान आंदोलन - कोर्ट में सुनवाई, सरकार कहां गई?
- Wednesday October 20, 2021
- रवीश कुमार
जिस देश में आज़ादी की लड़ाई का आंदोलन 1857 से 1947 तक अलग अलग रूप में चला हो, उस देश के सुप्रीम कोर्ट में शाहीन बाग धरने के बाद किसानों के धरने को लेकर चल रही बहस में अजीब अजीब किस्म के सवाल उठ रहे हैं कि आंदोलन कब तक चलेगा, क्यों चल रहा है, अनंत काल के लिए सड़कें बंद नहीं हो सकती हैं.
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किसानों के प्रदर्शनों के पीछे के ‘अराजकतावादियों’ को बेनकाब करने की जरूरत : BJP
- Saturday October 16, 2021
- Reported by: भाषा
हरियाणा के सोनीपत जिले में शुक्रवार को एक शख्स का शव बेरिकैड से लटका मिला, जिसके हाथ काट दिए गए थे. सोशल मीडिया पर वायरल हुई एक वीडियो में दिख रहा है कि कुछ निहंग जमीन पर खून में लथपथ पड़े व्यक्ति के पास खड़े हैं और उसका कटा हुआ हाथ भी वहीं पड़ा है.
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एसकेएम ने किसानों से कहा : दिल्ली में प्रदर्शन स्थलों पर पक्के मकान नहीं बनाए जाए
- Monday March 15, 2021
- एनडीटीवी
बयान में कहा गया कि मोर्चा की बैठक के दौरान यह निर्णय हुआ कि प्रदर्शनकारी प्रदर्शन स्थलों पर कोई स्थायी निर्माण कार्य नहीं करेंगे. वक्तव्य में यह भी कहा गया कि एसकेएम (SKM) के कई नेता पश्चिम बंगाल गए हैं, जहां वे अपने आंदोलन के समर्थन में प्रचार करेंगे और मतदाताओं से ‘किसान विरोधी’ भाजपा को वोट नहीं देने की अपील करेंगे. इसमें कहा गया है कि एसकेएम (SKM) के प्रतिनिधिमंडल ने रविवार को बंगाल के सिंगूर और आसनसोल में महापंचायतों को भी संबोधित किया.
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किसान आंदोलन: गर्मी से मुकाबले की तैयारी कर रहे हैं किसान, कुछ बना रहे हैं पक्के मकान
- Sunday March 14, 2021
- Reported by: भाषा
गौरतलब है कि हजारों किसान, जिनमें ज्यादातर पंजाब, हरियाणा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के हैं, दिल्ली सीमा के सिंघू, टिकरी और गाजीपुर बॉर्डर पर तीन महीने से अधिक समय से डेरा डाले हुए हैं, जो कृषि कानूनों को रद्द करने और फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर कानूनी गारंटी की मांग कर रहे हैं.
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चक्का जाम सफल होने पर किसानों ने ली राहत की सांस, जाम में फंसे लोगों को खिलाया खाना
- Saturday February 6, 2021
- Reported by: सौरभ शुक्ला, Edited by: सिद्धार्थ चौरसिया
किसानों के किसी ग्रुप ने जबरन चक्का जाम करने की कोशिश नहीं की. इस बीच, खुद राकेश टिकैत ने पुलिस के कांटों के बदले फूल लगाने की मिसाल से किसानों का रवैया उजागर किया. किसानों ने चक्का जाम के दौरान एंबुलेंस को आने जाने का रास्ता दिया, जैसे ही 3 बजे किसानों ने हार्न बजाकर अपना चक्का जाम खत्म कर दिया. अब किसान संगठन इस बात को लेकर राहत की सांस ले रहे हैं कि चक्का जाम में 26 जनवरी जैसे हालात नहीं बने और ये संदेश भी गया कि किसान शांतिपूर्ण तरीके से ही आंदोलन कर रहे हैं.
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दिल्ली की तीन सीमाओं पर स्थित विरोध स्थलों पर फिर से इंटरनेट सेवाएं अस्थायी रूप से निलंबित
- Saturday February 6, 2021
- Reported by: भाषा
एक अन्य अधिकारी ने बताया कि शनिवार को किसान यूनियनों के ‘चक्का जाम’ के आह्वान के मद्देनजर इंटरनेट सेवाएं निलंबित की गई हैं. इससे पहले सिंघू, गाजीपुर और टीकरी सीमाओं और इनके आसपास के इलाकों में 29 जनवरी की रात 11 बजे से 31 जनवरी की रात 11 बजे तक इंटरनेट सेवाओं को निलंबित करने के आदेश दिये गये थे. बाद में इंटरनेट सेवाओं के निलंबन की अवधि को दो फरवरी तक बढ़ा दिया गया था. गौरतलब है कि किसानों की ‘‘ट्रैक्टर परेड’’ के दौरान व्यापक पैमाने पर हुई हिंसा के कारण 26 जनवरी को दिल्ली के कुछ हिस्सों में इंटरनेट सेवाओं को अस्थायी रूप से निलंबित कर दिया गया था.
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किसान 30 जनवरी को सद्भावना दिवस मनाएंगे, दिन भर का उपवास रखेंगे
- Saturday January 30, 2021
- Reported by: भाषा
भारतीय किसान यूनियन के नेता युधिष्ठिर सिंह ने कहा कि हमें इन (भाजपा) लोगों से राष्ट्रीय ध्वज का सम्मान करने पर व्याख्यान की जरूरत नहीं है. यहां बैठे अधिकांश किसानों के अपने बच्चे सीमाओं पर देश के लिए लड़ रहे हैं.” उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा किसानों के आंदोलन को दबाने की कोशिश ने इसे और तेज कर दिया है क्योंकि कल रात की घटना के बाद से और अधिक लोग आंदोलन में शामिल हुए हैं.
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BKU (लोकशक्ति) ने फिर शुरू किया कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन
- Saturday January 30, 2021
- Reported by: भाषा
इस कदम से (बीकेयू नेता) राकेश टिकैत व्यथित हैं. उनकी गिरफ्तारी और वहां विरोध समाप्त होने के बारे में घोषणा की गई थी, लेकिन विधायक ने वहां माहौल को बिगाड़ दिया और टिकैत रो पड़े.” उन्होंने कहा, ''बीकेयू (लोक शक्ति) दमन की किसी भी नीति को बर्दाश्त नहीं करेगा. सरकार या प्रशासन कोई भी कार्रवाई कर सकता है लेकिन कोई विधायक या जनप्रतिनिधि किसानों के साथ क्रूरता से व्यवहार नहीं कर सकता और बीकेयू (लोक शक्ति) यह बर्दाश्त नहीं करेगा.’
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किसान आंदोलन: यूपी गेट पर भीड़ बढ़ी, करीब 3 हजार सुरक्षा बल तैनात
- Saturday January 30, 2021
- Reported by: भाषा
पुलिस उपाधीक्षक (इंदिरापुरम) अंशु जैन ने पीटीआई-भाषा को बताया कि सुरक्षा बलों के करीब तीन हजार जवानों को तैनात किया गया है. इसमें राज्य सशस्त्र बल के अलावा रैपिड एक्शन फोर्स एवं सिविल पुलिस के जवान शामिल हैं. इन जवानों को गाजीपुर के आस पास तैनात किया गया है. इस बीच उत्तर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू, आरएलडी नेता जयंत चौधरी एवं भीम आर्मी के प्रमुख चंद्रशेखर आजाद ने टिकैत से मुलाकात की. समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव एवं बसपा प्रमुख मायावती ने भी किसान आंदोलन को अपनी पार्टी का समर्थन दिया है.
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दिल्ली की सिंघु बॉर्डर पर किसान आंदोलन में बाइक स्टंट और नारेबाजी
- Sunday January 24, 2021
- Reported by: मुकेश सिंह सेंगर, Edited by: सूर्यकांत पाठक
दिल्ली (Delhi) की सिंघु बॉर्डर पर चल रहे किसान आंदोलन (Farmers Movement) का एक वीडियो (Video) सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. इसमें बाइक स्टंट (Bike stunts) किया जा रहा है. बताया गया है कि ये वीडियो ट्रैक्टर परेड (Tractor Parade) की तैयारी का है. मोबाइल वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि दो बाइक पर सवार स्टंटबाज स्टंट कर रहे हैं और लोग पीछे से नारेबाजी भी कर रहे हैं. यह वीडियो सिंघु बॉर्डर पर हरियाणा की सीमा का है, जो 23 जनवरी का बताया गया है.
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दिल्ली : सिंघु बॉर्डर पर बवाल के मामले में पुलिस ने दंगा का केस दर्ज किया
- Monday November 30, 2020
- Reported by: मुकेश सिंह सेंगर
दिल्ली की सिंघु बॉर्डर पर हुए बवाल पर दिल्ली पुलिस ने दंगा करने और सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने समेत अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है. केस अलीपुर थाने में दर्ज किया गया है. अलीपुर थाने में यह मामला धारा 186, 353, 332, 323, 147, 148, 149, 279, 337, 188, 269, और 3 PDPP एक्ट के तहत दर्ज किया गया है.
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दिल्ली: आंदोलनकारियों ने मोदी सरकार से कहा, किसानों के मन की बात सुनो
- Monday November 30, 2020
- Reported by: मुकेश सिंह सेंगर, Edited by: सूर्यकांत पाठक
दिल्ली में सिंधू बार्डर पर जमे आंदोलनकारी किसानों ने केंद्र सरकार से कहा है कि किसानों के मन की बात सुनो. उन्होंने कहा है कि वे सरकार से फोन पर बातचीत नहीं करेंगे. यह किसी एक राज्य के किसानों का आंदोलन नहीं है. प्रदर्शनकारियों ने कहा कि वे डटे रहेंगे और आगे बढ़ेंगे. आज इन किसानों से दिल्ली के पुलिस कमिश्नर एसएन श्रीवास्तव ने मुलाकात की.
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