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Farid Bazmee

'Farid Bazmee' - 1 News Result(s)
  • भोपाल में फिर चल गया रंग विदूषक का ‘तुक्का’

    भोपाल में फिर चल गया रंग विदूषक का ‘तुक्का’

    हम भले ही वैश्विक दुनिया में आज जी रहे हों लेकिन स्थानीयता का रस हमेशा हमें गुदगुदाता रहेगा। तुक्के पे तुक्का नाटक फिर से इसी एक बात को स्थापित करता है. भाषा, किरदार, कलाकारों की नाम, दैहिक गतिविधियों का प्रयोग और उपमाएं देख-सुनकर लगता है कि हमारे ही आसपास का किस्सा तो चल रहा है.

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  • भोपाल में फिर चल गया रंग विदूषक का ‘तुक्का’

    भोपाल में फिर चल गया रंग विदूषक का ‘तुक्का’

    हम भले ही वैश्विक दुनिया में आज जी रहे हों लेकिन स्थानीयता का रस हमेशा हमें गुदगुदाता रहेगा। तुक्के पे तुक्का नाटक फिर से इसी एक बात को स्थापित करता है. भाषा, किरदार, कलाकारों की नाम, दैहिक गतिविधियों का प्रयोग और उपमाएं देख-सुनकर लगता है कि हमारे ही आसपास का किस्सा तो चल रहा है.