Environmentalist Anupam Mishra
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गांधी, विनोबा और जेपी के बाद अनुपम ही थे, जिन्हें समाज पर पूरा भरोसा था...
- Thursday December 22, 2016
- चिन्मय मिश्र
अनुपम जी का यूं पर्दा कर लेना बहुत भाया नहीं. उन्होंने जीवन में पहली बार कोई मनमानी की. मगर एक बार ऐसा करने का हक तो उन्हें भी है. आसन्न मृत्यु को इतनी सहजता और शांति से ग्रहण करने वाले को क्या संज्ञा दी जा सकती है? उन्हीं से कैंसर की खबर पाकर फोन हाथ में जम सा गया और आंखें सूख गईं. क्योंकि उनमें पानी लाने वाला अब डूब रहा था. मगर विश्वास था कि तूफान भी उनका हौसला तोड़ नहीं पाएगा क्योंकि उनकी तो नदी से दोस्ती है.
- ndtv.in
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"पर्यावरण का अनुपम, अनुपम मिश्र है, उसकी 'पुण्याई' पर हम जैसे जी रहे हैं"
- Wednesday December 21, 2016
- प्रभाष जोशी
प्रसिद्ध पर्यावरणविद अनुपम मिश्र पर यह लेख वरिष्ठ पत्रकार प्रभाष जोशी ने 'अपने पर्यावरण का यह अनुपम आदमी' शीर्षक से 1993 में 'जनसत्ता' में लिखा था. इस आलेख को आज 'सत्याग्रह' ने प्रकाशित किया है. हम अपने पाठकों के लिए इसे 'सत्याग्रह' की अनुमति से प्रकाशित कर रहे हैं.
- ndtv.in
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मैं अनुपम मिश्र को मिस कर रहा हूं...
- Monday December 19, 2016
- रवीश कुमार
अनुपम मिश्र को खूब पढ़ा है. तीन-चार किताबों को कई बार पढ़ा है. जब भी किताबों से धूलों की विदाई करता हूं, एक बार याद कर लेता हूं. जब भी लगता है कि भाषा बिगड़ रही है तो 'गांधी मार्ग' और 'आज भी खरे हैं तालाब' पढ़ लेता था. उनकी भाषा हिंसा रहित भाषा थी, चिन्ता रहित भाषा थी, आक्रोश रहित भाषा थी. हम सबकी भाषा में यह गुण नहीं हैं. इसीलिए वे अनुपम थे, हम अनुपम नहीं हैं. वे चले गए हैं.
- ndtv.in
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पर्यावरणविद् अनुपम मिश्र के निधन पर उमा भारती ने किया शोक व्यक्त
- Monday December 19, 2016
- एजेंसियां
केंद्रीय जल संसाधन, नदी विकास एवं गंगा संरक्षण मंत्री उमा भारती ने जाने-माने पर्यावरणविद् और गांधीवादी चिंतक अनुपम मिश्र के निधन पर शोक व्यक्त किया है.
- ndtv.in
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गांधी, विनोबा और जेपी के बाद अनुपम ही थे, जिन्हें समाज पर पूरा भरोसा था...
- Thursday December 22, 2016
- चिन्मय मिश्र
अनुपम जी का यूं पर्दा कर लेना बहुत भाया नहीं. उन्होंने जीवन में पहली बार कोई मनमानी की. मगर एक बार ऐसा करने का हक तो उन्हें भी है. आसन्न मृत्यु को इतनी सहजता और शांति से ग्रहण करने वाले को क्या संज्ञा दी जा सकती है? उन्हीं से कैंसर की खबर पाकर फोन हाथ में जम सा गया और आंखें सूख गईं. क्योंकि उनमें पानी लाने वाला अब डूब रहा था. मगर विश्वास था कि तूफान भी उनका हौसला तोड़ नहीं पाएगा क्योंकि उनकी तो नदी से दोस्ती है.
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"पर्यावरण का अनुपम, अनुपम मिश्र है, उसकी 'पुण्याई' पर हम जैसे जी रहे हैं"
- Wednesday December 21, 2016
- प्रभाष जोशी
प्रसिद्ध पर्यावरणविद अनुपम मिश्र पर यह लेख वरिष्ठ पत्रकार प्रभाष जोशी ने 'अपने पर्यावरण का यह अनुपम आदमी' शीर्षक से 1993 में 'जनसत्ता' में लिखा था. इस आलेख को आज 'सत्याग्रह' ने प्रकाशित किया है. हम अपने पाठकों के लिए इसे 'सत्याग्रह' की अनुमति से प्रकाशित कर रहे हैं.
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मैं अनुपम मिश्र को मिस कर रहा हूं...
- Monday December 19, 2016
- रवीश कुमार
अनुपम मिश्र को खूब पढ़ा है. तीन-चार किताबों को कई बार पढ़ा है. जब भी किताबों से धूलों की विदाई करता हूं, एक बार याद कर लेता हूं. जब भी लगता है कि भाषा बिगड़ रही है तो 'गांधी मार्ग' और 'आज भी खरे हैं तालाब' पढ़ लेता था. उनकी भाषा हिंसा रहित भाषा थी, चिन्ता रहित भाषा थी, आक्रोश रहित भाषा थी. हम सबकी भाषा में यह गुण नहीं हैं. इसीलिए वे अनुपम थे, हम अनुपम नहीं हैं. वे चले गए हैं.
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पर्यावरणविद् अनुपम मिश्र के निधन पर उमा भारती ने किया शोक व्यक्त
- Monday December 19, 2016
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केंद्रीय जल संसाधन, नदी विकास एवं गंगा संरक्षण मंत्री उमा भारती ने जाने-माने पर्यावरणविद् और गांधीवादी चिंतक अनुपम मिश्र के निधन पर शोक व्यक्त किया है.
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