Blogs | शुक्रवार अक्टूबर 2, 2015 01:28 PM IST इधर सैद्धांतिकता को छोड़कर व्यावहारिकता के नाम पर जब समस्या के बारे में रेडीमेड समाधानों पर नजर डालते हैं तो फिर दुविधा की स्थिति दिखने लगती है, क्योंकि मौजूदा विद्वान लोग फांसी की सजा के पक्ष और विपक्ष में बंटे हुए हैं।